सात्विक सौम्य करन पिशाचिनी साधना भूत भविष्य वर्तमान की जानकारी के लिए karna pishachini sadhana
- करण पिशाचिनी क्या है
- कारन पिशाचिनी का इतहास
- करण पिशाचिनी साधना अनुभव
- करण पिशाचिनी सात्विक साधना
- करण पिशाचिनी क्या है
- कारन पिशाचिनी का इतहास
- करण पिशाचिनी साधना अनुभव
- करण पिशाचिनी सात्विक साधना
- कारन पिशाचिनी कैसे की जाती है
आप खुद की समस्याओ के साथ साथ लोगो की भी समस्याओ का समाधान कर सकते है
पिशाची देवी की पूजा प्रचीन कल से की जाती थी पिशाची देवी बहुत जल्दी पर्सन हो कर आप के सभी रोगो का समाधान करती है पिशाची देवी की पूजा करने वाला साधक आपार धन दौलत को प्रपात करता था इस लिए इस को दैवय लोक से निकाल दिया गया साधक भौतिक सुखो में वलीन रहता था इस से दैविक शक्तिओ की पूजा बंद हो गई जिस से लोगो के मोक्ष मार्ग में बाधा उत्पन होई इस लिए इस को देव्यै लोक से निकाल दिया गया यहाँ तक यज्ञ में भी इस के नाम की कोई आहूती नहीं दी जाती है karna pishachini sadhana
इस साधना को अघोर रूप में करना गलत है तामसिक रूप में करना खतरनाक हो सकता है
इस तरीके से सरिफ ही अघोरी कर सकते है वो मार्ग गृहस्थ के लिए नहीं है मैंने इस साधना को खुद सात्विक रूप में सम्पान किया है आपको भी सात्विक रूप में ही करवा सकता हु सात्विक रूप में इस साधना को करने का कोई भी नुक्सान नहीं है आप को भी इस रूप में सिद्धि करने की सलाह देता हु सात्विक रूप में इस साधना को ीक बच्चा भी सिद्ध कर सकता है karna pishachini sadhana
मैंने इस साधना को बचपन में ही सिद्धि किया था तब मेरी उम्र १३ या १४ साल की थी जब मैं यह साधना कर रहा था साधना किए सात दिन ही होए थे मेरे कानो के पास हल्की हल्की हवा महसूस होई जैसे कोई मेरे कान कोई फूँक मर रहा हो यह अनुभव मुझे सात दिन तक होया मैंने इस को आपने वहम माना karna pishachini sadhana
अगले सात दिन सात दिन बाद मेरे सपने में एक लड़की आती थी उस का रंग थोड़ा सा काला था वो फिर भी बहुत खूबसूरत थी यह सपना मुझे एक सप्ताह तक आता रहा मैंने इस के ऊपर भी जायदा ध्यान नहीं दिया
फिर अगले सप्ताह मेरे कान में किसी औरत के फुसफुसाने की आवाज़ आई मैं घबराह गया मैंने गुरु जी का मन ही मन ध्यान करा दूसरे कान में गुरु जी की आवाज़ आई मैं तुम्हारे साथ हु तू घबराह मत फिर मेरा डर थोड़ा काम होया कुछ दिन बाद वो आवाज़ भी साफ हो गई जिस की तुम साधना कर रहे हो मैं वही हु फिर गुरु जी ने विधि वत तरीके से बचन देलाए karna pishachini sadhana
यह साधना मुझे मात्र ३१ दिन में सिद्धि होई थी फिर भी मैंने इस साधना को ४१ दिन तक करा करण पिशाचिनी सारा दिन मेरे साथ रहती कभी कभी मैं उससे देख कर घबराह जाता था कभी जैसे मैं रात को अचानक से उठ जाता था तो वो मेरे आँखो के क़रीब होती मैं उस से देख कर घबराह जाता था मेरी उम्र जब बहुत छोटी थी घबरआना तो बनता है एक दिन मैंने बोलै के आप इस तरह से मेरे सामने न आया करो मैं तुम्हे देख कर घबराह जाता जब तुम्हे याद करो तब ही तुम मुझे दिखाई दो बाकी टाइम अदृश्य ही रहो उस के बाद्द मुझे कभी नहीं दिखाई दी
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एक बार की मुझे घटना याद आ गई
फिर मैं स्कूल में आपने दोतो के सब राज़ बताने लगा किस ने नाश्ते में क्या खाया है
सारा स्कूल मेरे पीछे पढ़ गया जादू केनाम पर मैंने सब लोगों को पीछे लगा लिया पहले मुझे मजा आ रहा था फिर मैं इस सब से परेशान हो गया फिर मैंने बताना बंद कर दिया फिर भी किसी ने मेरा पीछा नहे छोड़ा फिर मैंने गलत बताना शुरू कर दिया तब धीरे धीरे मेरा इस सब से पीछा छूटा ऐसे बहुत सारे विक्या मेरी ज़िंदगी में हुए अगर इन सब के बारे में बताने लगा तो हो सकता है के यह लेख बड़ा हो जाए भारत में इस साधना को बहुत सारे साधको ने सिद्धि किया है जयादतर जिन साधको ने इस साधना को सिद्ध करा वो सरिफ दो काल की जानकारी बता सकते है भूतकाल और वर्तमान काल जो हमारे गुरु जे ने हमें साधना की दीक्षा दी है वो तीन काल की जानकारी देती है उन्होंने मुझे भी इस साधना की दीक्षा दी थी इस लिए मैं आप को इस साधना की ही दीक्षा परदान करूंगा इस साधना का प्रयोग कर आप बहुत सारे दीं दुखाओ का ईलाज कर सकता है कुछ ऐसे साधक भी है जो विद्या के जरिए लोगो का इलाज़ करते है karna pishachini sadhana