Dhanda Yakshini धनदा यक्षिणी साधना आपार धन दौलत के लिए Ph.85280 57364Dhanda Yakshini धनदा यक्षिणी साधना आपार धन दौलत के लिए Ph.85280 57364

Dhanda Yakshini धनदा यक्षिणी साधना आपार धन दौलत के लिए Ph.85280 57364

 Dhanda Yakshini धनदा यक्षिणी साधना आपार धन दौलत के लिए Ph.85280 57364
Dhanda Yakshini धनदा यक्षिणी साधना आपार धन दौलत के लिए Ph.85280 57364

Dhanda Yakshini धनदा यक्षिणी साधना आपार धन दौलत के लिए Ph.85280 57364 बहुत सारी ऐसी साधना है जो व्यक्ति के जीवन को बदल देती हैं और यह जो बदलाव होता है।  यह आंतरिक बदलाव है एक ऊर्जा के द्वारा हो रहा बदलाव है जो व्यक्ति के जीवन में परिवर्तन लेकर आता है। अगर  परेशान है  आध्यात्मिक अथवा भौतिक मार्गदर्शन प्राप्त करना चाहते हैं।  की कॉल करें  आगे बात करे है यह परिवर्तन इस तरीके का होता है कि जब व्यक्ति की अंदर की ऊर्जा कम होती है। 

 

तो उसे समय ऐसी अवस्थाएं व्यक्ति के जीवन में घटित होने लगते हैं कि व्यक्ति मेहनत तो बहुत करता है लेकिन मेहनत करने के साथ-साथ व्यक्ति को वह फल प्राप्त नहीं होता है। जो फल उसको प्राप्त होना चाहिए उसे मेहनत के आधार पर तो ऐसी बहुत सारी साधनाएं होती हैं ,जो साधनाएं व्यक्ति के स्त्री तत्व को बढ़ाती हैं व्यक्ति के लिए धन के मार्ग खोल देती हैं और उसके साथ-साथ व्यक्ति की जो भौतिक उन्नति होना शुरू हो जाती है। 

धन के आगमन के मार्ग बनने लगते हैं और ऐसे बहुत सारी परिवर्तन होते हैं जो व्यक्ति के जीवन में आते हैं बहुत सारे लोगों ने धनदा यक्षिणी कवच धारण किया हम से मंगाया प्राप्त किया और उसके बाद जब उन लोगों ने धारण किया तो बहुत अच्छे परिणाम मिले  यहां तक की कुछ लोगों की ऐसी परिणाम थे कि जब उन्होंने धारण किया तो उसके बाद उनके जीवन में परिवर्तन आने लगा किसी को नौकरी नहीं लग रही थी तो नौकरी लग गई। 

लेकिन इन तमाम चीजों में वक्त लगता है और ऐसा भी नहीं है कि हर व्यक्ति के साथ ऐसी स्थिति होगी क्योंकि अगर किसी का श्री  तत्व थोड़ा कमजोर है तो उसको जल्दी प्रभाव आ जाएगा अगर किसी का श्री तत्त्व ज्यादा कमजोर है तो उसमें थोड़ा सा वक्त लगेगा 20 से 21 दिन का भी वक्त लग सकता है

व्यक्ति कर्म तो कर रहा है लेकिन उसे कम का फल उसको मिलना शुरू हो जाता है तो आज हम आपको एक साधना बताने वाले हैं यह साधना धनदा यक्षिणी साधना है धन्य दायक यक्षिणी  जो है यह एक यक्षिणी है और यह यक्षिणियों से भी बहुत सारे ऐसे लोग हैं जो की डरते हैं और जानना चाहते हैं की आखिरी यक्षिणी क्या है किस तरीके की होती हैं

यह यक्ष  कुल  से होती है जो यक्षिणी होती है और अगर स्पष्ट तौर पर हम आपको समझाने की कोशिश करें तो आप शायद आसानी से समझ जाएंगे जो धन के देवता हैं जिनका धन के यक्ष  कह सकते हैं अधिपति कह सकते हैं वह है कुबेर महाराज और कुबेर महाराज भी यश बोलते हैं. तो अब आप समझ गए होंगे की यक्षिणी जो होती हैं वह यश की  होती हैं। और उनके पास जो धन के स्रोत हैं वह होते हैं और उसके बाद यह धन के मार्ग  उसके लिए धन के मार्ग खुल जाते हैं तो साधना आपको बता देते हैं। 

Dhanda Yakshini Sadhna धनदा यक्षिणी साधना  विधि 

साधना आपको रविवार से करनी है और इस समय जब आप साधना करेंगे इस समय आपके दूध की मिठाई का भोग रखना है। यदि यह भी संभावना हो सके दूध की मिठाई का अगर आप भोग नहीं रख सकते हैं । तो आप जो दूध में मलाई होती है उसे मलाई में चीनी मिलाकर उसको रख सकते हैं। 

अपने लकड़ी के चौक के ऊपर लाल वस्त्र के ऊपर एक यंत्र बनाएं जो की धनदा  यक्षिणी यंत्र है जो की यह साधना हमारे आंतरिक चेतना शिक्षक की विशुद्ध घोर मार्ग के द्वारा निकाली हुई साधना है यह कहीं उल्लेख के साधन नहीं है ना ही किसी भी पुस्तक में आपको ही साधना मिलेगी

 

यह मंत्र है और यह जो जब है यह आपको रुद्राक्ष माला से आपको जाप  करना है और जब आप यह जब जाप करेंगे ,तो इसमें आप काम से कम 41 दिन तक आप जब करिए 41 दिन अगर संभव न हो तो 21 दिन तक आप जब करिए लेकिन यह जो आप जब करेंगे 21 दिन तक यह आप नित्य 108 माला जाप करिए 108 माला अनिवार्य है। 

लेकिन फिर भी अगर आप नहीं कर सकते तो कम से कम फिर आप इंसान माला प्रतिदिन जाप करिए और कोई बंधन नहीं है। बिल्कुल सहज साधना है बिल्कुल सरल साधन है। इसके बाद आपके जीवन में धान के मार्ग बनने लगेंगे और इसके साथ-साथ यदि आप धनदा यक्षिणी कवच धारण कर लेते हैं। 

तो इससे भी आपको बहुत ज्यादा फल प्राप्त होगा और तीव्र प्रभावित हो जाएगा यह प्रभाव जो आप साधना करेंगे तो अगर आप धंधा एक्शन प्राप्त करना चाहते हैं तो जो हमारा नंबर है उसे नंबर पर आप कॉल कर सकते हैं। कॉल करने के बाद आपको उसे पर जानकारी मिल जाएगी और आप वहकवच  प्राप्त करके आपको धारण कर लीजिए उसके बाद आप यह साधना करिए 

By Rodhar nath

My name is Rudra Nath, I am a Nath Yogi, I have done deep research on Tantra. I have learned this knowledge by living near saints and experienced people. None of my knowledge is bookish, I have learned it by experiencing myself. I have benefited from that knowledge in my life, I want this knowledge to reach the masses.