Panchanguli sadhana – चमत्कारी प्राचीन त्रिकाल ज्ञान पंचांगुली साधना रहस्य ph.85280 57364
Panchanguli sadhana – चमत्कारी प्राचीन त्रिकाल ज्ञान पंचांगुली साधना रहस्य ph.85280 57364 गुरुमंत्र साधना। कॉम में स्वागत है ! आज हम फिर तिरकाल ज्ञान साधना के ऊपर वीडियो लेकर आया हु ! जो तिरकाल ज्ञान की सब से मशहूर साधनो में से एक है जिस का नाम पंचागुली विद्या ! तिरकाल ज्ञान की जानकारी के लिए हमारे ऋषि मोनीओ ने बहुत सारे ग्रंथो और साधनाओ की रचना की है !
इस काम में हमारे ऋषि मोनीओ ने बहुत योगदान पाया है महर्षि भृगु और ऋषि पराशर जी ने जी ने ज्योतिष विद्या का निर्माण किया ! भूत भविष्य वर्तमान जानने के बहुत सारे माध्यम है कोई ज्योतिष विद्या से जनता है कोई आज्ञा चक्र के माध्यम से जनता है सब के काल ज्ञान की साधना के अलग अलग माध्यम हसत रेखा देखता है इन सब से श्रेष्ठ माध्यम साधना का है !
- पंचांगुली विद्या
- पंचांगुली शाबर मंत्र
- पंचांगुली मंत्र
- पंचगुली साधना विद्या को सिद्ध कैसे करे
- पंचांगुली साधना रहस्य
- पंचांगुली साधना काल ज्ञान जानने का फायदा
ज्योतिष विद्या डेट ऑफ़ बर्थ पर और आप के जनम समय पर काम करती है जिस के पास अपना सही डेट ऑफ़ बर्थ नहीं है तो उस के लिए समस्या है ! जायदातर लोगो के पास सही डेट ऑफ़ बर्थ नहीं होता ! वहां ज्योतिष विद्या काम नहीं करेगी ! ज्योतिष में यह नहीं बताया जाता है फलानी तरीक को इतने समय में तुम्हारा काम होगा ! ज्योतिष समय और तरीक नहीं बताया जाता ! इस लिए ज्योतिष का ज्ञान कुछ हद तक ही है !
मैं किसी विद्या को श्रेष्ठ साबित करना नहीं है सब विद्या अपनी जग़ह सही है ! सब विद्याऐं भगवन के द्वारा बनी गई है ! सब विद्या श्रेष्ठ है सही है पर हर विद्या की एक लिमिट होते है ! उस के आगे वो विद्या काम नहीं कर सकती ! तंत्र विद्या की कुछ साधनाओ के द्वारा आप जान सकते है और बहुत बारीकी से इन साधनो के बरेव में मैंने बहुत सरे वीडियो और जानकारी अपने यूट्यूब चॅनेल गुरु मंत्र साधना और अपनी वेबसाइटgurumantrasadhna.com में दी है आप मेरे चैनल और मेरी वेबसाइट में देख जिन में मैंने करन पिशाचिनी साधना , मां दुर्गा तिरकाल ज्ञान साधना , वाराही तिरकाल ज्ञान साधना , इन साधनो पर मैंने वीडियो बनाए है ! तो अगर आप ने वो वीडियो नहीं देखा तो आप वो सब वीडियो जरूर देखे ,
आज भूत भविष्य वर्तमान जानने की और विद्या के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे जिस का नाम पंचगुली है विद्या है पंचागुली का अर्थ है पंच उंगली हाथ की पांच उंगलिओ से है ! हमारे इन हाथो में बहुत कुछ छिपा है हमारा अच्छा बुरा इन में बहुत सारी रेखाएँ है जिन में हमारे ज़िंदगी का सब हाल है पर इस सब को हर इंसान नहीं पढ़ सकता है इसे केवल पंचागुली देव्वी की किरपा से जान सकते है !
आप की ज़िंदगी में कब क्या होने वाला है सबा जाना जा सकता है किस वयक्ति को किया रोग है या भविष्य में क्या रोग होगा सब जान सकते है किसी वयक्ति को क्या रोग है या आने वाले टाइम में क्या रोग होगा सब जान सकते है एक संन्यासी फ़्रांस आकर वो भारत में सिद्ध ऋषि मुनिऔ का सान्ध्य में रहे और उन ऋषि मुनीओ से पंचगुली महाविद्या ज्ञान लिया और विश्व में विखायती को प्रपात करा उनका नाम है कीरो और वो किसी का भी भूत भविष्य बता देते थे उन की चर्चा चारो और फेल चुकी थी !
पर्दे में छिपे व्यक्ति के हाथ बाहर निकलवा करके भी कह देते थे अली जावेद का हाथ है यह महारानी विक्टोरिया का हाथ है उसको यह रोग है या यह ररोग होने वाला है और यह दुर्घटना घटित होने वाली है ! उन की लाखों पुस्तकें मार्किट में मिल जाऐगी ! पंचांगुली विद्या की और उसके संपर्क में आने से ही वह विश्वविख्यात हो गए !
पंचांगुली साधना काल ज्ञान जानने का फायदा
पंचांगुली साधना काल ज्ञान जानने का फायदा – काल ज्ञान अगर आप को पता है तो अगर भविष्य होना लिखा है तो आप पहले से सावधान हो जाओगे और उस कर्मी को जायदा सेजयदा पूजा पाठ कर के टाल सकते हो ! इस का यह सबसे पहला फायदा है ! पूजा path से बड़े से बड़ा कर्म काटा जा सकता है !
गुरु जी के चार से पांच शिष्य थे तो हमारे इलावा सुरेश भी था उस की पत्नी भी गुरु जी से दीक्षित थी ! जब भी गुरु जी हमारी शहर में आते तो वो गुरु जी से मिलने के लिए अक्सर आती आते समय कुछ ले कर आती गुरु जी जब चार पांच दिन के लेया ही हमारे शहर में रुकते थे ! उन के शिष्य और उनके सज्जन मित्र मिलने के लेया आते तो उनके चाये पानी का इंतजाम सुरेश की पत्नी करती ! एक दिन सुरेश की पत्नी ने गुरु जी को हाथ देखने के लिए कहा गुरु जी को पंचागुली महाविद्या सिद्ध थी गुरु जे हाथ देख कर बताया के तुम्हारे ऊपर १४ दिन के भीतर एक ऐसा संकट आने वाला है !
जो तुम्हारी ज़िंदगी में पहले भी चूका है वही दुबारा फिर से होगा ! सुनकर घबराई और गुरुदेव से इस का समाधान पूछने लगी तो गुरु जी ने उन को एक लाची दाना दिया जब भी तुम्हे परेशानी हो तो तुम इस से खा लेना ! तो उस का ४ , ५, दिन बाद उस को दिमाग का बुखार हो गया जो सब से खतरनाक था तो गुरु जी की दिया गया लाची दाना खाया वो एक दम ठीक हो गई ! पंचागुली विद्या के माध्यम से आप शरीर के होने वाले रोग और उसका कारन सब जान सकते है ! पंचांगुली साधना का इस्तमाल हमारे ऋषि मुनी आयुर्वेद में भी करते थे पंचागुली विद्या एक बहुत बड़ा सिद्धि है!
पंचगुली साधना विद्या को सिद्ध कैसे करे
पंचगुली साधना विद्या को सिद्ध कैसे करे इस साधना को सिद्ध करने के लेया आपके पास पंचागुली यन्त्र और पंचागुली दीक्षा लेना जरूरी है साथ में अच्छे गुरु का मार्गदर्शन जरूरी है ! और उस बाद आप की मेहनत जरूरी है तब जाकर आप सफल हो सकते है ! साधना करना इतना आसान काम नहीं है ! अगर आप यह साधना करना चाहते है तो आप हम से संपर्क कर सकते है जय महाकाल
इस साधना की जानकारी के लिए या दीक्षा प्रपात करने के लिए फ़ोन करे 85280 57364
पंचांगुली शाबर मंत्र
ॐ नमो पंचांगुली पंचांगुली परशरी परशरी माता मयंगल
वशीकरणी लोहमय दंडमणिनी चौसठ काम विहंडनी
रणमध्ये राउलमध्ये शत्रुमध्ये दीवानमध्ये भूतमध्ये
प्रेतमध्ये पिशाचमध्ये झोंटिंगमध्ये डाकिनीमध्ये
शंखिनीमध्ये यक्षिणीमध्ये दोषिणीमध्ये शेकनीमध्ये
गुणीमध्ये गरुडीमध्ये विनारीमध्ये दोषमध्ये
दोषाशरणमध्ये दुष्टमध्ये घोर कष्ट मुझ ऊपर बुरो जो
कोई करे करावे जड़े जडावे तत चिन्ते चिन्तावे तस
माथे श्री माता श्री पंचांगुली देवी तणो वज्र निर्धार पड़े
ॐ ठं ठं ठं स्वाहा
Panchanguli – काल ज्ञान देवी पंचांगुली रहस्य विस्तार सहित Ph. 85280 57364