नागे साधु द्वारा वरदान सबल सिंह बावरी का जन्म

Panch Bawri पांच बावरी का इतिहास और प्राचीन साधना रहस्य ph 85280 57364

 

और तभी फिर एक चमत्कार हुआ ।हर घड़ी नगरी में एक साधु ने अपनी मंडली के साथ आकर डेरा लगाया और वह धर्म आकर वहां पर बैठ गए ।जब महारानी को पूरी को इस जोगी का पता चला ।तब इस जोगी की महिमा सुनकर इनकी शरण में आई और इन जोगियों की मंडली की सेवा पूरी श्रद्धा के साथ कीऔर जब माता कपूरी इस नाथ की सेवा कर वापस से जा रही थी ।तभी उनकी आंखों में आंसू आ गए । तब इस नंगे साधु ने माता कपूरी से दुखी होने का कारण पूछा तब माता ने कहा कि इतना विशाल और खुशहाल राज्य होते हुए भी हमारे संतान नहीं है ।नंगे साधु माता का पूरी को वरदान दिया कि तुम्हारे दो पुत्र होंगे । लेकिन इसके साथ नाथ जोगी ने कपूरी के आगे एक शर्त रखी कि तुम्हारे एक पुत्र को धूने के ऊपर चढ़ाना होगा और तभी पूरे 9 महीने बाद माता को पूरी कर दो पुत्र प्राप्त हुए ।

सबल सिंह बावरी को धोने में झोकना

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माता कपूरी ने अपने पति हेमराज और पुत्र को साथ लेकर नागे जोगी के पास गई और जोगी ने माता कपूरी को आदेश दिया कि तुम्हारे इस पुत्र को हमारे धोने में भेंट चढ़ा दो जोगी बचन सुनकर माता कपूरी की आंखों में आंसू आ गए और अपने पुत्र को धोने में डाल दिया ।माता कपूरी का यह त्याग देकर नागे बाबा बहुत प्रसन्न हुए और जगते धोने में उस बालक को माता कपूरी को वापस दे दिया तूने की अग्नि से बाबा नागा जोगी की शक्तियों के कारण उस बालक को आंच नहीं लगी ।मगर उस बालक का रंग सांवला हो गया

राजा हेमराज का नाम शेर सिंह रखा था मगर नागेबाबा ने धोनी की शक्तियां और सांवले रंग के कारण उस बालक का नाम शेर सिंह से बदलकर सबल सिंह बावरी रख दिया । और नागे बाबा ने माता कोपूरी किस श्रध्दा और सेवा से प्रसन्न होकर उनको यह वरदान भी दिया ,कि तुम्हारी कोख से 3 पुत्र और एक पुत्री का जन्म होगा और बाबा ने उनका नामकरण भी किया उन्होंने कहा कि

आप के बड़े पुत्र का नाम हरी सिंह बावरी और दूसरे पुत्र का नाम केसरमल रखना और तीसरे पुत्र का नाम जीतमल रखना और चौथे पुत्र का नाम नथमल बावरी रखना और लड़की का नाम सेडू और जयवर्धन भी दिया कि तुम्हारी यह पांचो बावरी Panch Bawri के कल्याण के लिए पैदा हुए हैं ।

पांच बावरी Panch Bawri का जवान होना और हरी सिंह बावरी को राज गद्दी पर बैठना

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और जो भी इनके दर पर आएगा मैं उनको तुरंत फल देंगे और जग में रहकर जय बहुत सी शक्तियां प्राप्त करने के कारण । यह अमर हो जाएंगे जय कहकर इस्माल योगी नागा बाबा खटाल मुरथल की तरफ रवाना हो गई । नागे बाबा के बचन अनुसार माता कपूर की कोख से 3 पुत्र और एक पुत्री ने जन्म लिया भक्त जनों देखते ही देखते पांचो बावरी और उनकी बहन से दो उन जवान अवस्था में आगे जो इनका बड़ा भाई हरि सिंह देवी माता का उसको माता मनसा देवी के ऊपर बहुत आस्था थी ।बहुत वर्षों के बाद जब हेमराज बावरी वृद्धावस्था में आ गए तब उन्होंने खरखड़ी का राज्य अपने जेष्ठ पुत्र हरी सिंह बावरी को सौंप दिया ।

2 COMMENTS

  1. सबल सिंग बावरी किस मुस्लिम शासक से लड़े
    और किस सन में लड़े