Wednesday, August 6, 2025
Homeयंत्र मंत्र तंत्र ज्ञानबीवी को मायके से बुलाने का ताबीज - चमत्कारी मंत्र के साथ...

बीवी को मायके से बुलाने का ताबीज – चमत्कारी मंत्र के साथ ph.85280 57364

बीवी को मायके से बुलाने का ताबीज – चमत्कारी मंत्र के साथ ph.85280 57364

बीवी को मायके से बुलाने का ताबीज – चमत्कारी मंत्र के साथ और  इस मंत्र साधना से आप अपनी रूठ कर गई  बीवी को बुला सकते है कुछ दिनों में ही बीवी वापस आएगी अगर आप यह प्रयोग कर लेते हो। 

बीवी को मायके से बुलाने का ताबीज - चमत्कारी मंत्र के साथ ph.85280 57364
बीवी को मायके से बुलाने का ताबीज – चमत्कारी मंत्र के साथ ph.85280 57364

बीवी को मायके से बुलाने का ताबीज – चमत्कारी मंत्र के साथ

ॐ नमो भोगराज भयंकर सो दिखै पाव परंता ॐ ससुराल वापसी मन्त्र परिभूय उत उधरई जोई जोई देखे मारकर तासो नमो ठः ठः ठः स्वाहा । 

यदि किसी व्यक्ति की पत्नी ससुराल से रूठकर मायके चली गयी हो। बार-बार मनाने या आग्रह के बावजूद भी जिद पर अड़ी हो कि हम किसी कीमत पर ससुराल नहीं जायेंगे, तब उसके पति को उपरोक्त मन्त्र का जप प्रारम्भ करना चाहिए। और इस मंत्र  को लिख  कर ताबीज बना कर बाजू में बांधना है। 

इस मन्त्र का २१ बार जप करना चाहिए। ४१ दिन के पश्चात् मन्त्र सिद्ध हो जाता है। उसके बाद सांभर (नमक) को १०८ बार इस मन्त्र से अभिमन्त्रित करके उस नमक को किसी बहाने अथवा किसी वस्तु में मिलाकर अपनी पत्नी को खिलवा देना चाहिए। नमक खाते ही वह स्त्री ससुराल वापस आ जायेगी और फिर कभी रूठकर नहीं जायेगी।

और पढ़ो 

माँ तारा कैंसर से मुक्ति साधना maa tar

रेकी हीलिंग करने और करवाने के ख़तरे Risks of doing and getting Reiki healing done

sham Kaur Mohini माता श्याम कौर मोहिनी की साधना और इतिहास -ph.85280 57364

 

Rodhar nath
Rodhar nathhttp://gurumantrasadhna.com
मैं रुद्र नाथ हूँ — एक साधक, एक नाथ योगी। मैंने अपने जीवन को तंत्र साधना और योग को समर्पित किया है। मेरा ज्ञान न तो किताबी है, न ही केवल शाब्दिक यह वह ज्ञान है जिसे मैंने संतों, तांत्रिकों और अनुभवी साधकों के सान्निध्य में रहकर स्वयं सीखा है और अनुभव किया है।मैंने तंत्र विद्या पर गहन शोध किया है, पर यह शोध किसी पुस्तकालय में बैठकर नहीं, बल्कि साधना की अग्नि में तपकर, जीवन के प्रत्येक क्षण में उसे जीकर प्राप्त किया है। जो भी सीखा, वह आत्मा की गहराइयों में उतरकर, आंतरिक अनुभूतियों से प्राप्त किया।मेरा उद्देश्य केवल आत्मकल्याण नहीं, अपितु उस दिव्य ज्ञान को जन-जन तक पहुँचाना है, जिससे मनुष्य अपने जीवन के गूढ़ रहस्यों को समझ सके और आत्मशक्ति को जागृत कर सके।यह मंच उसी यात्रा का एक पड़ाव है — जहाँ आप और हम साथ चलें, अनुभव करें, और उस अनंत चेतना से जुड़ें, जो हमारे भीतर है ।Rodhar nathhttps://gurumantrasadhna.com/rudra-nath/
RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments