रेकी हीलिंग करने और करवाने के ख़तरे Risks of doing and getting Reiki healing done  ph.85280 57364

रेकी हीलिंग करने और करवाने के ख़तरे Risks of doing and getting Reiki healing done नमस्कारम् । आपकी किताब मिस्टिक म्यूजिंग्स में मैंने पढ़ा है कि अगर मैं किसी को रेकी देती हूँ, तो उसके कर्मों के पैटर्न मुझ पर आ सकते हैं। मैं खुद को इस चीज़ से कैसे बचा सकती हूँ? इसे ना करके। 

क्योंकि ये सब चीज़ें उन लोगों से आयीं हैं जो बौद्ध मठों को बीच में ही छोड़ कर आ गए l अगर आपने यहाँ देखा, लोग कैसे ऊर्जा से फूट रहे हैं, जो भी। ये तो सौम्य लोग हैं कई और उग्र हैं, जो ऊर्जा के विस्फोट हैं। 

अगर आप इन्हें, लोगों को ठीक करने वाला बनाना चाहें, तो वो उसमें बहुत कारगर होंगे। इसमें कोई संदेह नहीं है। पर, अगर किसी ने भी कुछ ऐसा करने की कोशिश की तो बस हो गया उनका। मैं उनपर ऐसी परत चढ़ा दूंगा कि ज़िन्दगी भर वो अध्यात्म के नाम पर कुछ भी नहीं जान पाएंगे। 

और निश्चित ही, हम उन्हें इस जगह से भी बाहर कर देंगे क्योंकि हमें ऐसे लोग नहीं चाहिए। इसलिए नहीं कि हम किसी के दर्द को दूर करने कुदरत के  खिलाफ हैं पर आपका किसी और की जीवन प्रक्रियाओं के साथ छेड़-छाड़ करना उसे उसकी संपूर्णता में जाने बगैर, ये गैर-ज़िम्मेदाराना है। 

ये ऐसा है कि आप जानते हैं न कि इन दिनों आप किसी बड़ी सर्जरी को वीडियो पर होते हुए देख सकते हैं। तो आपने एक ऐसा वीडियो देखा। उसमे सब कुछ बड़े ध्यान से देख लिया। तो, कल किसी को कोई प्रॉब्लम हुई और आपने शेविंग वाला उस्तरा लेकर उसकी सर्जरी करने का फैसला कर लिया।

 मैं कह रहा हूँ, कि शायद कुछ लोग ऐसा करने से बच भी जाएँ। लोग इस तरह के उपचार से बचे हैं, है कि नहीं? कई बार, लड़ाई वाले क्षेत्रों में, प्रकृति में जब दुर्घटनाएं हुईं तो लोगों ने किसी की बिलकुल बुनियादी तरीके से सर्जरी कर दी और वो बच भी गए। 

पर, इसका मतलब ये नहीं है कि सर्जरी करने का ये तरीका होता है, है न? सर्जरी ऐसे नहीं की जाती, है कि नहीं? ये बस इतना है कि कुछ लोग ऐसी सर्जरी से बच गए असाधारण परिस्थितियों में, ऐसा किया गया। 

तो किसी और की ऊर्जाओं के साथ, किसी तरह की भी छेड़-छाड़ करना बिलकुल बचकाना है। ये एक स्तर की अपरिपक्वता और भगवान की भूमिका निभाने के एक अहंकारी भाव की वजह से हो रहा है। अगर ये करुणा से होता तो आपको क्या प्रॉब्लम होती?

 हर किसी के कर्म भी आपके ऊपर आ जाएँ अगर उसे पीड़ा से छुटकारा मिल रहा है, तो आपको क्या प्रॉब्लम है? पर ऐसा नहीं है। आप दस्ताने पहन कर भगवान की भूमिका अदा करना चाहते हैं। ये इस तरह से नहीं होता। 

भगवान आपके साथ गेम नहीं खेले, दस्ताने पहनकर आपके साथ कोई षड़यंत्र नहीं रचा। वो ये खेल खेलने के लिए, आपके अंदर समा गए। ये केवल किसी पुजारी ने आपको बताया कि वो वहां ऊपर बैठे हैं, और सब कुछ देख रहे हैं। 

पर आप देखिए कि जीवन कैसे घटित हो रहा है। सृष्टि के स्रोत ने, खुद को आपमें समा रखा है है कि नहीं? हाँ? क्या ऐसा नहीं है? जब तक आपकी इस हद तक भागीदारी ना हो आप कभी इन चीजों से छेड़खानी मत करना।