हिल हुल परी साधना /हिल हुल परी अमल 1 दिन की परी साधना बहुत ही आसान अमल
हिल हुल परी साधना 1 दिन की परी साधना बहुत ही आसान अमल जय महाकाल दोस्तों आज की इस पोस्ट में मैं आपके लिए एक अमल लेकर आया हूं जो की हिलहुल परी का है. अब आप सोचते होंगे की परी क्या चीज है और यह कहां पर रहती है. यह रहती है जो झाड़ जो दरखत बहुत ज्यादा मिलती है.
उसी पर यह रहती है और बहुत ही प्यारी होती है आपके कम भी आसानी से कर देती है और इसका अमल जो है वह भी बहुत ही आसान सा है और बहुत ही तुरंत एकदम फास्ट होता है एक या दो या तीन मि के अंदर अंदर ही ये आपके सामने हाजिर हो जाती है या तो आपको लेकिन आपके पीछे एक बार लग गई तो यह आपका पीछा नहीं छोड़ती है.
एक बात ध्यान में रख ले अब इस से कोई काम भी आप इससे काम करवा सकते हो इसको अपनी दोस्त भी बना सकते हो.
हिल हुल परी साधना विधि / हिल हुल परी अमल विधि
अब इसका अमल किस तरीके से करना है सबसे पहले तो वो जान ले. देखिये इसका अमल करने के लिए आपको इतवार बुध या फिर जुमरात इन तीन दिनों में से एक दिन का जो है तो एक दिन लेना पड़ेगा तीन दिनों में से और रात का वक्त होना चाहिए. ईशा के बाद आप कभी भी सयम से करना ठीक है. नौ बजे, बाद जब मर्ज़ी इसको कभी भी कर सकते हो. आप ठीक है.
ईशा के बाद का टाइम ले . उसके बाद क्या आपको करना है. इसमें आपको कोई चीज है ना ही आपको हिसार करना है ना ही बहुत बड़ा जाप जो है तो पढ़ते हुए बैठना है आधा एक घंटा. कुछ भी इसके नहीं करना है और ना ही कोई समान लाना है.
खुशूबू अगर आपके पास है तो लगा ले. अगर नहीं है तो मत लगाए. कपड़े भी अगर आपके पास है तो पहने अगर नहीं है तो पुराने फटे पुराने जो भी है उसी को इस्तेमाल कर सकते हो.
अब इसको करना कैसे है सबसे पहले तो ये जान लो इस अमल को करने के लिए आपको एक लोटे में या फिर एक बर्तन में पानी लेना होगा जो की पाक और साफ पानी हो, साफ सुथरा पानी हो जिसको किसी ने भी छुआ तक ना हो वह पानी चाहे तो आप नल से या फिर डायरेक्टली भर सकते हो और उसके बाद में इस अमल को आप कर सकते हो.
अमल को करने का यह है की एक लोटे में या फिर कोई भी बर्तन में पानी लेना होगा. पानी लेकर के आपको ईशा की नमाज के बाद में कभी भी भी जा सकते हो तो आपको एक लोटे में पानी लेकर के उसमें वह पानी दाल करके जाना होगा.
ठीक है और जहां पर हरा दरखत है. वहां पर जाकर आपको बैठना होगा और वहां पर जाकर के आपको हल्की- हल्की सी पेशाब करनी होगी. ठीक है, यह अमल जो है तो सिर्फ मर्दों के लिए. मैं बता रहा हूं सिर्फ मर्द लोग ही इसको करें और औरतें जो है वह नहीं कर सकती. ठीक है.
तो इस अल को करने के लिए एक लोटे में पानी ले पानी लेकर के उस लेकर के और वहां पर पेशाब को बैठ जाए. और जिस तरीके से हम तहारत करते हैं उस तरीके से पानी जो तो अपनी उस जगह पर डालें जहां पर हम करते हैं. ठीक है, उसे जगह पर आधा पानी डालें. और आधे पानी जो बचत है वह. जो है आपके सामने दरखत के नीचे ही आपको बैठना पड़ेगा.
पेशाब के लिए तो आप करोगे तो उसमें का जो पानी बचेगा आधा उसे पानी को आप दरखत पर फेंक दो. ठीक है जो भी आपके सामने आप पेशाब के लिए बैठे हो तो उसे दरक्त पर उसे पानी को फेंक दो और खड़े होकर के तीनमर्तबा इस नाम को पुकारो
हिल हुल
इस नाम को तीन मर्तबा आपको पुकारना है. इसको बोला जाता है पर वहाँ पर इतनी फास्टली आ जाती है बहुत ही जल्दी जाती है मतलब दरखत पर रहती है. तो आपको सिर्फ इतना काम करना है की वहां पर जाना है.
जाकर आपको जो है तो पेशाब के लिए बैठना है उस दरखत के नीचे जहां पर दाल है उसके नीचे पेशाब को बैठना है और जो पानी बचे उसे पानी से जो आपने पानी लाया है और बचा हुआ जो पानी बच जाता है तो उसकोदरखत के ऊपर फेंकना है बने नहीं झड़ जहां पर पत्ते वगैरा रहते हैं। उसे साइड में पूरा पानी जो है तो जोर से फेंक देना है और उसके बाद में तीन मर्तबा इस नाम को पुकारना है
हिल हुल
तो इस परी को जैसे ही आप बुलाओगे तो यह तुरंत ही आपके सामने हो जाएगी या आपको आवाज़ देगी या फिर आपके पीछे से आएगी या आगे से आएगी लेकिन आपके काम जरूर करेगी.
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