मुंजा साधना विधि munja sadhana vidhi
आज मैं पिंपल मुंजा के साथ बताता हूं। इसके साथ साधना की कैसे होती है, कैसे इनके साथ करनी पड़ती है। दोस्तों मुंजा साधना के लिए कोई खास दिन नहीं होता। किसी भी दिन आपको जाना पड़ेगा उस दिन जाना पड़ेगा।
आप पूर्णिमा को, अमावश्या को किसी भी दिन शनिवार को, किसी भी दिन आप जा सकते। मंगलवार को तीन दिन की साधना तीन दिन में हो जाती है तीन दिन में नहीं हो तो फिर आगे आपको चरण 21 दिन तक साधना को आपको घुमाते रहना। 21 दिन में तो पक्की हो ही जाएगी 3 से 21 साल तक।
आज जिस मंत्र की मैं बात कर रहा हूं, जिस पीपल पूजा की बात कर रहा हूं, उसकी 11 माला का जाप करना पड़ता है तो वह मुंजा साधना करना क्या पढ़ता? देख ही पीपल पूजा की साधना करने से पहले एक दिन पहले या फिर कुछ समय पहले आपको महाकाली और भैरव की साधना करनी चाहिए या फिर मां काली और भैरव की पूजा करके उनको अच्छे तरह से मना लेना चाहिए।
उनसे अनुमति लेनी चाहिए कि मां काली और भैरव भगवान मुंजा की साधना करने जा रहा हूं। मुझ पर कृपा करें। ऐसा बोल करके फिर पूजा की साधना के लिए आपको निकलना चाहिए। पूजा की साधना में कुछ सामग्रियां होती व कुछ साफ ले जाने पड़ती है तो कोई एक तो चॉकलेट की होती है। थोड़ी ज्यादा मात्रा में ले जाइए। साथ में एक सरसों का तेल।
उसके पांच दीपक ले जाने पड़ते हैं। सरसों में तेल की बड़ी अगरबत्ती होती है। वह ले जाने पड़ती है। कुछ मिठाइयां होती है, फल होते हैं। मिठाइयां, फल यह सब आपको ले जाना पड़ता है। मिट्टी का कुल्हड़ में शराब ले जाने प्रतिकूल जाना पड़ता है शराब वहां जाकर डाल देना। देशी शराब वहां ले जाकर डाल देना पड़ता है। मुझे नहीं पीते ये शराब वगैरह। यह सब जो नॉनवेज टाइप कुछ चीजें होती है,
वह कौन पीता है? वह उस पीपल में रहने वाली बुरी शक्तियां होती है। जो जब बुरी शक्तियां होती है तो मुझ पर रोक लगा देती है। जाने मैं उनको संतुष्ट करने के लिए सब देना पडता है। मिठाई तो बच्चों के लिए है लेकिन यह शराब वगैरा जो चीजें होती है उनके लिए तो वह पी लेते है खाले लेते है फिर परेशान नहीं करते , मुंजा आराम से चले जाता है।
इस प्रकार शाम को पिंपल के पास जाना। पिंपल के पास जाकर के ब्रह्मदेव, बरम बाबा होते परम बाबा को प्रणाम करना पड़ता है। ब्रह्म बाबा, मैं आपके यहाँ से मुंजा ले जाना चाहता हूँ। मुझे देव मूझे पीपल मुंजा दें।
फिर पूजा कि मैं साधना करना चाहता हूँ। मुझ पर ऐसी कृपा करें। ब्रह्म बाबा ऐसा बोलकर के आप पिंपल से कुछ दूर हट जाइए और हठ करके दक्षिण दिशा में अपना मुंह करके काला वस्त्र पहने।
काले वस्त्र पहन कर के साधना करने रुद्राक्ष की माला होनी चाहिए, उससे साधना करनी है। आपको थोड़ा सा हटके पर पानी छिड़क कर के एक काला कपड़ा बिछाना है। काला कपड़ा बिछाकर उस पर मिठाइयां या जो मैंने सामग्री बताई फल फूल माला, ये शराब, धूप, अगरबत्ती ये सब रख दें।
सरसों के तेल के पास दीपक जला करके रखते हैं और अब आप वहां बैठ कर के माला जाप करें। माला जाप करते जाइये करते जाइए। तीन दिन इसी प्रकार से आप कर्म करें तो तीसरे दिन क्या मंजा आपके सामने आएंगे। बहुत सारे लड़के लड़कियां आपके सामने आयेंगी। जब वो आयें तो उन्हें चॉकलेट दे दें। वो चले जायेंगे लगे लेकिन उनमें से एक मुंजा नहीं जायेगा
वो कहेगा क्या बात है? मुझे क्यों बुलाया ? आपको किसने बुलाया कि आप मेरे साथ रहकर के मैं जो काम बताऊँ वो करेंगे। अगर करेंगे तो मैं आपको भोग दूंगा तो क्या होगा?
भले ही रोटी, सब्जी, मिठाई, फल, फूल गोभी का भोग मैं आपको दूंगा तो पहले निश्चित कर लें कि मैं यह भोग मांगूंगा और वह भोग एक दिन पहले मुझे बता दें कि आपका कितने बजें भोग मांगेंगे तो मैं भोग आपको देगा तो मुंजा कहेगा ठीक है।
अब उससे कहें कि मुझे और मेरे परिवार के किसी भी व्यक्ति को परेशान नहीं करोगे। वो कहेगा नहीं करूंगा। मेरे कहे बिना कोई भी भला बुरा कोई भी काम मैं करोगे तो कहेंगे नहीं। लेकिन हमेशा मेरे साथ रह कर कि जो मैं काम बोलता हूं वह काम आपको इस प्रकार से बच्चन को बांध लें।
पाँच मुझे आपके साथ चला जाएगा और चला जा करके फिर आपको अच्छी तरह से पूजा से भोग देख करके काम कराते रहिएगा तो उसको मुक्त रहना।
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