Sunday, March 2, 2025
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दिव्य शक्ति प्राप्त करने का मंत्र -रक्षपाल देवता साधना Divya Shakti Prapt Karne Ka Mantra ph.85280 57364

दिव्य शक्ति प्राप्त करने का मंत्र -रक्षपाल देवता साधना Divya Shakti Prapt Karne Ka Mantra ph.85280 57364

दिव्य शक्ति प्राप्त करने का मंत्र -रक्षपाल देवता साधना Divya Shakti Prapt Karne Ka Mantra
दिव्य शक्ति प्राप्त करने का मंत्र -रक्षपाल देवता साधना Divya Shakti Prapt Karne Ka Mantra

दिव्य शक्ति प्राप्त करने का मंत्र -रक्षपाल देवता साधना यह साधना सौम्य  और सात्विक है इस साधना से रक्षपाल देवतासाधक को दिव्य शक्ति प्रदान करते है और मनचाहा वरदान भी प्रदान करते है 

दिव्य शक्ति प्राप्त करने का मंत्र Divya Shakti Prapt Karne Ka Mantra

माता भेखलिया दे ढकें जन्म लेया । ताम्ब कुण्डे सिङ्ग लेया, बारह माह खेल खिलाया। अज वडेरा, कल वडेरा, पत्थाया पत्यया । घुंघयां सरलियां जोतां गांदा। ढाकें तेरी रम्भी विराजे, सिरें तेरें लम्बा टोप विराजे । पिट्ठी तेरिया किरलू । हत्थें तेरें नरेलू सोहन्दा, चिट्ठा चोला लम्बा डोरा । मण्डिया- दा, मण्डियाल कुल्लेए-दा कोली चम्वे-दा, चम्वलाय मणि महेशे दा, चेला सिमरिया ओखिया वेला दर्शन देने गुरु मेरे । मेहरा दिया घडिया औणा । सदेयां औणा भेजेयां जाणा, मैं बार-बार गुलाम तेरा ।

Divya Shakti Prapt Karne Ka Mantra दिव्य शक्ति प्राप्त करने का मंत्र साधना विधि

जल, गन्ध, अक्षत, फूल, धूप, ज्योति, नैवेद्य के रूप में हलुवा और हाथ से काता हुआ सूत – यह आठो सामग्री लेकर रात्रि एक प्रहर बाद (सबेरे तीन और चार बजे के बीच) पीपल के वृक्ष के नीचे जाए। पीपल के चारो तरफ प्रदक्षिणा कर दे। जनेऊ के रूप में तीन धागे पीपल के चारो ओर बाँधे; पत्तों पर पूजन सामग्री रखे। धूप- ज्योति जलाये फिर गुरु व गणेशजी का सुमिरन करके पीपल के नीचे एक माला जप करे।

जप के बाद ज्योति लेकर घर वापस आ जाय और अपने पूजन कक्ष में पूजनोपरान्त फिर एक माला जप करे। रविवार के दिन सुबह-शाम घर पर दो माला जप करें। ४१ दिन के भीतर ही रक्षपाल प्रकट होकर वर प्रदान करते हैं।

Rodhar nath
Rodhar nathhttp://gurumantrasadhna.com
My name is Rudra Nath, I am a Nath Yogi, I have done deep research on Tantra. I have learned this knowledge by living near saints and experienced people. None of my knowledge is bookish, I have learned it by experiencing myself. I have benefited from that knowledge in my life, I want this knowledge to reach the masses.
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