🧐 ब्रह्म राक्षस: परिचय और भ्रांतियों पर विचार
Brahmarakshas ब्रह्म राक्षस परिचय और भ्रांतियों पर विचार कौंन होता है गुरु मंत्र साधना डॉटकॉम पोस्ट में आपका एक बार फिर से स्वागत है। आज हमारे साथ हैं रुद्रनाथ जी। रुद्रनाथ जी आज हमें बताएँगे कि जो जनता की मेल आ रही है, फोन आ रही है कि ब्रह्म राक्षस के बारे में जानना है। उनको सिद्ध कैसे किया जाता है।
आज वो हमारे पोस्ट पर विस्तार से बताएँगे कि ब्रह्म राक्षस की कैसे सिद्धि की जाती है और दूसरी बात इसकी शक्ति क्या है और इसको प्रयोग में कैसे लाना और इससे बचा भी कैसे जा सके। ठीक है? तो मैं अपने पोस्ट पर आपका स्वागत करता हूँ रुद्रनाथ जी एक बार फिर से जी धन्यवाद सबसे पहले। जी जय माता की, जय श्री महाकाल। जय श्री महाकाल।
तो जो मैंने आपसे तीन चार सवाल पूछे हैं इनको टॉपिक को बताओ कि कैसे कवर करना है। तो पहले तो मैं आपको ये चीज़ बताना चाहता हूँ जो हमारे नए विज़िटर आए हैं अभी जो नई ऑडियंस है तो उनको मैं एक चीज़ बताना चाहता हूँ कि ब्रह्म राक्षस है क्या, सबसे पहले तो उसकी जानकारी देना बहुत ज़रूरी है क्योंकि इसके बारे में ना बहुत सारी गलत धारणाएँ हैं। जी ठीक है।
किसी को कुछ पता भी नहीं है और फालतू में कोई भी वेबसाइट लेख बना के डाल रहा है। ठीक है? बिल्कुल बिल्कुल। और मैं इसका बिल्कुल कम से कम समय में मैं इसको कवर करूँगा। ज़्यादा मैं समय नहीं लूँगा। बिल्कुल। ठीक है।
🔱 ब्रह्म राक्षस का पौराणिक संबंध: कश्यप और विश्रवा ऋषि
तो देखिए जो ब्रह्म राक्षस है वो है क्या? मैं आपको चीज़ बताता हूँ। कॉन्सेप्ट समझिएगा, कोई बंदा भी है तो ब्रह्म राक्षस जो है ठीक है, जो कश्यप ऋषि हुए हैं, ठीक है, कश्यप ऋषि के साथ भी इनका रिलेशन है और विश्रवा ऋषि के साथ भी है, दोनों ऋषियों के साथ है इनका रिलेशन।
पहले तो मैं कश्यप ऋषि का रिलेशन बताता हूँ। कश्यप ऋषि की दो पत्नियां, वैसे तो काफी सारी पत्नियाँ थी, जो दो पत्नियाँ थी वो मेन थी दिति और अदिति मुख्य रूप से। हाँ, जो दिति थी, ठीक है, उसके यहाँ पर हो सकता है कि थोड़ा मैं उलटपुलट भी बोल सकता हूँ दिति और अदिति को लेके, तो आप अपने हिसाब से उसको मैनेज कर लेना।
गरुड़ हुए, मैं बता देता हूँ जिसमें आपको हाँ जी मैं कम्प्लीट करता हूँ। तो दिति थी, ठीक है जी, तो उनके वहाँ पर अगर मैं गलत हूँगा तो आप मेरे को टोकिएगा ज़रूर। जी जी। जिनके वहाँ पर जो हुए हैं, ठीक है, वो हुए थे जी देवता। बिल्कुल मैं सही हूँ जी क्योंकि मेरे को थोड़ा कन्फ़्यूज़न होता है को लेके। देखो जी, जो अदिति से सीधा देवता जाएँगे। अदिति से अदेवता जाएँगे। हाँ, जो अदिति थी, एक तो उसके वहाँ पर जो पैदा हुए थे, राक्षस पैदा हुए थे। बिल्कुल। ठीक है।
एक तो उनका रिलेशन यह है कश्यप और ऋषि से। ठीक है। जितने भी अदिति के आगे बेटे हुए हैं, जितने भी औलाद हुई है, सब राक्षस ही हुई है। हाँ हाँ हाँ। ठीक है। तो ये आप समझ जाओ कि जो कश्यप ऋषि थे, ब्राह्मण थे। ब्राह्मण होने के कारण जो आगे औलाद हुई।
मतलब एक ब्राह्मण की तेजस्वी औलाद थी। मतलब वो ऋषि कोई तेजस्वी थे पूरी तरीके से। पूर्ण रूप से तेजस्वी थे। भाई मैं ऑडियंस आपको बता देता हूँ। एक बेटा उनको वहाँ से मिला है गरुड़ जो भगवान विष्णु का सारथी है। जी वो दिति से हुआ है।
मतलब कि आपकी जनता को पता लग जाएगा। और जो इंद्र आदि देवता हुए हैं, दिति से पैदा हुए। इंद्र देव, वरुण देव, जितने भी है ये। देवी देवता सारे ही दिति के ही पुत्र थे। आगे इन्होंने फिर यज्ञ करके, तपस्या करके देव तत्व को प्राप्त कर लिया। ठीक है।
तो ये एक तो जो अदिति से आगे चीज़ें चली, वो हुए जी ब्रह्म राक्षस क्योंकि वो ब्राह्मण के बेटे थे। तेजस्वी थे। हम तो वो कहलाए ब्रह्म राक्षस। बिल्कुल। अब यहाँ पर कोई कन्फ़्यूज़न तो नहीं रहनी चाहिए। क्लियर है ना मैटर?
मैटर देखो जो जो ऋषि थे कश्यप ऋषि। ठीक है? वो एक ब्राह्मण थे। आगे इसीलिए जो राक्षस पैदा हुए उनकी कुल से वो ब्रह्म राक्षस पैदा हुए। दूसरा कॉन्सेप्ट मैं अभी बताता हूँ। पुलस्त्य ऋषि। ठीक है? ब्रह्मा जी के पुत्र हुए पुलस्त्य ऋषि। पुलस्त्य ऋषि के आगे पुत्र हुए विश्रवा ऋषि। ठीक है?
विश्रवा ऋषि से जो पहली पत्नी थी उससे कुबेर पैदा हुए। हम्म ठीक है। जिनको नल कुबेर बोला जाता है। कुबेर पैदा हुए। ठीक है। बिल्कुल। आगे चलके भगवान शिव ने उनकी ड्यूटी लगा दी कोषा अध्यक्ष के लिए। बिल्कुल।
रावण रावण के जो भाई थे भाई थे दूर के भाई थे आगे भाई हाँ जो आगे विश्रवा ऋषि के आगे दूसरी पत्नी हुई उससे पैदा हुए रावण, कुम्भकर्ण आदि। ये थे ब्रह्म राक्षस। बिल्कुल।
अगर आप पूरा कॉन्सेप्ट समझ गए हैं कि जो ऋषियों की कुल से जो पैदा हुए थे। वो ब्रह्म राक्षस पैदा हुए थे। जी वो ब्राह्मण होने के कारण वो ब्रह्म राक्षस कहलाए।
🚫 झूठी धारणाओं का खंडन: पूजा पाठ और ब्रह्म राक्षस बनना
अच्छा, अज्ञानी लोग मैं देखता हूँ वेबसाइटों के ऊपर बेवकूफ बैठे हुए हैं। जी वो कॉन्सेप्ट क्या बताते हैं? जी जो ब्राह्मण पूजा पाठ करता है। जी गलत काम करता है। उसके बाद वो ब्रह्म राक्षस बन जाता है। मूर्ख प्राणी हो। ऐसा कुछ नहीं है। ऐसा कुछ नहीं है। मैं एक चीज़ बोलता हूँ।
ऊपर कोई वो जातपात का भेदभाव नहीं है। गलत काम करेगा उसके लिए नर्क है। सही काम के लिए स्वर्ग है। वो वहाँ जातपात नहीं देखी जाती। ये धरती लोक के ऊपर जातपात का चक्कर है।
बिल्कुल। अगर कोई थोड़ा पूजा पाठ कर रहा है ना साधक, उसको एक मौका मिलता है। इंसान की जन्म फिर दोबारा मिलता है। थोड़ा अपने आप को सुधार ले।
जैसे भाई हमें मिला हुआ है दोनों को। बिल्कुल। तो उसी तरीके से ही उनको दोबारा जन्म मिलता है कि कुछ अधूरे काम करें अपने आप को मोक्ष की प्राप्ति को और आगे बढ़ें।
ये नहीं है कि अगर ब्राह्मण कोई गलत काम कर रहा है तो ब्रह्म राक्षस बन जाएगा। ये कहाँ के साले लॉजिक लगा रहे मेरे को यही नहीं पता। लॉजिक सबसे बड़ी बात ये है मैं।
🛡️ ब्रह्म राक्षस से सुरक्षा और उसकी शक्ति
अच्छा, दूसरी जी, मैं अब कॉन्सेप्ट के ऊपर आऊंगा। जी जी। क्लियर हो गया सबको कि आगे बताऊँगा। जी। लोग क्या बोलते हैं कि ब्रह्म राक्षस से बचा कैसे जाता है? अगर किसी के ऊपर ब्रह्म राक्षस लग गया, बड़े से बड़ा तांत्रिक नहीं बचा सकता। मैं सीधी बात बोलता हूँ।
लोग बोलते हैं कि हम हम तो हनुमान चालीसा पढ़ लेंगे। ठीक है। तुम क्या हनुमान चालीसा पढ़ोगे? ब्रह्म राक्षस तुमसे भी शुद्ध हनुमान चालीसा तुम्हें सुना देगा। वो बोलेगा महामृत्युंजय पढ़ेंगे, उससे भी शुद्ध सुना देगा। क्योंकि वो साला खुद ब्राह्मण है। जी। बिल्कुल। वो हाईलाइट है।
उनका दादा, परदादा या बाप वो हाई लेवल के ऋषि हैं। हाई लेवल के ऋषि हैं। वो तुमसे ज़्यादा शुद्ध सुना देंगे। जी। और आप तो चकरा जाओगे यार। अभी ये क्या चक्कर है? जी।
अब मैंने ऐसा केस देखा है जी और हम उनके सामने उनके घर के मेम्बर हनुमान चालीसा पढ़ते थे। वो आ गए। वो हनुमान चालीसा सुनाता था। बिल्कुल शुद्ध रूप में। बिल्कुल। गायत्री मंत्र उसने सुना दिए। बिल्कुल। वो बताता था इसका वो भी लगाओ। शाप में विमोचन भी करो उसका।
हाँ, शाप विमोचन करो। मक्खी पे मक्खी चलाएगा वो पूरी शुद्ध रूप में। उसमें आप एक चीज़ लगा लो। आप उसको मंत्रों से या हनुमान चालीसा से नहीं बाँध सकते। सबसे बड़ा कॉन्सेप्ट ये उसको कोई बड़े से बड़ा तांत्रिक नहीं बाँध सकता।
जो जिस ऋषि का ब्रह्म राक्षस के पिता का नाम लिया दिति, अदिति तो सतयुग में हुए हैं। ये तो कलयुग चल रहा है ना। तो लेवल किसका बड़ा, ब्रह्म राक्षस का या आज के तांत्रिक का? ब्रह्म राक्षस का लेवल बड़ा है। भाई दूसरी चीज़ आप एक चीज़ लगाओ ना कि वहाँ पर ब्रह्म तत्व चल रहा है। सबसे बड़ी ब्रह्मा का तत्व चल रहा है। ब्रह्म एक बहुत बड़े ऋषि का तत्व चल रहा है।
तो वहाँ वो कि कैसे आप उसको हरा पाओगे? और यही उल्लू के पठ्ठे को समझ नहीं ना। जिसका नाम ब्रह्म है। जी। राम जो श्री रामचंद्र जी थे, ठीक है, उनकी पूजा किसने करवाई थी? जी वो रावण ने करवाई थी जी। राम जी ने रावण खुद आए थे। रावण खुद आए थे।
उससे बड़ा ब्राह्मण कौन होगा? उन्होंने उस समय बोला था कि इस समय धरती पर इनसे बड़ा ब्राह्मण नहीं है कोई भी। उनको बुलाओ, वेद पाठी। वो कर्मकांड करेंगे। और वह आए थे। बिल्कुल आए थे। और दूसरी चीज़ मैं को एक चीज़ और बताता हूँ। जी।
सिम्पल कॉन्सेप्ट। ठीक है? रावण अगर हम एग्ज़ाम्पल लें ना ब्रह्म राक्षस की, तो रावण भी ब्रह्म राक्षस था। जी सीधी बात है। बिल्कुल। ठीक है। और दूसरी चीज़ जहाँ ब्रह्म राक्षस खड़ा हो जाएगा वहाँ बड़े से बड़ा तांत्रिक फेल हो जाएगा। सीधी बात है। बच ही नहीं सकता। जी।
वहाँ पर वहाँ पर ना वहाँ पर केवल नाथ योगी, उच्च लेवल का नाथ योगी ही बचा सकता है। नहीं तो कोई नहीं दुनिया की पावर बचा सकता। कोई नहीं बचा सकता। सही बात बोल रहे हो। यही चीज़ है जी कि मैं एक चीज़ बोलता हूँ। जी। ब्रह्म राक्षस की साधना भी होती है। ठीक है। इसके मान लो अगर अगर मान लो मैं आपको चीज़ और कॉन्सेप्ट बताता हूँ।
अगर कोई बंदा कर रहा है। ठीक है जी। अगर उस बंदे ने कर ली साधना हम तो बंदे की छोटी सी गलती होगी ना तो खुद नहीं मरेगा वो ब्रह्म राक्षस पूरा खानदान ही खत्म कर देगा उसको। अरे भाई उसको तो फिर बलि चाहिए ना। बलि चाहे उसकी साधक की हो या उनके परिवार की हो वो तो लेगा ही ना सीधी। नहीं वो किसी को नहीं छोड़ता जी। सबसे खतरनाक और डेंजर साधना है।
अगर आपने उसको कर लिया मैं आपको एक चीज़ और बोलता हूँ कि अगर आपने कर लिया दुनिया की सबसे पावरफुल व्यक्ति आप होंगे। सबसे पावरफुल व्यक्ति आप होंगे। आपके मुक़ाबले में कोई होगा ही नहीं पावरफुल। बिल्कुल। क्योंकि ब्रह्म राक्षस की सिद्धि कोई मज़ाक नहीं है। बड़ी बात है भाई। खेल ही नहीं है।
जैसे आप बात कर रहे हो बता रहे हो। एक-एक स्टेप बता रहे हो, बात बता रहे हो। खेल थोड़ी। हाँ, भाई ऐसा मत सोचना कि भई तांत्रिक बचा लेगा जी। भूत प्रेत है जी। हनुमान चालीसा पढ़ के बचाव कर लेंगे। नहीं, कोई नहीं छुड़वाने वाला नहीं मिलेगा आपको। बिल्कुल बिल्कुल।
करने को तो कर लोगे आप। तो मैं इसीलिए ये साधना में नहीं डाल रहा हूँ। सीधी बात है क्योंकि बहुत मेरे पास पड़ी है। ठीक है। हम नाथ संप्रदाय से हैं तो नाथ संप्रदाय में किसी चीज़ की कोई कमी नहीं छोड़ी है गुरु गोरखनाथ जी ने। ठीक है। तो हम ये चीज़ें रिवील नहीं कर सकते क्योंकि बंदा खुद नहीं मरेगा, लोगों को मारेगा। मैं आपकी बात रोक रहा हूँ।
सबसे बड़ी बात ये है कि अगर बंदर के हाथ में उस्तरा पकड़ा, खुद तो मरेगा, अगले को भी मार देगा। ये इसका तो वही लॉजिक निकलेगा। डेंजर साधना। अच्छा, ये की कहाँ जाएगी फिर ये साधना? ये की जाती है बिल्कुल एकांत जंगल साइड में।
जहाँ बिल्कुल बीयाबान होता है ना। ठीक है। जब ये आता है ब्रह्म राक्षस तो धरती हिलती है जी। पूरा क्योंकि ये ब्रह्म राक्षसों का स्थान जो है पाताल है। धरती फाड़ के एकदम प्रकट होगा। बिल्कुल बिल्कुल। धरती फाड़ेगा, घर उखाड़ेगा जी।
अगर आप घर पे करोगे तो घर का तो ऐसे ही उड़ जाएगी, घर की छत उड़ जाएगी और घर वाले सोचेंगे साला क्या भूचाल आ गया जी। घर वाले भी जो आसपास के हैं, क्या भूचाल आ गया जी। यही हाल होगा। हाँ, अगर बंदा साला कुछ देख के कर ले। हाँ, तो भाई घर ही फट जाएगा एकदम से। घर ही फट जाएगा।
बिल्कुल सही बात बोल रहे हो भाई। बिल्कुल भाई एक रियलिटी है जी। होती है साधना पर भाई सबको कोई हर एक चीज़ मैं नहीं दे सकता। नहीं नहीं, ठीक है आपकी बात। मरना है, मरने का काम ही करेंगे।
💡 निष्कर्ष और अगली कार्यवाई
कॉन्सेप्ट हमने बता दिया है। ब्राह्मण राक्षस है क्या? आपने ऐसे सिद्ध कैसे इसकी सिद्धि कैसे की जाती है और ये कौन है, ये आपने बिल्कुल बताया। कोई किसी का डाउट होगा तो नीचे कमेंट बॉक्स में बता दे। ठीक है? तो बस बाकी मैं एक चीज़ बोलता हूँ जहाँ ब्रह्म राक्षस आ जाए तो आप प्रणाम करके निकल लो बस। क्योंकि आप उसे जीत नहीं सकते। जी ठीक है जी।
तो ये सिस्टम है जी आज का हमारा यही टॉपिक था कि हम जानकारी दें ब्रह्म राक्षस के बारे में जो भ्रांतियाँ फैल रखी हैं, तो उसके बारे में हम बताएँ। एक चीज़ रह गई रुद्रनाथ जी। भ्रांतियाँ इसलिए फैल रही हैं, कुछ किया नहीं है, कुछ सीखा नहीं है, कुछ पाया नहीं है, तो सब चेपने पे लगे हुए हैं। बढ़िया कैमरा, बढ़िया कैमरा रख के चेपने पे लगे हुए। ऐसे कर रहे हैं।
ऐसे कर रहे हैं कि जैसे कि साला इनका जो है ना वो नेबर है ब्रह्म राक्षस। बस बस बस। पड़ोसी है। मैं फिर भी तंग रह गया जी। जब उस लेडीज़ का मैंने सुना जी। बहुत बड़े वेबसाइट लेख के ऊपर वो लेडी बोल रही है जी। ब्राह्मण राक्षस क्या है? जी जो ब्राह्मण गलत काम करता है जी वो ब्राह्मण राक्षस बन जाता है भाई साहब। वो थोड़ी है। वो तो साला कॉन्सेप्ट ही अलग उन्होंने बना दिया। बताओ। ये सीधी बात है। आएगा जी। नरक जाएगा।
मान लो अघोरी अघोरी एक बात लेता हूँ। वो जब से अघोरी बना है, मरने तक वो इतने मंत्र उच्चारण सिद्धियाँ कर चुका है। जब वो किसी के सामने पड़ेगा, इतनी जल्दी उसको पिंड छोड़ देगा। उनकी तो मुंडी भी पहले बुक होती है कि तू मरेगा, तेरी मुंडी मेरे को चाहिए क्योंकि उसमें ज्ञान होता है उसका सारी उम्र का। वो जब दूसरे अघोरी को मिलती है तो वो ज्ञान जो होता है ज़्यादा बड़ा हो जाता है उसका।
और मैं एक चीज़ और बोलना चाहूँगा जो अघोरी का मैं कॉन्सेप्ट बताता हूँ। या कोई भी सिद्ध व्यक्ति है, अगर उसका शरीर छूटता है, कोई काम अधूरे रह जाते हैं तो दोबारा उसका मनुष्य का ही जन्म होगा उसको। बिल्कुल। तो ये होता है सिस्टम केवल अच्छे लोगों के लिए ये कॉन्सेप्ट है। अगर वो ब्राह्मण है, अभी कोई भी जात का है ना, तो वहाँ ऊपर जात नहीं पूछी जाएगी।
सीधा नर्क में डाल दिए जाओगे गलत काम तो सीधी बात है। जात अब अब आप ये नहीं कोई बंदा बोल सकता है हाँ जी ब्राह्मण है तो चलो कोई बात नहीं इसको ब्रह्म राक्षस की श्रेणी में डाल दो। ये तो कुछ अलग कॉन्सेप्ट हुआ है। वो चीज़ ऐसी नहीं है। जी बिल्कुल।
तो केवल जो ऋषियों की कुल से जो कुल चली है तो ब्रह्म राक्षस है। सीधी बात है जी। भाई भाई मैंने सुना है कि जैसे कहीं बोलते हैं रावण को ऐसे सिद्ध करो, वैसे सिद्ध करो। सालों एक उपाय मैंने जो बताया था वो इतना धड़ल्ले के साथ फैल रहा है। अगर अच्छा किसी को अगर खुजली हो भी रही है ना ब्रह्म राक्षस की तो रावण ही कर ले। वह भी ब्रह्म राक्षस ही था भाई।
तो कर तो सही। करे तो सही। पहले ही उसको पता लग जाएगा ना हफ्ते, एक हफ्ते में पता लग जाएगा। और एक तरीके से उनकी दो इच्छाएँ पूरी हो गई। एक तो चलो उनका हो गया काम। ठीक है। ब्राह्मण राक्षस की खुजली दूर हो गई।
दूसरा चलो वो भी हो गया, दो काम हो गए ना। ऑप्शन मिल गई है। चाहे पहली ऑप्शन जाए, दूसरी ऑप्शन। बिल्कुल बिल्कुल। तो यही चीज़ है जी। बंदा ये चीज़ करे।
तो आज का जो टॉपिक है यहीं समाप्त करते हैं। जी बहुत मज़ा आया जी आपके साथ बातचीत करके। जी शुक्रिया भाई पोस्ट पे आने के लिए। रुद्रनाथ जी आपका एक बार फिर से। तो आज के लिए मैं यहाँ पर विराम करता हूँ। ठीक है। जय महाकाल और जय माता की






