सुरक्षा घेरा कैसे बनाएं – साधना में सुरक्षा घेरा की आवश्यकता

सुरक्षा घेरा क्यों आवश्यक है?
आज हम लोग डिस्कस करेंगे कि किस प्रकार आप सुरक्षा घेरा बना सकते हैं। अब देखो, हम सब लोग मंत्र जाप करते हैं, ध्यान करते हैं, कई बार साधना करते हैं और हमें बहुत डर लगता है कि अगर साधना करते वक्त, मंत्र जाप करते वक्त अगर नकारात्मकता यानी कि नेगेटिविटी हमने आकर्षित कर ली तो?
पोस्ट पढ़ी क्योंकि आप लोगों ने ना कई बार मेरी वीडियो भी देखी है और बहुत से लोगों की पोस्ट पढ़ी है, जो लोग बताते हैं कि मंत्र जाप अगर आप बिना प्रोटेक्शन के करते हो तो नेगेटिविटी आ जाती है। तो किस प्रकार प्रोटेक्शन बनाई जाए? किस प्रकार आप अपना सुरक्षा घेरा बना सकते हो मंत्र जाप करते वक्त, एक बिगिनर के लिए भी और एक एडवांस साधक के लिए भी?
दोनों के ऊपर आज हम लोग डिस्कस करेंगे। इस प्यारी सी पोस्ट में एंड आपको इन्फॉर्मेशन देंगे सुरक्षा घेरे के बारे में। लगभग मैंने पाँच पॉइंट अपने नोट्स में बनाए हैं, ताकि मैं टॉपिक से ना भटकूँ और उन पाँचों पॉइंट को डिस्कस कर सकूँ बहुत सारी बारीकियों के साथ।
तो आप जुड़े रहिए। देखिए, कोई भी डाउट अगर आपको आता है तो डेफिनेटली आप मेरे कमेंट सेक्शन में, मेरे इस लेख के, मुझे बता सकते हैं। हम लोग इस प्यारी सी पोस्ट को शुरू करेंगे जय माता दी के साथ। आप देख रहे हैं माँ आदिशक्ति मेडिटेशन केंद्र। हम सबके छोटे से प्यारे से वेबसाइट में आप सभी लोगों का हार्दिक स्वागत है।
सुरक्षा घेरा बनाने की विधियाँ
1. दीपक का प्रयोग (शुरुआती साधकों के लिए)
सबसे पहला पॉइंट होता है, देखिए, अगर आप मंत्र जाप कर रहे हैं और अगर आप आसन पर बैठकर जाप करते हैं, तो सबसे अच्छा होता है तरीका, एक बेसिक तरीका सुरक्षा का, कि आपके सामने दिया जल रहा हो।
अगर आपके सामने दिया जल रहा होता है, सामने आपने दिया जला लिया है, एक बाती लगाकर घी का दीपक अगर आप जला लेते हैं, तिल के तेल का दीपक अगर आप जला लेते हैं, तो आपकी सुरक्षा एक बेसिक-बेसिक मंत्रों के लिए, बिगिनर के लिए होती है।
अब अगर आपको ज़्यादा ही नकारात्मकता महसूस होती है, डर लगता है कि आपके घर में नकारात्मकता है, इस केस में क्या किया जाए? इस केस में उस दीपक की एक बाती ना करके चौमुख, यानी कि चारों डायरेक्शन में बाती लगाकर जला देनी चाहिए आपको।
भैरव जी के नाम से, हनुमान जी के नाम से, या इष्ट के नाम से या कुलदेवी के नाम से आप जला सकते हैं।
जो भी आपको लगे कि आपको उन पर ज़्यादा ट्रस्ट है, इष्ट पे ज़्यादा ट्रस्ट है, तो आप सुरक्षा के लिए, जो कि मूल रूप से या तो बजरंग बली या तो भैरव जी के लिए या माँ के लिए, कुलदेवी के लिए जलाई जाती है, चौमुख।
आप चाहो तो आपके पास अवेलेबल नहीं हो चौमुख, तो आप आटा गूँदकर भी अपनी मॉम की हेल्प लेकर या आपको खुद से भी आता हो, तो उससे भी आप चौमुख दीपक बनाकर, यानी कि चार मुँह वाला दीपक बनाकर या नॉर्मल से दीपक में भी चार बातियाँ लगा के, चारों डायरेक्शन में रखकर
उसमें क्या होता है, चारों दिशाओं से आपकी सुरक्षा होती है, ऐसी प्रार्थना कर कर आप सामने बैठकर मंत्र जप अगर करते हो, तो आपकी सुरक्षा होती है एक बिगिनर लेवल पर, एक तरीके से जब आप बेसिक साधना कर रहे हो तो।
2. अभिमंत्रित पीली सरसों
दूसरा आता है, अगर आपका मंत्र थोड़ा बहुत जाग्रत है तो आप इस दूसरे मेथड को कर सकते हो। सपोज, अब आपने ‘ओम नमः शिवाय’ का लगभग थोड़ा बहुत जाप किया हुआ है। अब आपको बगलामुखी माँ की साधना करनी है, थोड़ी एडवांस साधनाएँ, या आपको माँ काली की करनी है। इस केस में सुरक्षा कैसे की जाए?
अगर आपको डर लग रहा है कि कुछ गड़बड़ हो सकता है। इस केस में क्या किया जाता है कि आप ना अपने साथ कुछ पीली सरसों ले लेते हो। यह देखो, ये उन्हीं के लिए है जिनको लगता है उनका मंत्र थोड़ा बहुत एक्टिवेटेड है, पुराना वाला, नया सिद्ध कर रहे हैं तो।
इस केस में क्या होता है ना, आपको मैं एक अनुमान दे देता हूँ कि अगर आपने लगभग 3 महीने तक कोई मंत्र जपा है, लगभग-लगभग रोजाना आधा घंटा या 15-20 मिनट या ज़्यादा भी दिया तो बहुत अच्छा है, तो आप इस विधि को अपना सकते हैं। अदरवाइज नहीं, अदरवाइज पहली वाली आपके लिए सही है और जो मैं आगे बताऊँगा, वो आपके लिए सही है। इस केस में क्या किया जाता है ?
इस केस में आराम से आसन पर बैठकर एक पेपर में या एक कटोरी में आप पीली सरसों लीजिए। आप लगभग 2 मिनट तक मानसिक रूप से उस मंत्र का जप कीजिए और उस भगवान का ध्यान कीजिए, उन भगवान का जिनका आपने मंत्र जप किया है। प्रार्थना कीजिए, यह मंत्र जप मन में चलाइए और तीन बार उस पीली सरसों में आपको ब्लो करना है, फूँक मारनी है।
इसके बाद आपको इस उँगली को छोड़ के, इन दो फिंगर, मिडिल वाली और ये थंब से उठाकर 10 दिशाओं में थोड़ा-थोड़ा आपको यह फेंकना होता है साधना में जब आपने घेरा बनाया सुरक्षा का।
तब लेकिन मैं आपको एक बात बता दूँ, सुरक्षा घेरा बनाने के बाद आपको उठना नहीं होता है। अगर आप उठ गए हो ना, सुरक्षा घेरा ओपन हो जाता है।
फिर आप आसन पे बैठेंगे, तब आप फिर से बनाएँगे। दिए वाले केस में नहीं है, दिया तो परमानेंट जल रहा है। इस पीली सरसों वाले केस में होता है। तो जब आप दसों दिशाओं में फेंक देंगे, यानी चार आगे, चार पीछे, एक ऊपर, एक नीचे, इस केस में आपकी दसों दिशाओं लॉक्ड हो जाती हैं, माफ़ कीजिएगा, और कोई भी नकारात्मकता आपके इस घेरे में नहीं आ पाती है।
यह थोड़ा सा एडवांस वाला होता है। देखो, हम लोग तो सात्विक साधक हैं, सात्विक साधनाएँ करते हैं, लेकिन जो तंत्र मार्ग में होते हैं ना, जो बहुत अलग साधनाएँ करते हैं, उस केस में बड़े-बड़े लेवल पर भी ये साधनाओं में इस सुरक्षा घेरा का इस्तेमाल किया जाता है।
लेकिन आमतौर पर देखो, जो लोग मेरे साथ मेडिटेशन क्लासेस में जुड़े हैं ना, उन्हें मैंने यह प्रोसेस बगलामुखी की साधना में करवाया था। लेकिन क्योंकि हम लोग जुड़ के करते हैं ना, तो ज़रूरी नहीं है कि मैं हर किसी को यह प्रोसेस करवाता हूँ।
कई बार कुछ लोग ऐसे होते हैं जिनके घर में पहले से नेगेटिविटी होती है ना, उन्हें कई बार मैं प्रोसेस करवाता हूँ। अदरवाइज जब आप किसी से कनेक्ट हो के साधना, आराधना या मंत्र जप सीखते हो या करते हो, तो सुरक्षा घेरे का आपको इस्तेमाल इतना नहीं होता।
अभी आगे उस टॉपिक पर आऊँगा, पहले मैं पाँचों पॉइंट डिस्कस कर लेता हूँ। फिर आगे हम और लोगों पर भी आते हैं, जो गुरु-दीक्षित हैं या जिनके इष्ट प्रबल हैं, उस टॉपिक पर आएँगे।
3. संकल्प का जल
अगला जो हमारा आता है, यह मेथड बहुत कॉमन है और मेरे मेडिटेशन ग्रुप में और मेरे चैनल को जो बहुत पूर्व से देखते आ रहे हैं ना, वो लोग ऑलरेडी फॉलो करते हैं।
संकल्प के जल से आप सुरक्षा घेरा बना सकते हो। किस प्रकार बनाया जाता है, पता है? आपको क्या करना है, अपने दाहिने हाथ में जल लेना है आसन पर बैठकर।
इस समय पर दीपक जल रहा हो तो बहुत अच्छा है, क्योंकि यह एडवांस लेवल का ऑरा लॉक करता है, आपका सुरक्षा घेरा बनाता है।
आपको दाहिने हाथ में जल लेकर ना प्रार्थना करनी होती है अपने इष्ट से, या आप हनुमान जी से या भैरव जी से प्रार्थना कर सकते हैं कि आप साधना करने जा रहे हैं, आपके संकल्प से और इस अग्नि को साक्षी मान के आप यह संकल्प लेते हुए, ऐसी प्रार्थना करके, अपना नाम बोलते हुए, अपने पिता का नाम बोलते हुए (जो महिलाएँ होती हैं, वो पिता का नाम बोलती हैं, लेकिन शादी के बाद पति का नाम बोलती हैं) से प्रार्थना करके, आपको प्रार्थना करनी होती है कि आप साधना करने जा रहे हो, कितने समय के लिए करोगे, एक घंटे के लिए करोगे।
ड्यूरिंग दैट पीरियड जब मैं साधना कर रहा हूँ, तो मुझे आप सुरक्षा प्रदान करना। ऐसे प्रार्थना करके जल को जो है, थोड़ा-थोड़ा अपने चारों दिशाओं में ऐसे गिरा दें, घेरा बना के गिरा देना होता है। ऐसा नहीं प्रॉपर घेरा बने, बट एज़ अ रिचुअल हल्का-सा घुमा के गिरा दिया जाता है। इस केस में आपका संकल्प से घेरा बन जाता है, आपके जाप की ऊर्जा से जो कि आपको बचाता है। इस केस में भी आपका थोड़ा बहुत मंत्र जाप पूर्व का होना चाहिए।
एज़ अ बिल्कुल बिगिनर अगर मैं हूँ, मैंने कोई चालीसा, कोई स्तोत्र, कुछ भी नहीं किया है अगर आज तक, तो यह घेरा आपके लिए काम नहीं करेगा। इस केस में आपके लिए दीपक का घेरा या चौमुखा वाला दीपक काम करता है। करेक्ट? लेकिन अगर आपकी कुलदेवी की एनर्जी थोड़ी सी घर में है, आप थोड़े से स्ट्रांग हो, थोड़ा बहुत स्पिरिचुअल रहे हो, मंदिर जाते हो, थोड़ा बहुत नाम जप किया है, थोड़ा बहुत ब्रह्मचर्य किया है, तो आप कोई भी घेरा इनमें से लगा पाते हैं।
4. कवच का पाठ
अगला आता है कि अगर आपने कोई कवच का पाठ कर रखा है। अब मैं एग्ज़ांपल देता हूँ। अगर आपने देवी कवच पढ़ रखा है, तो ‘ब्रह्मोवाच यद्गुह्यं परमं लोके सर्वरक्षाकरं नृणाम्।
यन्न कस्यचिदाख्यातं तन्मे ब्रूहि पितामह॥’ कि अगर आपने देवी कवच का पाठ कर रखा है, जो मैंने अभी पढ़ा थोड़ा सा, तो आप देवी कवच का पाठ उस वक्त कर कर, एक बार अगर आपने इस पाठ को बहुत समय से करते आ रहे हो, आपको लगता है कि माँ की बहुत कृपा है, यह पाठ आपका सिद्ध है, एक बार आप पढ़कर अगर बैठ जाओ
तो आप कोई भी साधना कर रहे हो, कोई नकारात्मकता आपको परेशान नहीं कर सकती। अगर बहुत कम किया है, तो उसको तीन बार आप लगातार बैठ के पढ़ लो, आपको काफी समय तक सुरक्षा मिलती है। इसके अलावा भैरव कवच है, राम रक्षा स्तोत्र है, कोई भी ऐसा स्तोत्र जो रक्षा, प्रोटेक्शन के लिए होता है। यहाँ तक कि आप हनुमान चालीसा को भी तीन बार पढ़कर अगर बैठ जाएँगे
हनुमान जी से प्रार्थना करके, तो भी आपकी सुरक्षा उस वक्त हनुमान जी की चालीसा की ऊर्जा के द्वारा आपकी होगी। यह बहुत अच्छा है। तो जिन भी भगवान पर विश्वास हो, जिस भी कवच पर विश्वास हो, अगर वो बहुत प्रबलता से आपने जाप किया है, तो एक बार और अगर उसको कम किया है, तो तीन बार पढ़कर अगर आप बैठते हो।
देखो, ये ना बेसिक साधनाओं के लिए नहीं होता है। सपोज, आप ‘ओम नमः शिवाय’ की कर रहे हो, तो इतनी रिक्वायरमेंट नहीं है। लेकिन हाँ, लगता है आपको कि घर में दिक्कत है, बहुत लोगों को लगता है कि उनके घर में प्रॉब्लम है, इस केस में फिर इस्तेमाल होता है यह। अब सोचिए कि आप एकदम से माँ तारा की साधना कर रहे हैं।
अब मेरे ग्रुप मेंबर्स को मैंने इस बारी, मेरे मेडिटेशन क्लासेस में जो नवरात्रि गए हैं, बहुत कम लोगों ने की, लेकिन माँ तारा की साधना भी कुछ लोगों ने की है।
उस केस में कुछ लोगों ने कवच जो है, कुछ लोगों ने सुरक्षा घेरा बना के साधना की थी, क्योंकि उनका यह पर्पस ही साधना करने का नकारात्मकता से मुक्त होना था कि उनके ऊपर कोई नेगेटिविटी परेशानी ना दे।
तो कई बार कुछ लोग साधना करवाने का, करने का सजेशन मैं देता हूँ, तो उन्होंने जब किया तो कुछ लोगों ने सुरक्षा घेरा लगाया और मैंने कहा लगाने को। कुछ को मैंने नहीं कहा जिनकी ऊर्जा ऑलरेडी प्रबल है, जिनको इष्ट की प्राप्ति हो चुकी है। अभी मैं आता हूँ इस बात पर, उनको इन चीज़ों की वैसे रिक्वायरमेंट नहीं होती है।
5. गुरु या शिक्षक द्वारा प्रदान किया गया कवच
अगला प्रश्न आता है, यह जो कवच वाला पॉइंट, यह चौथा पॉइंट था। मैं चार बता चुका हूँ: दिया, पीली सरसों का, संकल्प का जल, चौथा कवच। अगला है कि आपको ना कवच कोई और भी प्रदान कर सकता है। अब सपोज, जैसे आप किसी के अंडर रहकर साधना करते हो।
अब मैं आपको एक छोटी सी बात बताता हूँ। हमारा हीलिंग बैच चल रहा है। हीलिंग बैच में ना हम लोगों ने नारायण भगवान की छोटी सी एक साधना की है ताकि हम नारायण कवच प्रदान कर सकें किसी को भी, जिनको सुरक्षा चाहिए हो। हीलिंग बैच जो हमारा है ना, यह रेकी हीलिंग, आपने कई बार यह वर्ड सुना होगा, ऐसे ही मंत्र हीलिंग भी होता है।
हमारे यहाँ मंत्र हीलिंग सिखाई जाती है, जिसका बैच नया शुरू हो रहा है अप्रैल के लास्ट में, यानी इसी महीने के लास्ट में या अगले महीने की शुरुआत में शुरू होगा, जैसे ही हमारे पास मेंबर्स कलेक्ट हो जाते हैं, सब लोग आ जाते हैं, वैसे ग्रुप हमारा जो है, वो स्टार्ट हो जाएगा।
तो आप लोग जुड़ना चाहते हो तो दिए गए नंबर पे आप मैसेज कर सकते हो। इस इस बात पर हम लोग आगे डिस्कस कर लेंगे, लेकिन जो मेन हमारा है, वो यह है कि नारायण कवच जैसे वो प्रदान कर रहे हो ना कवच, ऐसे ही आप भी किसी को कवच प्रदान करके लगा सकते हो। आपके टीचर, आपके गुरु या जिसके साथ आप अंडर गाइडेंस में रह के कर रहे हो, वो भी आपको कई बार कवच प्रदान कर देता है। यह कवच कुछ समय के लिए होता है, परमानेंट लाइफ़टाइम नहीं होता। इसकी वैलिडिटी होती है।
जैसे नारायण कवच तीन दिन तक रहता है। सबसे प्रबल कवच होता है सूर्य कवच भी, बहुत अच्छा होता है किसी को प्रदान करने के लिए। आमतौर पर सूर्य नारायण कवच ही प्रदान किया जा सकता है, क्योंकि सूर्य भगवान तो बहुत जाग्रत होते हैं।
जिन्होंने सूर्य भगवान का ज़्यादा जाप भी ना किया हो ना और आध्यात्मिक रहे हैं, मंत्र जप करते आ रहे हैं अपने इष्ट का या कोई भी, तो वो सूर्य कवच तो लगा ही सकता है कोई भी व्यक्ति। किस प्रकार लगाया जाए, इसका प्रोसीजर होता है।
मैं कोशिश करूँगा, वैसे देखो, मेरे मेडिटेशन क्लासेस में तो ऑलरेडी सिखाया जा रहा है, लेकिन यह मैं डेफिनेटली आगे YouTube पर भी कोशिश करूँगा आगे जाके ले आऊँ, ताकि सब लोग इसका लाभ उठा सकें।
किन लोगों को सुरक्षा कवच की आवश्यकता नहीं होती?
प्रबल इष्ट वाले साधक
बाकी जिन लोगों को, मैं इस बात पर आ जाता हूँ जो पाँचवें पॉइंट से भी अलग है, इष्ट की प्राप्ति जिनको हो रखी है ना, जिनके इष्ट बहुत प्रबल हैं, जैसे कि मैं एग्ज़ांपल देता हूँ, अगर आप हनुमान जी को इष्ट मानते हो और हनुमान जी के आप बहुत अनुभूति, स्वप्न में दर्शन, ध्यान में दर्शन, प्रेम भाव है, हनुमान जी के मंदिर जाते हो, बहुत पॉजिटिव लगता है, आपको भरोसा है पूरा कि हनुमान जी मेरे आसपास हैं। देखो, सबसे बड़ा भगवान की प्राप्ति का जो अनुभव होता है
ना सबसे बड़ा, अभी रिसेंटली मैंने एक पॉडकास्ट भी किया है शूट, मेरा पॉडकास्ट नहीं, किसी और चैनल के लिए, आप लोगों तक जल्दी पहुँचेगा, उस पर भी मैंने एक बात बोली है कि भगवान की सबसे ज़्यादा कृपा अगर आपको पहचाननी आपके ऊपर है, भगवान का प्रेम, अपार प्रेम है आपके ऊपर, आपका प्रेम भगवान के ऊपर है, तो वो एक चीज़ प्रदान करते हैं
आपको, उनके मंत्र से या उनके नाम पर आपका प्रेम। यानी कि भगवान का मंत्र जब आपका करने का मन हो रहा है, भगवान का मंत्र जब आपका करने का मन होता है, उन पर भाव बहुत ज़्यादा है, उनके मंदिर जाने का मन करता है,
आपको कोई बाहर खेलने के लिए बुला रहा है, शॉपिंग के लिए बुला रहा है, वो छोड़ के आप कह रहे हो, ‘नहीं, मेरा जाप बचा है, मैं बैठ के मंत्र जपूँ।’ यह प्रेम अगर आपके अंदर है, तो मैं आपके चरण पकड़ सकता हूँ, इतना आप पवित्र और इतने आपके मन में भगवान बसे हैं।
यह बहुत बड़ी बात है। अगर भगवान के नाम के प्रति निष्ठा और प्रेम आपके अंदर है, तो इससे बड़ी भगवान की कृपा आपको कभी नहीं मिल सकती। तो ऐसे व्यक्तियों को किसी प्रकार के कवच की आवश्यकता नहीं होती है। साक्षात भगवान का प्रेम उनके साथ है, भावना उनके साथ है। कहीं पर भी बैठकर जाप करें, कुछ नहीं होगा।
कई बार ऐसा होता है, देखो, अभी आज भी ऐसा हुआ, मैं एक व्यक्ति से मिला, मैंने उनकी बॉडी में ऊर्जा देखी, जाप की ऊर्जा बिल्कुल भी नहीं थी, ध्यान की ऊर्जा बहुत सारी थी। इस केस में यही होता है, नेगेटिविटी आ जाती है।
आपका ऑरा नहीं बना होता ना, आप ऊर्जा से भरी हुई एक तिजोरी हो जिसका लॉक ही नहीं लगा हुआ, नेगेटिविटी आ जाती है। तो ज़रूरी होता है इस केस में कवच लगाना, कवच रह के करो, किसी की गाइडेंस में करो। लेकिन कुछ लोग डिफरेंट होते हैं, भगवान ने उनका अध्यात्म में रहना चुना है। इसलिए बहुत लोग यंग होकर भी अध्यात्म में बहुत आगे या बहुत यंग होकर भी अध्यात्म को बहुत ज़्यादा रुचि रखते हैं।
बहुत से छोटे-छोटे बच्चे देखोगे आप, बहुत से, आपको शायद आप इंटरनेट का जमाना है तो आपके पास रील्स, शॉर्ट्स, वीडियो आती हैं कि बचपन से अध्यात्म में हैं, बहुत छोटे-छोटे बच्चे भगवान के मंत्र बोलते हैं, भगवान के प्रति प्रेम है, सबको अच्छे-अच्छे आचरण सिखाते हैं। वो भगवान, वो पूर्व जन्म की भक्ति रही है, प्रेम, निष्ठा है। ऐसे लोगों को कुछ नहीं कर सकता।
गुरु-दीक्षित साधक
फिर अगला, गुरु। अगर आपने गुरु बनाए हुए हैं और गुरु आपके गुरु हैं, गुरु यानी कि समझिए आपकी प्रबल संत, गुरु जी की जो बहुत अच्छी एनर्जी है, गुरु का मंत्र देते ही, गुरु के सिर पे हाथ रखते ही, उसी वक्त आपके 12 के 12 गोले पूरे हो जाते हैं। 12 के 12 आपके, उसी वक्त आपको ना किसी की प्रोटेक्शन की रिक्वायरमेंट होती है। गुरु मंत्र आपको मिला होता है, वो आपको सब देता है, सुरक्षा भी, कवच भी, हर प्रकार की सुरक्षा प्रदान करता है।
निष्कर्ष एवं संपर्क
तो घर पर रहने वाले एक बिगिनर को, जिनको सुरक्षा चाहिए, अभी कोई गाइडेंस नहीं है, किस प्रकार साधना की जाती है, किस प्रकार प्रार्थना की जाती है, मैंने कोशिश की है अपनी तरफ से सभी पॉइंट्स कवर करने की। इन केस अगर कुछ मिस हो गया है, तो मैं डेफिनेटली आगे आपके लिए इसका पार्ट टू लाके आपको समझा दूँगा।
आप मुझे कमेंट सेक्शन में भी बताइएगा कि अगर आपको कुछ समझ में नहीं आया, तो मैं पूरी कोशिश करूँगा। आप मेरे Instagram पर भी मुझे फॉलो कर सकते हैं, डिस्क्रिप्शन पे लिंक और मेरे WhatsApp नंबर का लिंक भी आपके पास ऑलरेडी है, यानी कि आपकी स्क्रीन पे शायद मेंशन हो रहा होगा, मेरी एडिटिंग टीम लगा देगी।
बाकी डेफिनेटली हम मिलेंगे ऐसी बहुत सारी प्यारी-प्यारी और post के साथ। तब तक के लिए आप सभी को जय माता दी, जय श्री राम।