pathaan movie पठान मूवी विवाद का सच

-रिव़्यू और मूवी कलेक्शन

 

pathan movie पठान मूवी विवाद का सच-रिव़्यू और मूवी कलेक्शन
pathaan movie पठान मूवी विवाद का सच -रिव़्यू और मूवी कलेक्शन

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pathaan movie पठान मूवी विवाद का सच -रिव़्यू और मूवी कलेक्शन  शाहरुख खान की नई फिल्म पठानी 25 जनवरी को रिलीज हो गयी है। और जिस तरह से इस फिल्म को निशाना बनाया गया। शायद हमारे देश में किसी और फिल्म को इतनी बुरी तरह से निशाना नहीं बनाया गया। कई महीने पहले जब इस फिल्म का ट्रेलर  रिलीज भी नहीं हुआ था तो कुछ लोग इस फिल्म का विरोध करने की कोशिश कर रहे थे. और जब दीपिका पादुकोण पर फिल्माया गया गाना शेमलेस रंग सामने आया तो निशाना काफी हद तक चला गया. हमने शाहरुख खान का पोस्टर जलाया है और । हंगामा #BoycottBollywood कथा के तहत किया जाता है। जिसमें कुछ लोग दावा करते हैं कि बॉलीवुड फिल्में हिंदूफोबिक हैं। पूरा बॉलीवुड उद्योग सभी हिंदुओं के खिलाफ है, कि यह हिंदू धर्म पर हमला करता है, और बॉलीवुड फिल्मों में मुसलमानों को हमेशा अच्छा  दिखाया  जाता है।

पठान पहली फिल्म नहीं है जिस पर इस तरह के आरोप लगे हैं। इसी तरह के आरोप पहले भी कई अन्य फिल्मों पर लगाए जा चुके हैं। बहिष्कार की प्रवृत्ति शुरू कर दी गई थी। लाल सिंह चड्ढा, शमशेरा, रक्षा बंधन, ब्रह्मास्त्र, तांडव, आश्रम,  , लक्ष्मी, पहले भी लीला, तूफान, पीके, ओह माई गॉड और केदारनाथ   आदि फिल्मे बेन हो चुकी । तथाकथित हिंदूफोबिक सूची की यह सूची हर गुजरते दिन के साथ लंबी होती जा रही है। फिल्मों के अलावा इन दिनों कुछ गानों को हिंदू विरोधी भी कहा जा रहा है, जैसे स्टूडेंट ऑफ द ईयर का गाना राधा। कुछ ट्विटर अकाउंट भी सामने आए हैं, जो पुरानी फिल्मों की क्लिप शेयर करते हैं, जिसमें कहा गया है कि 10 या 20 साल पहले आपने जो फिल्म देखी थी, वह हिंदू विरोधी थी।

 वे 1980 और 1990 के दशक की फिल्मों को निशाना बना रहे हैं और उन्हें हिंदू विरोधी के रूप में टैग कर रहे हैं।  सवाल उठता है कि क्या बॉलीवुड वास्तव में हिंदू विरोधी है? आइए, पता लगाने की कोशिश करते हैं। शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण की फिल्म ‘पठान’ बहिष्कार की प्रवृत्ति का सामना कर रही है।  बहिष्कार का होने कारन एक गाने में दीपिका पादुकोण  ने  भगवा कलर  के कपड़े  पहन रखे थे। 

पठान मूवी विवाद कारण  pathaan movie controversy reason

पठान मूवी pathaan movie विवाद कारण  pathaan movie controversy reason दोस्तों, यह विवाद तब उठा जब बेशरम रंग गाना रिलीज हुआ। इस गाने में दीपिका पादुकोण अलग-अलग रंग की वेशभूषा में नजर आ रही हैं. उनमें से एक केसरिया/नारंगी रंग का था। नाराज लोगों ने कहा कि बेशरम रंग (बेशर्म रंग) शब्दों में दावा किया गया है कि भगवा रंग बेशर्म है। हम कह रहे हैं कि नारंगी को शर्म आनी चाहिए। तो सवाल यह है कि बॉलीवुड फिल्म पठान के गीत बेशरम रंग में, बेशर्म रंग शब्द से गीतकार का क्या मतलब है?  तो इसी  कारण से इस फिल्म का  विरोध हो रहा है। 

एक चीज जो मैंने इसकी स्टोरी में एक्सपेक्ट नहीं करी थी की उन्होंने आईटीआर लॉन्च्ड डाली है भाई जिसके कारण जॉन अब्राहम का जो विलन है इस पिक्चर के अंदर उसको एक अच्छा खास मोटिवेशन और इमोशनल डेप्थ मिलता है।  मूवी के अंदर ही एक डायलॉग है जो इस सारी चीज को अच्छी तरीके से सामुराई कर देता है, की एक सोल्जर यह नहीं पूछता की उसके देश ने उसके लिए क्या किया बल्कि वह यह पूछता है, की वो अपने देश के लिए क्या कर सकता है। तुमको अगर चूज करना हो अपनी फैमिली या वाइफ और कंट्री तो किसको चूज करोगे। पॉजिटिव चीज बता रहा था इसकी लेकिन अगर नेगेटिव की बात करनी है तो जिस तरीके से इसने अपने स्टोरी को स्ट्रक्चर किया है। ऑलमोस्ट पहला पूरा हाफ अपने को फ्लैशबैक दिखाया है। 

अपने आप में ये कोई प्रॉब्लम नहीं है लेकिन अगर तुमको उसे फ्लैशबैक का एंड पहले से पता है पिक्चर के स्टार्टिंग में ही दिखा दिया तो बहुत सारी चीज पारडिक्टेबल हो जाती है  और ये फ़्लैश बैक इंटरवल के बाद भी कंटिन्यू होती लेकिन उसके 10 मिनट में ही जो एक चीज हुई इतनी बड़ी स्माइल ए गई भाई फेस पे क्या है वो मैं नहीं बताया क्योंकि स्पॉयलर नहीं देता हूं लेकिन तुम लोग जज कर सकते हो कितना खुश है मैं देख कर बहुत बार ऐसी चीज पूरे फैन सर्विस के लिए की जाती है और स्टोरी के अंदर उसका कुछ ज्यादा लेना देना नहीं होता

यहां पर भी वो फायर सर्विस है लेकिन देख कर मजा आया तो एफ एवरीथिंग एल्स क्या फर्क पड़ता है।  जब तुमने पैसे दिए और उसे पैसे का पूरा मजा मिल रहा है तो एक्टर्स के काम  में कोई भी कमी नहीं थी शाहरुख खान ले लो दीपिका पादुकोण या फिर जॉन अब्राहम के विलन को कितना ज्यादा वेट दिया है।  इसके अंदर क्योंकि तुमको भी देख कर शौक लग सकता है की उसने कितनी बार कूट दिया है पठान पिक्चर pathaan movie   के अंदर लेकिन तुम को और मुझे भी पता है की ये मूवी अगर देखने जा रहे हैं तो क्यों जा रहा है। पहला रीजन शाहरुख खान अगर तुम उनके फैन और तू जाके मूवी देख सकते हो दूसरा इसका एक्शन और भाई कितना सारा एक्शन डाला है ट्रेलर देख के अंदाजा लग रहा था और वो पिक्चर के अंदर भी है लाइक लिटरली बहुत बार जरूरत नहीं होती

लेकिन फिर भी एक्शन डाला है क्वांटिटी तो बहुत देखने मिल जाएगी , लेकिन उसकी क्वालिटी में 100% परफेक्ट नहीं बोलूंगा थोड़ा-थोड़ा करके सब कुछ डाल  दिया। कूल वाले मोमेंट्स थोड़े हैं स्टैंडर्ड वाली फाइट कोरिया ग्राफी भी।  थोड़ी दिख जाएगी थोड़े मोमेंट काफी ज्यादा चोपी  है समझ में नहीं आता क्या हुआ थोड़ा ऐसे भी जिसमें तुम chillaoge सिटी मरोगे और थोड़े ऐसे भी जिसके अंदर लगेगा की व्हाट डी क्या हुआ ये क्या कर रहे हो तुम एक्शन के अंदर नॉर्थ को इंप्रेसिव वाली speedramping नोट की  जाती है। और काफी सारी सीन  को या तो कट कर दिया है या फिर बहुत ज्यादा ज़ूम  कर दिया – जो कंट्रोवर्सी क्रिएट कर रहे  बेशर्म रन तुम्हारी बात कर रहा हूं। अब पिक्चर के अंदर जो इतना सारा एक्शन भर भर के डाला है तो उसका vfx   भी काफी ज्यादा इंपॉर्टेंट हो जाता है। जिसको overall में ठीक-ठाक कम निकलने जितना बोलूंगा। 

क्योंकि बहुत बार सीन  को इतना छोटा रखा गया है ना की उनके अंदर की इन परफेक्शंस तो नोटिफिकेशन चीज देखने नहीं, मिलती लेकिन वो कम चला देती है।  तुम्हारा मूड तो खराब नहीं करेगी आधी पुरुष ,क्या करूं दिन में दो बार जब तक आधी पुरुष का नाम ना लू टो  खाना हजम नहीं होता है। फाइनल वाला कंक्लुजन देने से पहले पोस्ट क्रेडिट सीन की बात कर लेते तो हान पिक्चर खत्म होने के बाद थोड़ी देर रुक जाना इनफॉरमेशन तो प्रोवाइड नहीं करिए। 

क्योंकि यशराज फिल्म का जो स्पाई यूनिवर्स है उसको ऑलरेडी कंफर्म कर दिया है और फ्यूचर को लेके क्या पॉसिबिलिटीज हो सकती है। उसको पिक्चर खत्म बता देते हैं लेकिन फिर भी मिड क्रेडिट सीन के अंदर क्या मजे लिए आपने ऑडियंस के और अगर तुम उम्मीद लगा के सारे क्रेडिट देख के रुक जाते हो की भाई पोस्ट क्रेडिट में कुछ देखने फाइनल वर्दी ओएमआर जो एक्सपेक्टशंस थी मूवी से वैसी ही निकली है। 

कुछ बहुत ज्यादा ग्राउंड ब्रेकिंग सिनेमा को आगे ले जाने वाली एक्सीलेंट मूवी नहीं देखने मिलती। हा लेकिन तुम को एक मूवी थिएटर के अंदर देखनी है उससे एक्सपेक्टशंस तुमको ज्यादा चाहिए स्टोरी और लॉजिक थोड़ा कम भी रहा चल जाएगा। ऐसा माइंडसेट है तो जाके ये मूवी देख सकते हो ओवरऑल एक ठीक-ठाक अच्छा वाला एक्शन देखने मिलेगा डायलॉग बाजी भी होगी कॉमेडी होगी हीरो होगा हीरोइन की विलन होगा सारी चीज हैं पठान के अंदर और अगर तुम सोच रहे हो की उसको फैमिली के साथ देखे या नहीं देखे तो देख सकते हो काफी क्लोज है, लेकिन ऐसा कुछ नहीं है मूवी के अंदर लेकिन अगर मजाक चाहिए तो मजा दिलाएगा। 

पठान मूवी कलेक्शन दो  दिन में  १२० करोड़  को पार pathaan movie collection crossed 120 crores in two days

२६ जनवरी की छुट्टी  का कारन बहुत जायदा फायदा हुआ ट्रेड एनालिस्ट रमेश बाला  दूसरे 70 करोड़  का मुनाफा किया जो उनकी सोच से कहीं  जायदा था दो दिन में मूवी ने कुल 127 करोड़  किया यह सबको हैरान करने वाला आकंड़ा था। यह मूवी बहुत विवाद में रहने के कारण  किसी को उम्मीद नहीं थी कि  यह इतना जायदा कमाई करेगी