menka apsara sadhna मेनका अप्सरा साधना विधि विधान और परिचय

 

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मेनका अप्सरा साधना का परिचय और स्वागत

menka apsara sadhna मेनका अप्सरा साधना विधि विधान और परिचय जय श्मशान कालिका देवी दोस्तों नमस्कार गुरु मंत्र साधना डॉटकॉम वेबसाइट पर मैं आप सभी लोगों का हार्दिक स्वागत करता हूं और आज मैं बहुत बेहतरीन एक साधना लेकर आ चुका हूं मेनका अप्सरा की साधना दोस्तों जो इंद्र दरबार की उच्च कोटि की मेनका अप्सरा है दोस्तों आज उनकी मैं साधना लेकर आ चुका हूं और यह जो साधना यह जो मेनका अप्सरा की मैं साधना जो देने जा रहा हूं यह प्रेमिका के रूप में जीवन भर आपके साथ रहने वाली है

और इस जन्म में नहीं अगले जन्म में भी जन्म जन्मांतर के भी साथ में रह सकती है दोस्तों। तो यह मेनका अप्सरा की साधना क्या है किस तरह से है कैसे करना है इसका विधि विधान क्या है

यह जानने से पहले अगर आप लोग हमारी वेबसाइट पर नए हैं तो हमें फॉलो कीजिए ताकि जो मैं अलग-अलग लेख डालता रहूं उसकी सूचना फौरन आप तक पहुंच जाए दोस्तों और आपके जीवन में सुख शांति समृद्धि ऐश्वर्य ये सभी प्राप्त हो जाए आपको और आपके जीवन में से विघ्न समस्याएं शत्रुओं को दूर कर सके दोस्तों तो इसीलिए हमारी वेबसाइट को फॉलो कीजिए दोस्तों।

 

मेनका अप्सरा साधना  के पूर्व अनिवार्य नियम: गुरु और रक्षा कवच

 

मेनका अप्सरा की साधना जो आज मैं देने जा रहा हूं दोस्तों मगर एक रिक्वेस्ट करूंगा कि बगैर गुरु की यह साधनाएं मत कीजिए भले कौन सी भी साधना हो अच्छी साधना हो बुरी साधना हो बगैर गुरु के नहीं करना है।

पहला सर्वप्रथम आपको एक अच्छे गुरु की तलाश करनी है उनके तरफ से शिष्य दीक्षा ही लेकर ही उसके बाद साधना शुरू करनी है दोस्तों क्या क्योंकि वेबसाइटों पर इतना अच्छी तरह से बताते हैं ना साधना कि उसको पढ़ने के बाद साधना साधक इतना मोहित हो जाता है कि मैं अभी ऐसे चुटकी बजा के कर लूंगा करके समझता है तो प्राण घात हो जाता है दोस्तों।

मेनका अप्सरा साधना में सुरक्षा का महत्व

क्या बगैर गुरु के अगर आप साधनाएं करने जाओगे तो आपको हानि मिलेगी मृत्यु भी हो सकता है शरीर को लकवा भी मार सकता है या आप पागल भी हो सकते हो। तो बगैर गुरु के साधना नहीं करना है और बगैर रक्षा कवच के भी यह साधना नहीं करना है दोस्तों। कोई भी साधना हो बगैर रक्षा कवच के भी नहीं करना है।

कुछ साधक लोग मुझे कहते हैं नहीं हमारे पास रक्षा मंत्र है रक्षा घेरा है यह है उन्होंने कितने ध्यान से किया है कितनी सिद्धि प्राप्त की है उनको पता और उस माता को पता दोस्तों। फिर भी मैं कहता हूं कि रक्षा कवच गले में धारण करके साधना करने से कोई प्रॉब्लम तो नहीं है सिवाय आपकी जिंदगी बच सकती है और रक्षा कवच का मूल्य सिर्फ और सिर्फ ₹2000 है दोस्तों ज्यादा नहीं है। क्या उसमें 18-20 नमूने की जड़ी-बूटी बना के आपके नाम से बनाया जाता है।

 

मेनका अप्सरा साधना पारिवारिक जिम्मेदारी का एहसास

 

यह क्यों बता रहा हूं क्योंकि आपकी फैमिली की जिम्मेदारी का एहसास होना चाहिए आपको। आपकी फैमिली पीछे है उसका वो भी पता होना चाहिए। कुछ साधक और साधिका या कुछ भक्त लोग चलो साधना मिली है करके बगैर गुरु के बगैर रक्षा कवच के साधना करते हैं और मृत्यु लोक पहुंच जाते हैं दोस्तों।

तो उसके बाद उस परिवार की हालत क्या होगी उनके माताजी पिताजी की क्या हालत होगी उसके बीवी बच्चों की क्या हालत होगी यह भी सोचना बहुत जरूरी है।

यह मैं क्यों बता रहा हूं क्योंकि मेरे लेख में मैं सही तरह से विधि विधान सब कुछ बताता हूं और मंत्र भी मैं सही तरह से बताता हूं इसके लिए जो मैं दे रहा हूं साधनाएं बहुत पावरफुल रहती है और जल्दी ही सिद्धि प्राप्त हो जाती है आपको।

तो सिद्धि प्राप्ति के चक्कर में आपको हानि ना हो जाए आपके परिवार को नुकसान ना हो जाए इसलिए मैं इतने ईमानदारी के साथ आपको सभी बातें बताता हूं दिल से बताता हूं।

 

मेनका अप्सरा साधना आध्यात्मिक ज्ञान का सही प्रसार

 

पैसा कमाने का कोई इरादा नहीं है दोस्तों। जब आप मेरे घर पर आओगे मेरा बंगला गाड़ियां वगैरह देखोगे तो आप खुद ही कहोगे कि गुरुजी आपको पैसे की कोई जरूरत नहीं है।

मगर कुछ ढोंगी लोगों के वजह से क्या हो रहा है आध्यात्मिक का नाम बहुत खराब होते जा रहा है इसलिए मेरे गुरुवर्य ने मेरे पर जिम्मेदारी डाली है कि आध्यात्मिक को सभी तरफ फैलाना है सही जानकारी सही विधि विधान देना है।

तो इसीलिए मैं ये कार्य कर रहा हूं दोस्तों तो सहकार्य करें क्या और आपकी जिंदगी अनमोल है आपके परिवार के लिए तो रक्षा कवच लेकर ही साधना करें और गुरु बना के ही साधना करें।

 

कौन हैं मेनका अप्सरा ?

 

तो चलिए दोस्तों मेनका अप्सरा की साधना क्या है किस तरह से इसके बारे में थोड़ी सी जानकारी लेंगे। मेनका अप्सरा जो है इंद्र दरबार में की उच्च कोटि की अप्सरा है दोस्तों ये इसका स्थान बहुत बड़ा है क्या इसको बहुत ऋषि मुनियों ने हासिल किया हुआ है इस मेनका अप्सरा के साथ संसार बसाया हुआ है उसके साथ भोग विलास करके बच्चे भी पैदा किए हैं दोस्तों। क्या सांसारिक सुख वगैरह सब कुछ उन्होंने हासिल किया है।

तो एक कोई साधक को अगर सांसारिक सुख वगैरह चाहिए भोग विलास भी चाहिए सुख शांति समृद्धि चाहिए तो जिंदगी में मेनका अप्सरा की साधना एक बार जरूर कर लेना दोस्तों क्योंकि इसमें डरावने अनुभव ज्यादा नहीं होते हैं। मेनका अप्सरा की साधना में बहुत सरल विधि विधान है इसका बहुत शांत की तरह से है मेनका अप्सरा कोई डराती नहीं कुछ भी नहीं है दोस्तों आपके साथ उपस्थित एक सुंदर स्त्री के रूप में आके रुक जाती है दोस्तों।

मेनका अप्सरा साधना में दुष्ट शक्तियों से बचाव

 

क्या मगर रक्षा कवच क्यों धारण करना चाहिए मैं बताता हूं दोस्तों जब आप साधना का मंत्र जप करते रहते हो उस मंत्र जितना आप जप कर रहे हो उस मंत्र को मोहित होकर आजूबाजू में जो दुष्ट शक्तियां रहती है ना जिन जिन्नात भूत प्रेत डाकिनी शाकिनी वगैरह वो मोहित होकर आ जाते हैं और आपके सामने आके हाहाकार मचाना शुरू कर देते तो आपको डर लग जाता है या कोई इतने नीच शक्तियां रहती है कि वो आपके ऊपर हमला भी कर सकती है तो उससे बचने के लिए मैं बताता हूं क्या। तो यह सौम्य रूप की मैं आज साधना दे रहा हूं आप यह साधना घर पर भी कर सकते हो।

 

साधना की संपूर्ण विधि

 

स्थान और वातावरण की तैयारी

 

देखिए दोस्तों यह साधना करने के लिए आपको एकांत कमरा कमरे की जरूरत है साफ सुथरा हो थोड़ा सा भीड़ भाड़ से जरा दूर लीजिए कमरा अगर क्या क्योंकि क्या हो जाता है भीड़ भाड़ की दुनिया में शक्तियां आने के लिए संकोच करती है शक्तियां नहीं आती है।

क्या तो थोड़ा सा भीड़भाड़ मतलब मान लीजिए आपका कोई खेत-खलिहान है क्या तो वहां पर भी एक छोटी सी कुटिया बांधी रहती है ना उसको साफ सुथरा कर लीजिए वहां पर भी कर सकते हैं। नहीं है तो थोड़ा सा बांध लीजिए अगर साधना में हासिल शक्तियां हासिल करना चाहते हो तो थोड़ा सा खर्चा हो जाएगा मगर कर लीजिए सिद्धि तो प्राप्ति हो जाएगी शक्ति तो मिल जाएगी आपको बाद में आपकी लाइफ चेंज हो सकती है दोस्तों। तो वरना नहीं है तो ऐसा रूम देखिए जहां पर आपके अलावा उस रूम में कोई आता-जाता न हो सिर्फ आपको ही आना जाना है वहां पर।

 

साधना की अवधि और नियम

 

और यह जो साधना बहुत दिनों की नहीं है दोस्तों सिर्फ और सिर्फ सात दिन की साधना मैं बताने जा रहा हूं मेनका अप्सरा की साधना सिर्फ और सिर्फ सात दिन की है ज्यादा नहीं है। तो क्या कर लीजिए एकांत कमरा आपको पहले से ढूंढ के रख लीजिए उसको साफ सुथरा एकदम सुगंधित कर लीजिए क्या अच्छी तरह से खुशबू वगैरह लगा दीजिए अंदर वगैरह।

और आपको भी सात दिन ब्रह्मचर्य का पालन करना है सात्विक भोजन खाना है मांस मदिरा मछली अंडे वगैरह कुछ भी नहीं खाना है।

जितना सौम्य भोजन हो जाएगा जितना लाइटली हो जाएगा उतना ही खाना आज पेट भर के करके खाते हो ना इतना मत खाना है आधे पेट से आपको खाना खाना है क्या आधे पेट ही खाना खाकर उठना है मान लीजिए चार रोटियां खाते हो तो दो रोटी खा लीजिए तो यह हिसाब से निवेदन कर लीजिए .

क्योंकि शक्ति में आलस नहीं चाहिए जब मंत्र पठन करते हो तो आलस आ के नींद आना शुरू हो जाता है तो इसलिए लोग शाम के सूर्यास्त होने के बाद कोई भी खाना नहीं खाता था तो सूर्यास्त के पहले ही खा लीजिए।

शुभ मुहूर्त और आचरण

और यह जो साधना करनी है आपको इसका टाइमिंग रहेगा रात के 10 बजे के बाद। क्या एकादशी और पूर्णिमा क्या एकादशी और पूर्णिमा के बीच में एक शुभ मुहूर्त देख के आपको ये साधना शुरू करनी है दोस्तों। शुभ मुहूर्त निकाल लीजिए एकादशी और पूर्णिमा के बीच में मतलब साधना के लाभ बहुत हो जाते हैं क्या शीघ्र ही साधना ये सिद्ध हो जाती है।

तो अच्छा सा मुहूर्त निकाल लिया यहां पर आपको ब्रह्मचर्य का तो पालन करना ही है सात्विक भोजन आहार करना है और साफ सुथरा रहना बहुत जरूरी है और सात दिन मौन व्रत धारण करना है।

कम बोलिए अगर जरूरी है तो ही बात कीजिए वरना कुछ भी बात मत निकाले अब शब्द ही बात मत निकाले किसी औरतों की तरफ देखना करना यह सब बंद कर दीजिए। सात दिन जितना मेनका अप्सरा के ख्यालों में आप डूबे रहोगे उतना सिद्धि के चांसेस बढ़ जाएंगे दोस्तों।

पूजन सामग्री और मंत्र जाप

क्या तो मान लीजिए आपने एकादशी और पूर्णिमा के बीच में एक बहुत बेहतरीन सा एक मुहूर्त निकाल लिया अच्छा मुहूर्त निकाल लिया तो रात्रि के 10 बजे के बाद आपको यह साधना करना है। दिशा जो आपकी रहेगी दोस्तों उत्तर की ओर रहने वाली है। मुख जो आपका करना है उत्तर की ओर करके बैठना है।

वस्त्र जो रहेंगे यह पूरी तरह से सफेद वस्त्र रहने वाले हैं। आसन जो रहेगा पूरी तरह से सफेद आसन रहने वाला है। और माला जो यहां पर दी है वो स्फटिक की माला दी है। स्फटिक की माला से आपको यह मंत्र जाप करना है। और जो मैं यहां पर मंत्र दिया हूं इसकी डेली 51 माला का जाप आपको पूरा करना है।

क्या कितने माला का 51, 51 माला का वहां पर जाप करना है। और सामने एक देसी घी का चिराग़ लगा दीजिए दीपक लगा दीजिए क्या दीपक लगा के आपको यह साधना करनी है दोस्तों। दिशा उत्तर की ओर रहने वाली है मंत्र आपको कंटिन्यू पठन करते जाना है और यहां पर जो मैं यंत्र दिया हूं क्या मेनका अप्सरा का जो यंत्र दिया है इसको आपको भोज पत्र के ऊपर स्थापित करना है।

भोज पत्र के ऊपर लिख के लीजिए उसकी प्राण प्रतिष्ठा कर लीजिए पूजा अर्चना कर लीजिए और सामने रख लीजिए एक चौकी के ऊपर रख सकते हैं आप चौकी नहीं तो एक पाटी वगैरह लीजिए उसके पर रख दीजिए क्या थोड़ा सा हल्दी कुमकुम वगैरह अगरबत्ती लगा दीजिए धूप वगैरह डाल दीजिए इत्र वगैरह डाल दीजिए एकदम कमरे को खुशबूदार कर दीजिए और मंत्र पठन करना स्टार्ट कर दीजिए दोस्तों।

ॐ ह्रीं मेनका मम प्रिय मम चित्तानुरंजन करि करि फट

साधना के दौरान होने वाले अनुभव

धीरे धीरे धीरे धीरे मंत्र पठन करते करते करते अलग से अनुभव आना शुरू हो जाएंगे दोस्तों। डे वन से अनुभव स्टार्ट हो जाते हैं यहां पे अच्छे अनुभव स्टार्ट हो जाते हैं। अगर किसी का बैड लक है इर्दगिर्द भूत पिशाच वगैरह बहुत है तो बैंड भी बज सकती है क्या।

तो अलग-अलग बहुत बेहतरीन अनुभव होना शुरू हो जाते हैं। कोई स्त्री ऐसी भागते हुए छम छम छम छम पायल की आवाज आती है घुंघरुओं की आवाज आती है खुशबू आना शुरू हो जाती है क्या एकदम फर्स्ट क्लास मोगरे की गुलाब की चंपा की ऐसे अलग-अलग खुशबू आना वहां पर जो शुरू हो जाती है ठंडी हवाएं आना शुरू हो जाती है क्या लहराते हुए बलखाती हुए कोई लड़की आ रही है ऐसा लगेगा आपको।

मतलब एक अच्छा एक स्वर्ग के जैसा ही आनंद आपको वहां पर प्राप्त हो जाएगा दोस्तों। क्या बिल्कुल स्वर्ग के जैसा ही आनंद आपको वहां पर प्राप्त होने वाला है। तो ध्यान लगा के आप मंत्र करना है और आपके सेक्स पावर के ऊपर आपको कंट्रोल रखना है।

 

सिद्धि प्राप्ति और वचन

 

क्या ऐसा करते करते करते अलग-अलग अनुभव होते जाएंगे डेली 51 माला होने के बाद आपको उसी रूम में आपको सोना है क्या एक चादर वगैरह बिछा लीजिए और वहीं पर सो जाइए दोस्तों जमीन पर आराम से। ऐसा करते करते सात दिन आप यह साधना पूरी करनी है और सातवें दिन मेनका अप्सरा एक खूबसूरत औरत के रूप में आपके सामने प्रकट हो जाएगी।

 

अप्सरा के प्रकट होने पर क्या करें?

 

प्रकट होते ही वह आपके साथ भोग विलास करने की बहुत कोशिश करेगी क्या भोग विलास करने की बहुत कोशिश करेगी तो उसको नमन कीजिए हे देवी थोड़ा सा रुक जाओ क्या विनम्रता से उसके पास से कुछ वचन मांग लीजिए नम्रता से हे देवी करके बोलिए नम्रता से उसके पास से मैं भोग विलास आपके साथ करूंगा मगर मुझे कुछ वचन चाहिए वह वचन दीजिए।

तो उसी में वह वचन देती है तो इतना प्रसन्न होती है इतना प्रसन्न हो जाती है दोस्तों आपके ऊपर क्या बताऊं क्या बहुत अच्छी तरह से प्रसन्न होकर आपको सुख शांति समृद्धि ऐश्वर्य यवन भोग विलास सब कुछ दे देती है।

 

साधना भंग होने का खतरा

 

मगर कुछ साधकों की साधना भंग भी हो चुकी है दोस्तों। जैसे ही वो आकर उसका सौंदर्य वगैरह देख लिया तो उसके साथ सीधा ही भोग विलास करना शुरू कर देते हैं तो वचन मांगना ही भूल जाते हैं तो वो देवी मेनका अप्सरा आपसे नाराज होकर चली जाती है।

क्या मेनका अप्सरा आपसे नाराज होकर चली जाती है तो इसके लिए सेक्स के ऊपर यवन के ऊपर आपके कंट्रोल रखना जरूरी है क्या। और जब भी वह प्रकट हो जाएगी तो नम्रता से उसके पास से वचन आदि मांग लीजिए फिर उसके बाद आप भोग विलास वगैरह जो चाहिए उस मेनका अप्सरा के साथ कर दीजिए दोस्तों कोई दिक्कत नहीं है।

 

साधना के दीर्घकालिक लाभ

 

क्या बहुत सरल सी साधना है दोस्तों आसान से सिद्धि होने वाली साधना है क्या इसमें कोई भयानक अनुभव नहीं है जो भी अनुभव रहेंगे स्वर्ग की तरह ही अनुभव रहने वाले हैं। तो यह साधना जीवन में आए हो तो एक बार करके देखना जिसको भी जरूरत है।

 

जन्म-जन्मांतर का साथ

 

क्या कीजिए ये प्रेमिका के रूप में आपके साथ जन्म-जन्मांतर रहती है दोस्तों। अगर आपने उससे वचन में मांग लिया मेरे साथ प्रेमिका के रूप में मैं पुनर्जन्म यह देह भी त्याग दूंगा पुनर्जन्म मेरा जिधर भी हो जाएगा .

इस उम्र में जब आपका अंतिम समय आता है तब वचन ले सकते हो इस उम्र में मैं किधर भी पैदा हो जाऊं इस उम्र में आकर मुझे तुमको मिलना है क्या। तो ऐसा भी वचन मांग के ले सकते हो दोस्तों क्या ऐसा वचन वो दे देती है मेनका अप्सरा दोस्तों। तो अगले जन्म मान लीजिए आपने इधर दूसरी जगह पर पैदा हो गए जो भी अपने उम्र बताई है मान लीजिए 20 साल बताई है 25 साल बताई उस एज में उस उम्र में वह आके मेनका अप्सरा आपको प्रकट हो जाती है।

तो तब कहती है स्वामी आप मेरे पिछले जन्म में प्रेम थे और आपने मेरे पास से वचन लिया था कि मैं जहां पर भी जन्म ले लू तो मेरे सामने आकर प्रकट होना है इसलिए मैं मेरा वचन निभाने के लिए आई हूं। ऐसा करके फिर उसी जन्म में भी आपको सुख शांति समृद्धि भोग विलास वगैरह सब कुछ मिलना शुरू हो जाता है दोस्तों।

संपर्क और अन्य सेवाएं

बहुत अच्छी सरल साधना है दोस्तों घर बैठे संसार साधक भी कर सकता है। संसार साधक ने की तो आपके पत्नी को वगैरह कोई प्रॉब्लम नहीं होने वाला है तो बिंदास आप कर सकते हैं साधक भी कर सकता है कोई दिक्कत नहीं है नया भक्त भी कर सकता है यह साधना मगर गुरु के मार्गदर्शन में कीजिए रक्षा कवच धारण करके कीजिए।

 

व्यक्तिगत मुलाकात

 

अगर कोई साधक मुझे मिलना चाहता है या साधिका मिलना चाहती है नया भक्त मिलना चाहता है तो दोस्तों मैं कर्नाटक बेलगाम में रहता हूं सीधा मेरे घर पे आके मुझे मिल सकते हो।

ना मैं किसी को किधर जंगल में मिलता हूं ना श्मशान में मिलता हूं ना होटल में मिलता हूं सीधा मेरे घर पर मैं आपको मिलूंगा दोस्तों। क्या तो मैं कर्नाटक बेलगाम में रहता हूं तो सीधा घर पे आ जाइए दोस्तों और जो मैंने मेरा मोबाइल नंबर दे चुका हूं उसके ऊपर मुझे कांटेक्ट कीजिए और आप सभी लोगों से रिक्वेस्ट है कि सभी लेख सही तरह से पढ़ लीजिए।

 

उपलब्ध सेवाएं

 

क्या और और एक विनंती करता हूं दोस्तों कि चैटिंग मत कीजिए बहुत चैटिंग होता है दोस्तों इतने मैसेज आ जाते जितने का मैं रिप्लाई भी नहीं दे सकता हूं मुझे क्षमा करें हां फोन कीजिए मैं बात करूंगा मिस्ड कॉल गिरी है तो मैं बाद में जैसा वक्त मिलता है मैं कॉल करूंगा आप लोगों को और आपकी समस्या निवारण करने की कोशिश करूंगा दोस्तों।

क्या और किसी साधक साधिका या नए भक्त को शक्ति ट्रांसफर चाहिए तो शक्ति ट्रांसफर भी मेरे पास से मिल जाएगी उसके लिए कंडीशन एक ही है मेरे घर पर आपको आना पड़ेगा क्योंकि शक्ति ट्रांसफर दोस्तों ऑनलाइन फोन पे नहीं होती है मेरे पास तो नहीं होती है बाकी गुरु का मुझे कुछ पता नहीं है।

मगर एक एग्जांपल देना चाहूंगा अगर आपको भूख लगी है तो खाना मैंने फोन में से भेज दिया तो आप खा सकते हो क्या? नहीं ना। तो उसके लिए खाने के पास बर्तन अपने प्लेट अपने हाथ में रहना चाहिए तब हम खाना खा सकते हैं।

तो शक्ति ट्रांसफर भी ऐसे ही है बाकी आप समझदार हो आपकी मर्जी आपको जो चाहिए वो कीजिए। और दूसरी किसी साधक साधिका या भक्त को साधना सीखना चाहते हैं तो वह भी मैं सिखा दूंगा क्या आराम से साधना सीख सकते हो जब तक आपको सिद्धि प्राप्त नहीं होगी तब तक मार्गदर्शन देता रहूंगा।

या किसी साधक साधिका या भक्त को सिर्फ सामग्री चाहिए तो सामग्री भी मेरे पास ही मिल जाएगी। क्या और रक्षा कवच चाहिए सिर्फ और सिर्फ रक्षा कवच चाहिए तो रक्षा कवच भी मेरे पास से मिल जाएगा दोस्तों।

 

सामग्री प्राप्ति की प्रक्रिया

क्या आप दूर रहते हैं तो ये जो मैंने नंबर दिया है यह गूगल पे फोन पे अमाउंट डाल दीजिए आपके बाइक कूरियर से स्पीड पोस्ट से आपके घर तक पहुंच जाएगा।

अंतिम निवेदन

 

क्या और दोस्तों यह मेनका अप्सरा का साधना जो मैंने आज इतनी अच्छी दी है यह कैसे लगी पसंद करके जरूर बताना। मुझे ढेर सारे लाइक आ रहे हैं आपका कोटि कोटि धन्यवाद सभी सब्सक्राइबर का सभी लोगों का साधकों का आप मुझे इतना पसंद कर रहे हैं इतने मेरे साधना को पसंद कर रहे हैं कोटि कोटि धन्यवाद दोस्तों।

ऐसे ही मेरे पे प्यार करते रहिए और इस लेख को जितना हो जाए उतना शेयर कीजिए दोस्तों क्या पता किसी साधु को अगर अच्छी साधना चाहिए तो ये मिल जाएगी और उसका वो लाभ उठा सके मन वंचित फल उसको प्राप्त हो जाए दोस्तों। एक अच्छा गुरु मिल जाए अच्छी साधना मिल जाए तो इससे बड़ा पुण्य का कार्य और कुछ भी नहीं है दोस्तों।

क्या तो जितना हो सके उतना इस लेख को शेयर कीजिए, पसंद कीजिए और हमारी वेबसाइट को फॉलो कीजिए दोस्तों। तो दोस्तों मिलते हैं अगले पोस्ट में जय श्मशान कालिका देवी।

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Rodhar nath
मैं रुद्र नाथ हूँ — एक साधक, एक नाथ योगी। मैंने अपने जीवन को तंत्र साधना और योग को समर्पित किया है। मेरा ज्ञान न तो किताबी है, न ही केवल शाब्दिक यह वह ज्ञान है जिसे मैंने संतों, तांत्रिकों और अनुभवी साधकों के सान्निध्य में रहकर स्वयं सीखा है और अनुभव किया है।मैंने तंत्र विद्या पर गहन शोध किया है, पर यह शोध किसी पुस्तकालय में बैठकर नहीं, बल्कि साधना की अग्नि में तपकर, जीवन के प्रत्येक क्षण में उसे जीकर प्राप्त किया है। जो भी सीखा, वह आत्मा की गहराइयों में उतरकर, आंतरिक अनुभूतियों से प्राप्त किया।मेरा उद्देश्य केवल आत्मकल्याण नहीं, अपितु उस दिव्य ज्ञान को जन-जन तक पहुँचाना है, जिससे मनुष्य अपने जीवन के गूढ़ रहस्यों को समझ सके और आत्मशक्ति को जागृत कर सके।यह मंच उसी यात्रा का एक पड़ाव है — जहाँ आप और हम साथ चलें, अनुभव करें, और उस अनंत चेतना से जुड़ें, जो हमारे भीतर है ।Rodhar nathhttps://gurumantrasadhna.com/rudra-nath/