karna pishachini sadhna कर्ण पिशाचिनी साधना का सच विस्तार सहित जानकरी karna pishachini sadhna

गुरुमंत्रसाधना.कॉम में आपका हार्दिक स्वागत है। देखिए, जो आज का टॉपिक रहने वाला है, वह कर्ण पिशाचिनी साधना के सच के बारे में रहेगा। बहुत सारे लोग प्रश्न पूछते हैं कि कर्ण पिशाचिनी जो है, उसको करने के बाद जीवन में क्या होता है?
देखिए, अगर आप कर्ण पिशाचिनी कर रहे हैं, ठीक है? सबसे पहला ज़िंदगी में बदलाव यही होगा कि आप वर्तमान और भूतकाल की जो ख़बर है, आपको पता चल जाएगी। ठीक है? वर्तमान में क्या चल रहा है और भूतकाल में क्या हो चुका है?
इतनी ही ख़बर होगी। बस इससे ज़्यादा और कुछ नहीं। ठीक है? तो इस इन्फ़ॉर्मेशन से आप कर क्या सकते हैं? ठीक है? आप अपना भूतकाल जान सकते हैं कि भूतकाल में कौन सी ऐसी ग़लतियाँ मैंने करी हैं जो आज का जो वर्तमान है, वह ख़राब हो चुका है। तो ये चीज़ आप जान सकते हैं इससे। ठीक है?
दूसरी चीज़, जिन लोगों को थोड़ा लोगों के बीच में फ़ेमस होना है, ठीक है? जैसे बागेश्वर धाम वाले बाबा हैं, तो उस तरीक़े से भी आप फ़ेमस हो सकते हैं। ठीक है? तो यह फ़ायदा है। उसके बाद इसका और यह फ़ायदा है कि जैसे बड़े से बड़े जो महापुरुष हैं या कोई व्यक्ति है जो किसी भी चीज़ का जानकार है, उसके बारे में भी आपको बता देगी।
फ़लानी जगह के ऊपर फ़लाना जानकार व्यक्ति बैठा है तो आप उससे नॉलेज ले सकते हैं। तो केवल इतनी ही जानकारी बताएगी। ठीक है? कर्ण पिशाचिनी के क्या लाभ हैं, इसके बारे में अलग वीडियो फिर बनाऊँगा। तो ये चीज़, यह जानकारी केवल आपको बताती है – भूतकाल और वर्तमान काल। ठीक है?
फिर उसके बाद क्या है? जैसे कि आपने इसको कर लिया, ठीक है? अब जिसको मदारीगीरी वाले काम करने हैं, तो मैं उसको मदारी ही बोलता हूँ जो लोगों के बीच में चमत्कार दिखाता है, पर्चा बनाता है और लोगों से फिर पैसे ऐंठता है या ठगता है।
तो वह मदारी से कम नहीं है। वह साधक नहीं, वह मदारी है। जिसको मदारीगीरी वाले काम करने हैं, तो उसके लिए भी यह चीज़ बेस्ट है। वह कर सकता है।
इससे ज़्यादा और कुछ नहीं है। ठीक है? यही इसका सत्य है। ठीक है? अगर आप बोलोगे मैं सट्टा जान जाऊँगा, बिल्कुल नहीं जान पाओगे। लॉटरी का नंबर पता चल जाएगा, शेयर मार्केट का पता चल जाएगा, कुछ नहीं पता चलेगा। ठीक है ?
ये सब बकवासबाज़ी चीज़ें हैं। ठीक है? इतना ही जान पाओगे केवल। ठीक है? इससे ज़्यादा और कुछ नहीं। अगर यह इन्फ़ॉर्मेशन आपके लिए पर्याप्त है, तो आप यह कर्ण पिशाचिनी की साधना ज़रूर करिए। ठीक है?
जो भविष्य जानने वाली साधना होती है, वो उच्च स्तर की साधना होती हैं। यह थोड़ी निम्न स्तर की साधना होती है। ठीक है? उच्च स्तर की साधना होती है, वो भविष्य भी बताती है।
तो भविष्य बताने वाली साधनाएँ कौन सी हैं? तो उसमें पंचांगुलि महाविद्या है, कर्ण मातंगी है। ठीक है? तो यह कुछ साधनाएँ ऐसी हैं जो भविष्य बताती हैं।
भूतकाल तो बताएंगी, साथ में भविष्य भी बताती हैं। जो निम्न कोटि की साधना होती है, या तो भूतकाल बताती है या भूतकाल के साथ वर्तमान काल बताती है। इससे ज़्यादा और कुछ नहीं। ठीक है?
आपको दूसरी चीज़ यह है, धन-ऐश्वर्य की प्राप्ति होगी, समाज में सम्मान मिलेगा। ठीक है? जो भौतिक सुख चाहते हो, तो वह सब मिलेंगे। ठीक है? पर दूसरा सत्य यह भी है, ठीक है? अगर आप इसको करते हैं, तो शक्ति के विसर्जन करवाने वाला व्यक्ति भी चाहिए होगा।
अगर नहीं मिलता है, तो आपकी ज़िंदगी में बहुत ही बड़ी दिक़्क़त होने वाली है। ठीक है? तो जिस व्यक्ति से आप दीक्षा लीजिए, गुरु दीक्षा लो, ठीक है? कर्ण पिशाचिनी साधना की, तो उसी से ही आप इसके विसर्जन की भी विधि पूछ लो।
किस तरीक़े से विसर्जन होगा और उन गुरु से बोलो कि जब भी विसर्जन करना होगा, तो आप ही करिएगा। ठीक है? इस चीज़ का भी वचन लो आप। ठीक है? तो अपनी ओर से पूरी सेफ़्टी के साथ चलना। नहीं चलोगे तो भाई आपकी गति करवाने वाला कोई व्यक्ति नहीं होगा।
फिर आप भी पिशाच बनोगे फिर। तो यह रियलिटी मैं बता देता हूँ। तो पूरी सेफ़्टी के साथ ही चलना।
दूसरी चीज़, यह सात्विक, सौम्य तरीक़े से भी कर सकते हैं और तामसिक, वाममार्गी, अघोर तरीक़े से भी की जा सकती है। ठीक है? अब आपको ये चीज़ देखनी है। ठीक है? यह इतनी आसान भी नहीं होती है। जिस तरीक़े से लोग बोलते हैं यह भी कर लोगे, यह होगा, वह होगा, इतना आसान नहीं है।
अगर रियलिटी देखें तो बताती है बहुत कुछ, तो उस लेवल तक आपको नहीं बताएगी। एक लेवल तक की ही बातें पूछ सकते हैं। ठीक है? तो ये होता है इसके अंदर सिस्टम। अगर आप इतने में संतुष्ट हैं भूतकाल और वर्तमान काल से, तो आप इसको ज़रूर करिए। ठीक है?
वैसे तो मैं रिकमेंड यही करता हूँ, आप पंचांगुलि महाविद्या की साधना कर लीजिए। बिल्कुल सात्विक विषय है और आपको भूत, भविष्य, वर्तमान काल की तो जानकारी बताएगी, साथ में आपके अंदर वह ज्ञान पैदा हो जाएगा। फिर आप शांत हो जाओगे।
मदारीगीरी वाले काम करोगे नहीं। जिसको त्रिकालदर्शी हो जाता है, तो वह मदारीगीरी वाले काम नहीं करता है जो आज की डेट में बाबा लोग कर रहे हैं।
तो उनको बहुत बार पूछा गया एक ही सवाल, मदारियों को, कि “मदारियों, जो दुनिया के अंदर घटनाएँ हो रही हैं, ठीक है? उसको तो आप बता के रोक सकते हो, क्यों नहीं रोकते?” तो मदारियों के पास कोई सवाल नहीं है, सवाल का कोई जवाब नहीं। ठीक है?
कुछ मदारी बोलते हैं कि भाई भगवान का जो सिर्फ़ लिखा है, तो उसको हम मिटा नहीं सकते भाई। ठीक है? फिर आप लोगों का जो भगवान ने लिखा है, लोगों की ज़िंदगी में दुख, तो वो क्यों मिटा रहे हो आप? ठीक? तो ये मेरा मदारियों से सवाल है। जो मदारीगीरी करके पैसा कमाते हैं, तो उनसे यही सवाल, तो आप बताओ। ठीक है?
तो इससे भी आप लोगों के कर्मों में विघ्न-बाधा उत्पन्न कर रहे हो, उनके कष्टों को हर रहे हो। ठीक है? पता नहीं हरते हैं या नहीं हरते, जैसा उनका दावा है। ठीक है? क्या वह चीज़ फिर ग़लत नहीं है? उसमें भी कर्म-चक्र डिस्टर्ब होता है। ठीक है?
तो जो यह सवाल मैंने पूछा, तो आप उनसे पूछो, जो मदारीगीरी करके पैसा इकट्ठा करते हैं, पर्चा बनाते हैं, तो उनके पास कोई सवाल नहीं होगा। क्योंकि यह निम्न कोटि की सिद्धियाँ लेके बैठे हैं। बताते यह हैं कि हनुमान जी की सिद्धि कर रखी है। यह सरासर झूठ है और लोगों के साथ धोखा है। ठीक है?
कर रखी है तो बताओ भविष्य भाई किसी का भी। भविष्य बताने की इनकी औक़ात नहीं है। ठीक है? भविष्य बता पाते तो इनका जो पंडोखर सरकार है, वह तो सीएम के पद की कुर्सी के ऊपर हार गया। उसको पता चलता तो वह भविष्यवक्ता होता, तो अपने ज़मानत का पैसा बचा लेता और समाज में जो इज़्ज़त है, वह भी बच जाती।
समाज में इज़्ज़त भी गई और लोगों के सामने पोल भी खुल गई। इसके पल्ले कुछ नहीं है। अब कोई नहीं पूछता। बहुत कम लोग आते हैं। ये क्या है? तो भाई ये सिस्टम है। ये सब, यह मदारी हैं। तो मदारियों से आप सावधान रहें। साधक कहलाने का इनका हक़ नहीं है। ठीक है? केवल यह मदारी रहे।
अब इतिहास उठा के देख लो। क्या भगवान शिव ने ऐसे जाके चमत्कार दिखा के लोगों से पैसा इकट्ठा किया? नहीं किया भाई। ठीक है? तो किसी भगवान ने भी चमत्कार दिखा के लोगों से पैसा नहीं ठगा, ना ही हमारे जो ऋषि-मुनि हैं, तो उनकी ऐसी परंपरा रही है कि लोगों का पर्चा बना के और उनका भविष्य बताकर उनसे पैसा ठगना।
आज तक किसी ऋषि-मुनि ने ऐसे काम नहीं करे। वही लोग करते हैं जो आज के कलियुगी मदारी हैं। वो अपने आप को ऋषि, ब्रह्मर्षि बोलते हैं। भाई, ऐसे लोगों से सावधान रहें। ठीक है? जो चीज़ हमारे पूर्वज नहीं करते हैं, तो वही चीज़ अगर कोई दूसरा करेगा और सनातन धर्म का नाम ख़राब करेगा, तो ऐसे लोगों को हम नहीं छोड़ेंगे। ठीक है? ऐसे लोगों के पास जाने वाले लोग भी बेवकूफ़ हैं। तो आज के लिए बस इतना ही। जय श्री महाकाल।