बाबा मंसाराम और गंगाराम अघोरी की साधना: शक्तियाँ और विधान

नमस्ते, मैं आप सभी का गुरु मंत्र साधना ‘ में स्वागत करता हूँ। आज जो मैं आप लोगों के लिए पोस्ट लेकर आया हूँ, वह पोस्ट बहुत ही स्पेशल और लाजवाब होने वाली है। तो यह जो पोस्ट मैं देने जा रहा हूँ, यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी है।
साधना का परिचय और पृष्ठभूमि
जैसे मैंने अभी आप लोगों को पहली पोस्ट में, इससे पहले जो पोस्ट लिखी थी, उसमें बताया था आशु मेहतरानी के विषय में कि आशु मेहतरानी, इस्माइल जोगिनी के आगे क्यों कोई भी देवी-देवता नहीं आते, उनकी शक्ति के आगे कोई भी देवता क्यों नहीं टिक सकते हैं।
हमने बाण का प्रयोग कर दिया है तो अगर हम पूजते हैं तो हमारी मतलब है कि कोई काट नहीं सकता। आज मैं बताऊँगा कि आप अगर उनको पूजते हैं, उनकी साधना करते हैं तो आप क्या-क्या कर सकते हैं, किस हद तक कर सकते हैं और उनकी साधना करने के बाद आपको क्या फल हो सकता है।
सिद्ध गुरु: बाबा मंसाराम और गंगाराम अघोरी

तो जैसे कि सभी लोग जानते हैं, तंत्र जगत में बाबा मंसाराम अघोरी, गंगाराम बाबाजी, ये बहुत ही विख्यात हैं और ये सिद्ध गुरु हैं, यानी कि यह सिद्ध गुरु थे। उसके बाद जब इन्होंने देह त्यागी तो उसके बाद में इनका स्थान, बाबा गंगाराम जी का, जबलपुर में है और मंसाराम जी का मुझे ध्यान नहीं है कहाँ है, लेकिन मंसाराम जी का भी जिक्र है।
बहुत पावरफुल होते हैं बाबा मंसाराम और गंगाराम। इनके मंत्र अगर आप पढ़ोगे तो मेरे पास इतने प्रचंड गुरुमुखी मंत्र हैं इनके, मतलब आप मंत्र तो समझ सकते हैं कि पीपल पर मूतते, श्मशान में हगते, मैदान में। गाय, भैंस, सूअर, कुत्ता, चारों खाने वाला।
साधना से प्राप्त होने वाली सिद्धियाँ और शक्तियाँ
बाबा मंसाराम अघोरी, बाबा गंगाराम अघोरी, अगर आप बाबा मंसाराम या गंगाराम अघोरी की साधना करते हैं तो क्या प्राप्त कर सकते हैं? ये श्मशान में दर्शन देते हैं, सिर पर खेलते हैं। शरीर पर, और इसी प्रकार इनका नाम है कि अगर आप चाहें तो सिर पर खेलते हैं।
बाबा मंसाराम अघोरी एक मुर्गे पर भी मान जाते हैं, नहीं तो हंड्रेड परसेंट सूअर का बच्चा चाहिए इनको। अगर आप सूअर का बच्चा चढ़ाते हैं बाबा अघोरी को, मंसाराम अघोरी को, तो वे इतने प्रचंड और उपयोगी सिद्ध होते हैं कि ऐसा कोई कार्य नहीं जो आप उनके माध्यम से नहीं कर सकते।
ये तो स्वयं सिद्ध हैं और ऊपर से अघोरी हैं। और तीसरी बात, इन्होंने इतनी साधनाएँ कर रखी थीं, इतनी कर रखी हैं, मतलब इन्होंने अपने जीवन में इतनी साधना कर रखी होगी कि जो उनकी शक्तियाँ हैं, जो उनसे जुड़ी हैं – भूत, प्रेत, जिन्न, जिन्नात, किया-कराया, मसान, जागृत किया, कितने भी – तो जितनी इनके पास सिद्धियाँ हैं।
वह सारा ज्ञान आपको प्राप्त हो जाएगा अगर आप बाबा मंसाराम अघोरी को प्रत्यक्ष कर लेते हैं, उन्हें साध लेते हैं। इसी प्रकार गंगाराम जी को अगर प्रत्यक्ष कर लेते हैं, तो जो इनकी शक्तियाँ हैं, वह भी आपको प्राप्त हो जाएँगी।
गुप्त विद्याओं का ज्ञान
इन शक्तियों को सिद्ध करने से, जैसे ये सिद्ध गुरु हैं, सिद्ध पुरुष मतलब सिद्ध गुरु रहे हैं। ये गुप्त विद्या का ज्ञान देते हैं, ऐसे मंत्रों का ज्ञान देते हैं जिनका वर्णन कहीं नहीं है। गुप्त विद्या, गुप्त शक्तियों का ज्ञान, गुप्त मंत्रों का ज्ञान, गुप्त धन का ज्ञान और गुप्त औषधियों का, यानी कि जड़ी-बूटी का ज्ञान, हर चीज का ज्ञान इनके पास होता है। वह अद्भुत कार्य आप कर सकते हैं जिसका आपने अपने जीवन में कभी सोचा नहीं होगा कि यह कार्य भी आप उनके माध्यम से कर सकते हैं।
अघोरी साधना की विशिष्टताएँ
सबसे स्पेशलिस्ट होते हैं गंगाराम, मंसाराम। किसी की गद्दी बाँधना, किसी के ऊपर भूत चढ़ाना, प्रेत चढ़ाना, किसी की चीज में कुछ भी खिला देना। वशीकरण स्पेशलिस्ट। अगर बाबा मंसाराम अघोरी या गंगाराम अघोरी आपके सिद्ध हैं, उनको आपने प्रत्यक्ष कर रखा है। तो उनके नाम से केवल आप राख को उठाकर दे दीजिए और सामने वाला किसी चीज में मिला दे, आपका काम हो गया।
कुछ ताम-झाम करने की जरूरत नहीं होती है। बहुत पावरफुल हैं। इनकी गद्दियाँ लगती हैं, दरबार लगते हैं। कहने का मतलब अगर आप बाबा मंसाराम अघोरी या गंगाराम अघोरी की साधना करते हैं तो शेष कुछ नहीं रह जाता है।
इनकी शक्तियों की प्रचंडता
जिस प्रकार इस्माइल जोगिनी को इतनी जल्दी से कोई नहीं बाँध सकता, तो ठीक उसी प्रकार बाबा मंसाराम अघोरी को या गंगाराम अघोरी को भी कोई आसानी से नहीं बाँध सकता है। क्योंकि यह स्वयंसिद्ध हैं और इनके आगे कोई देवी-देवता सहज नहीं आते हैं।
क्योंकि ये देवी-देवता तक पर पलटवार करते हैं, देवी-देवताओं को भी बाँध लेते हैं। क्योंकि इन लोगों ने इतनी साधनाएँ स्वयं में कर रखी हैं कि आप इनके मंत्रों से ही समझ सकते हैं।
साधना का नैतिक पक्ष और उद्देश्य
कहने का मतलब है कि इनके द्वारा, अगर आप बाबा मंसाराम अघोरी या गंगाराम अघोरी की साधना कर लेते हैं, तो सात्विक कार्य आप कर सकते हैं जो सत्कर्म के अंतर्गत आते हैं। जरूरी नहीं है कि आप सोचें कि भाई मुझे कोई शक्ति सिद्ध करनी है।
यह तंत्र जगत में महारथी थे और आज भी हैं और आने वाले टाइम में भी महारथी रहेंगे। इन्हीं सिद्धात्माओं ने तंत्र की नींव रखी थी। बाबा गंगाराम, बाबा मंसाराम, कालूराम, ये नाम बहुत ही पावरफुल हैं। इनके नाम से ही लोगों का कल्याण हो जाता है, समझिएगा।
साधना का सही उपयोग
इसके माध्यम से भलाई भी कर सकते हैं और मारण भी हटा सकते हैं, उच्चाटन भी हटा सकते हैं। भूत-प्रेत तो हटाते ही हैं और मूठ करनी को भी कर सकते है। बहुत प्रचंड और उग्र, इनके बारे में सभी लोग भली भाँति जानते हैं कि बाबा गंगाराम अघोरी कैसे हैं, वह कैसे नहीं हैं और बाबा मंसाराम कैसे हैं। और बड़े हठी होते हैं।
एक बार अगर यह किसी से सिद्ध हो जाएँ तो उसकी दोबारा नैया पार है और एक बार किसी से अगर यह रुष्ट हो जाएँ, तो उसे बचाने वाला पैदा नहीं है, यह भी ध्यान रखना।
शक्तियों के उपयोग में सावधानी
ये जितनी भी शक्तियाँ होती हैं, जितनी जल्दी ऊपर लगती हैं, कृपा कराती हैं, जितना फल देती हैं, उससे चार गुना कष्ट देती हैं। तो मैं सभी लोगों से कहता आया हूँ कि जो भी व्यक्ति साधना करे, शक्तियाँ अर्जित करे, , शक्तियाँ आप अर्जित कीजिएगा, साधना कीजिएगा, लेकिन जनकल्याण में पैसा लेना, पैसा कमाना बुरी बात नहीं है।
लोगों ने एक अवधारणा बना रखी है कि कोई बाबा है, तांत्रिक है, तो पैसे नहीं लेता, खाना नहीं खाता है। खाना तो वह भी खाता है, जो तुम पहनते हो, वह भी वही पहनता है। तो यह अवधारणा गलत है।
अगर आपको कोई अपनी सर्विस दे रहा है, आपका काम करके दे रहा है, उसके एवज में फीस लेना है तो क्या गलत हुआ?
लेकिन हाँ, इन शक्तियों के माध्यम से दूसरे का बुरा नहीं करना है, जनकल्याण करना है। यानी कि किसी की समस्या का समाधान करना ही जनहित है, जो समाज की नजरों में अच्छा कार्य हो।
यह नहीं कि पड़ोस से कोई काम लेकर आए कि उसे पड़ोस की भाभी अच्छी लगे, तो समस्या तो उसकी है।
जनकल्याण का महत्व
कोई किसी की वाइफ गलत संगत में पड़ गई है, किसी का बेटा गलत संगत में पड़ गया, किसी की बेटी गलत संगत में पड़ गई है, किसी पर किया-कराया है, खिलाया-पिलाया है, जन कल्याण कीजिए।
जिस काम से दुआ मिले। और मैं यह भी कहता हूँ, सब कुछ पैसा ही नहीं होता है। पैसा और भी तरीकों से कमाया जा सकता है। किसी का बुरा करेंगे तो वह ज्यादा दिन नहीं टिकेगा, किसी का सही करेंगे तब ज्यादा दिन टिकेगा, यह सोचिएगा। तो जो भी करें, जनहित के उद्देश्य से करें।
आगामी साधना शिविर की घोषणा
तो अब जैसे कि मैंने आशु मेहतरानी के विषय में बताया, इस्माइल जोगिनी के विषय में बताया, बाबा मंसाराम के विषय में बताया, किसी अन्य के विषय में अगली पोस्ट में बताऊँगा कि उनके माध्यम से क्या-क्या कर सकते हैं।
यह जो मैं बता रहा हूँ, ये पूर्ण रूप से अघोरी होते हैं। और मैं आप सभी लोगों के बीच में, बहुत समय पहले मेरी वीडियो में मंसाराम के विषय में बता चुका हूँ।
पंजीकरण और तैयारी
जो साधना चाहते हैं, रजिस्ट्रेशन ओपन है। एक महीने पहले से रजिस्ट्रेशन कराएँ तो मैं बता देता हूँ कि शिविर में रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य इसलिए है क्योंकि जब आप रजिस्ट्रेशन करा लेंगे, तो जो भी आप साधना करना चाहते हैं।
उसका मंत्र आपको दे दिया जाएगा, प्रोवाइड कर दिया जाएगा या व्हाट्सएप कर दिया जाएगा। मंत्र जैसे ही आप रजिस्ट्रेशन कराते हैं, इस मंत्र को कंठस्थ करके आना है और आने का फल तभी है जब यह मंत्र आपको कंठस्थ होगा। आने का, जो मंत्र कंठस्थ नहीं होगा, तो कैसे मतलब फल मिल पाएगा? क्योंकि साबर मंत्र होते हैं, बड़े उग्र होते हैं, टेढ़े-मेढ़े होते हैं।
शिविर में शामिल होने का आह्वान
रजिस्ट्रेशन जल्दी से जल्दी कराइए जो आना चाहता है, जुड़ना चाहता है, साधना करना चाहता है, शक्तियाँ क्या होती हैं यह जानना चाहता है, तो वह शिविर ज्वाइन कर सकता है। और इसको प्रमाणित और परीक्षित यहीं किया जाएगा।
अगर आप रियल में साधक हैं, आप चाहते हैं कि शक्तियाँ कैसी होती हैं और शक्तियाँ आपके जीवन में आने से साधक के जीवन में क्या परिवर्तन होता है, अगर इन चीजों से रूबरू होना चाहते हैं, तो इस शिविर को ज्वाइन कीजिए। ज्वाइन करने के बाद जो भी आप साधना करना चाहते हैं, वह साधना कराई जाएगी, उसको चलाने का तरीका, प्रैक्टिकल, सब कुछ कराया जाएगा।
संपर्क जानकारी और समापन
आज के लिए इतना ही जो आना चाहता है, रजिस्ट्रेशन करा सकता है। हमारी हर वीडियो के डिस्क्रिप्शन में आपको अकाउंट नंबर मिल जाएगा। इसी नंबर पर हमारा फोन पे, गूगल पे, पेटीएम चालू है। रजिस्ट्रेशन फीस जमा करके आप स्क्रीनशॉट व्हाट्सएप कर सकते हैं, अपना आधार कार्ड और फोटो। अधिक जानकारी के लिए हमारी संस्था के नंबर पर कॉल करें। संस्था का नंबर है 85280 57364।
सुबह 10 से शाम 7 तक खुला है। इस बीच में एक घंटे का आराम का समय रहता है, एक से दो, उस टाइम कॉल ना करें। तो जो आना चाहता है, वेलकम। आइए और कुछ नया लेकर जाइए। तो दोस्तों, आज के लिए इतना ही। फिर मिलेंगे एक नई जानकारी के साथ और एक नई वीडियो के साथ। तब तक के लिए जय श्री महाकाल। शांति, शांति।