दिवाली की रात्रि में लक्ष्मी साधना का महत्व (Diwali Ki Ratri Mein Lakshmi Sadhana Ka Mahatva)

दिवाली की रात्रि में लक्ष्मी साधना का महत्व (Diwali Ki Ratri Mein Lakshmi Sadhana Ka Mahatva)
दिवाली की रात्रि में लक्ष्मी साधना का महत्व (Diwali Ki Ratri Mein Lakshmi Sadhana Ka Mahatva)

अरे भाई, दीपावली की रात, जिसे महानिशा भी कहते हैं, वो टाइम है जब हम सब माँ लक्ष्मी को अपने घर वेलकम करते हैं। सच कहूँ, यह दिवाली की रात पूरे साल में सबसे ज्यादा इम्पोर्टेन्ट (Important) रात होती है, खासकर उन लोगों के लिए जो धन और समृद्धि को अपने जीवन में अट्रैक्ट (Attract) करना चाहते हैं।

आप मानो या न मानो, इस रात की गई साधना का रिजल्ट (Result) बहुत जल्दी और बहुत ज्यादा मिलता है। जनाब, यह सिर्फ पूजा नहीं है, यह एक तरह का एनर्जी (Energy) चैनल है जिसके जरिए हम पॉजिटिविटी और वेल्थ (Wealth) को फील (Feel) करते हैं।

इसीलिए हर कोई चाहता है कि वो इस स्पेशल (Special) रात पर सही तरीके से माँ लक्ष्मी की आराधना करें। हम आपको यहाँ बिल्कुल सरल तरीका बता रहे हैं, जिससे आप भी इस मैजिकल (Magical) रात का पूरा बेनिफिट (Benefit) उठा सकें। भई देख, तुम अगर फुल फोकस (Full Focus) के साथ ये साधना करोगे, तो तुम्हारा घर खुशियों से भर जाएगा, सही है न?

साधना की तैयारी और सही समय (Sadhana Ki Taiyari Aur Sahi Samay)

 

 

तैयारी की लिस्ट (Preparation List)

 

सुनो जरा, साधना स्टार्ट (Start) करने से पहले कुछ चीजें रेडी (Ready) रखना बहुत जरूरी है। हमारा मकसद है कि आपको बिल्कुल सिम्पल (Simple) और आसानी से मिलने वाली चीजों का यूज़ करना है, ताकि किसी तरह की टेंशन न हो।

सामग्री (Samagri)विवरण (Details)
माँ लक्ष्मी और गणेश जी की मूर्ति/फोटोनई या साफ़ की हुई मूर्ति/फोटो।
पूजा का आसन (Seat)लाल या पीला रंग का आसन बिछाएँ।
दीपक (Lamp)शुद्ध घी या तिल के तेल का एक बड़ा और 11 छोटे दीपक।
अक्षत और कुमकुमरोली और चावल (साबुत चावल, टूटे नहीं)।
फूल और मालाकमल का फूल (सबसे बेस्ट), या लाल गुलाब।
प्रसाद (Sweet Offerings)खीर, मिठाई, या बताशे/खील।
दक्षिणाकुछ कॉइन (Coin) और नोट (Note)।
शुद्ध जलगंगा जल या साफ पानी।
इत्र और धूप/अगरबत्तीसुगंध (Fragrance) बहुत ज़रूरी है।

 

पूजा का शुभ मुहूर्त (Auspicious Time for Puja)

 

वैसे तो पूरी रात ही लक्ष्मी साधना के लिए बहुत अच्छी होती है, तो भी मान लो कि आपको एक निश्चित टाइम पर बैठना है, तो सबसे इम्पोर्टेन्ट (Important) टाइम होता है प्रदोष काल (शाम) और महानिशा काल (आधी रात)।

  • प्रदोष काल: यह सूर्य अस्त होने के लगभग 2 घंटे बाद शुरू होता है। अक्सर लोग इसी टाइम में फैमिली (Family) के साथ पूजा करते हैं।
  • महानिशा काल: यह आधी रात के आसपास का टाइम होता है। साधकों (Sadhaks) के लिए यह टाइम सबसे बेस्ट (Best) माना जाता है। इस टाइम पर की गई साधना का पॉवर (Power) सबसे ज्यादा फील होता है। भाई, मान लो कि अगर आप देर रात तक जाग सकते हैं, तो यह टाइम मत छोड़ना, ठीक है न?

लक्ष्मी साधना की पूरी विधि (Lakshmi Sadhana Ki Poori Vidhi)

 

1. शुद्धिकरण और संकल्प (Purification and Vow)

 

अच्छा सुनो, साधना शुरू करने से पहले आप स्नान (Bath) करके साफ क्लॉथ (Clothes) पहन लें। मैं हमेशा कहता हूँ कि मन की शुद्धि सबसे जरूरी है।

  • जगह साफ करें: पूजा का स्थान अच्छी तरह से साफ करें।
  • आसन पर बैठें: लाल या पीले आसन पर ईस्ट (East) या नॉर्थ (North) की तरफ फेस (Face) करके बैठें।
  • संकल्प लें: आप हाथ में जल, फूल, और चावल लेकर संकल्प (Vow) करें कि आप किसलिए (For what reason) यह साधना कर रहे हैं। उदाहरण के लिए: “हे माँ लक्ष्मी, मैं (अपना नाम) धन, समृद्धि, और सुख के लिए यह साधना कर रहा हूँ।” जरा सोचो, जब तुम संकल्प लेते हो, तो तुम अपनी एनर्जी को एक डाइरेक्शन (Direction) देते हो।

 

2. गणेश वन्दना (Ganesh Worship)

 

तुम देखो, किसी भी पूजा को स्टार्ट करने से पहले गणेश जी की पूजा सबसे जरूरी है। तो आप सबसे पहले गणेश जी को जल, रोली, चावल, और दूर्वा (घास) ऑफर (Offer) करें।

  • उनका ध्यान करें और मन्त्र (Mantra) बोलें: ‘वक्रतुंड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा।
  • यार, हम गुरू को और गणेश जी को पहले इसलिए याद करते हैं, ताकि साधना में कोई प्रॉब्लम (Problem) न आए, समझे?

 

3. कलश स्थापना और दीपक प्रज्वलन (Kalash Sthapana and Lighting the Lamp)

 

  • कलश: एक कलश में जल भरें, उसमें सिक्का, सुपारी, और हल्दी डालें। ऊपर आम के पत्ते रखकर एक नारियल रखें।
  • दीपक: घी का एक बड़ा दीपक जलाएँ। यह दीपक पूरी रात जलते रहना चाहिए। यह दीपक आपकी वेल्थ (Wealth) और एनर्जी का सिम्बल (Symbol) है।

 

4. माँ लक्ष्मी की पूजा (Maa Lakshmi Puja)

 

अब सुनो, यह मेन (Main) पार्ट है।

  • आवाहन (Calling): माँ लक्ष्मी को इनवाइट (Invite) करें और आसन दें।
  • स्नान (Bath): माँ की मूर्ति या फोटो को पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद, गंगाजल) से स्नान कराएँ।
  • वस्त्र और आभूषण: उन्हें लाल वस्त्र (Red Clothes) और आभूषण (Jewellery) ऑफर करें।
  • कुमकुम और अक्षत: रोली और साबुत चावल (अक्षत) चढ़ाएँ।
  • पुष्प और माला: कमल का फूल या लाल फूल जरूर चढ़ाएँ।
  • इत्र (Perfume): माँ लक्ष्मी को इत्र बहुत पसंद है, तो इत्र लगाना न भूलें।
  • प्रसाद: खीर, मिठाई, और खील-बताशे चढ़ाएँ।
शक्तिशाली लक्ष्मी मंत्र और जाप (Shaktishali Lakshmi Mantra Aur Jaap)

 

क्या बताऊँ, साधना का कोर (Core) पार्ट है मंत्र जाप (Mantra Jaap)। जरा सोच के देखो, तुम अगर सही मंत्र को सही फीलिंग (Feeling) के साथ बोलते हो, तो पॉजिटिव एनर्जी (Positive Energy) कितनी बढ़ जाती है।

 

मुख्य लक्ष्मी मंत्र (The Main Lakshmi Mantra)

 

आप यह सरल और सबसे पावरफुल (Powerful) मंत्र यूज (Use) कर सकते हैं:

या इससे भी सरल:

 

जाप की विधि (Mala Jaap Method)

 

  • माला (Rosary): कमल गट्टे की माला (Lotus Seed Rosary) सबसे शुभ (Auspicious) मानी जाती है। अगर यह न हो, तो स्फटिक (Crystal) की माला यूज कर सकते हैं।
  • जाप संख्या: कम से कम एक माला (108 बार) जाप करना चाहिए। लेकिन अगर आप पूरी महानिशा में फोकस करके 11 माला या 21 माला जाप करते हैं, तो अरे वाह भई, आपको बहुत अच्छे रिजल्ट (Good Results) मिलेंगे।
  • ध्यान (Dhyan): तुम जाप करते समय सिर्फ माँ लक्ष्मी के स्वरूप (Form) का ध्यान करें। प्रभु की कृपा तभी मिलती है जब हमारा ध्यान फिक्स (Fixed) होता है।

भाई देख, तुम यह मंत्र जाप पूरी शांत जगह पर करो और मन में कोई डाउट (Doubt) मत रखना, ठीक बोला न?

साधना के बाद के जरूरी काम (Sadhana Ke Baad Ke Zaroori Kaam)

 

1. आरती (Aarti)

 

साधना पूरी होने के बाद, आप गणेश जी और माँ लक्ष्मी की आरती करें। आरती करते टाइम पूरे घर में एक पॉजिटिव (Positive) वाइब (Vibe) फील होना चाहिए। तुम बोलो तो सही, आरती के बिना पूजा कंप्लीट (Complete) नहीं होती।

 

2. दक्षिणा और प्रसाद (Donation and Offerings)

 

  • दक्षिणा: आप अपने सामने रखे कॉइन (Coin) और नोट (Note) को माँ के आशीर्वाद के रूप में उठा लें। इसे अगले दिन अपनी तिजोरी में रख दें। माना न?
  • प्रसाद: प्रसाद को पहले घर के मेम्बर्स (Family Members) में बाँटें, और फिर गरीबों को भी जरूर देंदेखा आपने, जब हम देते हैं, तभी हमें मिलता है।

 

3. साधना की समाप्ति (Conclusion of Sadhana)

 

अगले दिन, आप कलश के जल को पूरे घर में छिड़क दें। फूल और पुराने दीपक को किसी पवित्र जगह या बहते पानी में विसर्जन कर दें। यूँ कहें तो, तुम ने जो पॉजिटिविटी रात भर कलेक्ट की है, उसे अब चारों तरफ फैलाना है।

लक्ष्मी साधना के लिए जरूरी टिप्स (Lakshmi Sadhana Ke Liye Zaroori Tips)

 

अरे वाह भई, यह कुछ टिप्स (Tips) हैं जो तुम्हारी साधना को और ज्यादा सक्सेसफुल (Successful) बना सकते हैं:

  1. सफाई (Cleanliness): पूरे घर की सफाई बहुत जरूरी है। माँ लक्ष्मी को गंदगी बिल्कुल पसंद नहीं है। खासकर घर का नॉर्थ-ईस्ट (North-East) कोना बिल्कुल साफ होना चाहिए।
  2. सात्विक आहार (Simple Food): साधना से पहले और उस दिन आप लहसुन, प्याज, या नॉन-वेज (Non-Veg) फूड से दूर रहें। तुम्हें सात्विक भोजन ही करना है।
  3. श्रद्धा और विश्वास (Faith and Belief): यह सबसे इम्पोर्टेन्ट (Important) टिप है। अगर तुम्हारा विश्वास पक्का है, तो कोई भी मंत्र या विधि फेल नहीं हो सकती।
  4. एकाग्रता (Concentration): जाप करते टाइम इधर-उधर की बातें मत सोचो। सिर्फ और सिर्फ माँ लक्ष्मी पर फोकस (Focus) करो।

क्या ख़याल है? तुम अगर इन सिम्पल टिप्स को फॉलो (Follow) करोगे, तो तुम्हारी दिवाली की रात की साधना जरूर सक्सेसफुल (Successful) होगी। तो चलिए, आप अभी से तैयारी कर लीजिए

दीपावली और माँ लक्ष्मी के बारे में अधिक जानने के लिए विकिपीडिया पर जाएँ।

अधिक धन प्राप्ति के शास्त्रों के बारे में पढ़ें।

तुम सोचो न, यह सब करोगे न? मज़ा आया न?

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मैं रुद्र नाथ हूँ — एक साधक, एक नाथ योगी। मैंने अपने जीवन को तंत्र साधना और योग को समर्पित किया है। मेरा ज्ञान न तो किताबी है, न ही केवल शाब्दिक यह वह ज्ञान है जिसे मैंने संतों, तांत्रिकों और अनुभवी साधकों के सान्निध्य में रहकर स्वयं सीखा है और अनुभव किया है।मैंने तंत्र विद्या पर गहन शोध किया है, पर यह शोध किसी पुस्तकालय में बैठकर नहीं, बल्कि साधना की अग्नि में तपकर, जीवन के प्रत्येक क्षण में उसे जीकर प्राप्त किया है। जो भी सीखा, वह आत्मा की गहराइयों में उतरकर, आंतरिक अनुभूतियों से प्राप्त किया।मेरा उद्देश्य केवल आत्मकल्याण नहीं, अपितु उस दिव्य ज्ञान को जन-जन तक पहुँचाना है, जिससे मनुष्य अपने जीवन के गूढ़ रहस्यों को समझ सके और आत्मशक्ति को जागृत कर सके।यह मंच उसी यात्रा का एक पड़ाव है — जहाँ आप और हम साथ चलें, अनुभव करें, और उस अनंत चेतना से जुड़ें, जो हमारे भीतर है ।Rodhar nathhttps://gurumantrasadhna.com/rudra-nath/