Dattatreya Sadhana श्री चमत्कारी दत्तात्रेय तंत्र – दत्तात्रेय साधना साक्षात् दर्शन और त्रिकाल ज्ञान ph.85280 57364

Dattatreya Sadhana श्री चमत्कारी दत्तात्रेय तंत्र दत्तात्रेय साधना साक्षात् दर्शन और त्रिकाल ज्ञान ph.85280 57364 जय गुरुदेव और दोस्तों, मेरे gurumantrasadhna.com में आपका एक बार फिर से हार्दिक स्वागत है। आज की post आपके लिए बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण होने वाली है। मुझे कई बार कहा गया है कि भगवान दत्तात्रेय की साधना के बारे में आप बताइए और बहुत से कमेंट भी आए हैं और बहुत से मैसेज भी किए गए हैं। आज मैं आपको भगवान दत्तात्रेय की साधना बताऊंगा कि साधना किस प्रकार से की जाती है और भगवान दत्तात्रेय के दर्शन कैसे प्राप्त किए जाएं।
इस साधना के द्वारा, देखिए मंत्र तो उनके बहुत हैं, लेकिन ज्यादातर मंत्रों में दर्शन की बात नहीं है। सिर्फ दत्तात्रेय भगवान को गुरु के रूप में माना जाता है और वह गुरु हैं भी, क्योंकि देखिए आप भगवान शिव को गुरु बनाते हैं, आप भगवान ब्रह्मा जी को भी, आप विष्णु भगवान को भी गुरु बना सकते हैं।
भगवान दत्तात्रेय कौन हैं? देखिए, मैं यहां पर आपको जो है ना, थोड़ा संक्षेप में बताऊंगा। ऐसा नहीं है कि मैं पूरा आपके यहां पर पूरा विस्तार से बताऊंगा, क्योंकि विस्तार से बताऊंगा तो लेख बहुत लंबा हो जाएगा। देखिए, तीनों जो देव हैं, त्रिदेव ब्रह्मा, विष्णु, महेश, शक्तियों का जो मिला-जुला रूप है एक, वह भगवान दत्तात्रेय हैं। यानी तीनों देवों की शक्तियां भगवान दत्तात्रेय के अंदर हैं और तीनों के स्वरूप ही भगवान दत्तात्रेय हैं।
तो देखिए, भगवान दत्तात्रेय को आप गुरु रूप में मान करके उनका पूजन, उनका मंत्र जाप कर सकते हैं और बहुत से लोग गुरु रूप में उनको मानते भी हैं। मुझे बहुत सारे लोगों ने बताया है कि जी, हमारे भगवान दत्तात्रेय हमारे गुरु हैं। इसमें कोई दोराय भी नहीं है बिल्कुल भी।
जिस प्रकार से भगवान शिव को आप गुरु मानते हैं, उसी प्रकार से दत्तात्रेय को भी गुरु मानते हैं और बहुत लोग मानते भी हैं। आपको जो ज्यादातर लोग मंत्र जाप करते हैं, वह दत्तात्रेय गायत्री मंत्र जाप करते हैं या फिर और छोटा-मोटा कोई मंत्र है उनका, उसका जाप करते हैं। लेकिन आज मैं आपको बताऊंगा कि स्वप्न में या फिर वैसे कैसे आप दत्तात्रेय भगवान के दर्शन कर सकते हैं।
उस मंत्र के विषय में बताऊंगा और इस साधना के विषय में बताऊंगा। और भी यह जो साधना है, यह साधना बहुत एकदम सिंपल साधना है। करने का कोई डर नहीं, कोई भार नहीं।
किसी प्रकार की कोई भी इस प्रकार की प्रॉब्लम आपको नहीं आने वाली है, जैसा कि आप दूसरी साधनाओं में अक्सर फील भी करें। यह जो साधना है, यह बिल्कुल एकदम सिंपल है।
आप समझ करके चलिए कि अपने गुरु मंत्र का… आप अगर भगवान दत्तात्रेय को गुरु मानो या मत मानो, लेकिन आप जैसे भगवान शिव की पूजा करते हैं, जैसे आप विष्णु जी की करते हैं, उसी प्रकार से दत्तात्रेय भगवान की होती है।
दत्तात्रेय भगवान तीनों का ही स्वरूप मिलन हैं। इसलिए यह साधना बहुत महत्वपूर्ण भी हो जाती है कि भाई तीनों की अलग-अलग साधना न करके आप एक दत्तात्रेय की साधना कीजिए कि आप एक ही साथ साधना कर पाएंगे और जो अलग-अलग आप गुरु मानते हैं, तो तीनों को मिलाकर के एक ही शक्ति को आप गुरु मान सकते हैं।
इसलिए भगवान दत्तात्रेय की साधना जो है, वह महत्वपूर्ण भी है। तो देखिए, यह साधना नॉर्मल कर सकते हैं, जिनके गुरु हैं वह भी कर सकते हैं, जिनके गुरु नहीं हैं वह भी कर सकते हैं। और हां, इसमें गुरु मंत्र जाप की कोई आवश्यकता नहीं होती है।
क्योंकि यह तो ऑलरेडी पहले गुरु हैं ही। पूरे संसार में, पूरे विश्व में, ब्रह्मांड में जब तीन लोकों की शक्तियां हैं और तीनों देवों की शक्तियों का मिला-जुला रूप है, तो फिर दूसरे गुरु मंत्र की क्या आवश्यकता है?
इसमें यही तो सबसे बड़े गुरु हैं। यह तो भगवान शिव को गुरु मानो तब भी यह गुरु हैं, विष्णु भगवान को गुरु मानो तब भी यह गुरु हैं। इसलिए इसमें गुरु मंत्र की कोई आवश्यकता नहीं है। यह तो कोई भी साधना कर सकता है, चाहे वह स्त्री हो, चाहे वह पुरुष हो, बच्चा हो या वृद्ध हो, कोई भी कर सकता है।
दत्तात्रेय सिद्ध इंद्रजाल मंत्र – भगवान दत्तात्रेय मंत्र -दत्तात्रेय शाबर मंत्र
ॐ द्रां द्रीं द्रुम दत्तात्रेयाय स्वप्ने प्रकट प्रकट
अवतर अवतर नमः
दत्तात्रेय साधना विधि
इसको सामान्य पूजा-पाठ करने वाला इस साधना को कर सकता है। अगर आप जो मैं आज साधना आपको बता रहा हूं, अगर आपने यह साधना की तो आपको भगवान दत्तात्रेय के दर्शन होंगे ही होंगे। इसमें किसी प्रकार की कोई भी ऐसी अलग से कोई व्यवस्था या ऐसी कोई त्रुटि होने की बात है ही नहीं। दर्शन यह अपने भक्त को जरूर देंगे।
तो देखिए, यह जो साधना करनी है, यह साधना कोई भी व्यक्ति कर सकता है, सामान्य पूजा-पाठ करने वाला, जिसने कभी पूजा-पाठ न भी किया हो, वह भी इस साधना को कर सकता है।
सिंपल, सरल साधना है यह। इस साधना को करने के लिए आपको जो है, भगवान के लिए कुछ विशेष सामग्री की आवश्यकता होती है, इसमें जैसे कि यंत्र और माला। तो यह जो दोनों सामग्री हैं, यह मंत्र सिद्ध और प्राण प्रतिष्ठा युक्त होनी चाहिए।
और अगर आपको ऐसी सामग्री चाहिए तो मैंने व्हाट्सएप नंबर दिया हुआ है लेख में, आप वहां से मुझे व्हाट्सएप करके और यह सामग्री आप प्राप्त कर सकते हैं।
सामग्री तो आपको 100% मिलेगी, इसमें बिल्कुल भी संशय की कोई आवश्यकता है ही नहीं। भले ही आपको थोड़ा लेट हो जाए लेकिन सामग्री जरूर मिलेगी। तो यह सामग्री प्राप्त करने के बाद आप इनकी साधना करेंगे और देखिए…