मां बगलामुखी: पूजा, मंत्र जप और साधना रहस्य का खजाना

बगलामुखी साधना रहस्य Baglamukhi Sadhna Rahsya
बगलामुखी साधना रहस्य Baglamukhi Sadhna Rahsya

सबसे पहले आप मां बगलामुखी के बारे में बताइए।  चमत्कार! पॉलिटिशियन, फिल्म स्टार्स, मूवी स्टार्स, ये मां बगलामुखी के टेम्पल पे बहुत रेगुलरली जाते हैं। इतनी पावर आती है उस टेम्पल में जाके, मतलब वहां पर जाकर आप बाकायदा फील करेंगे कि ये मंदिर की जो एनर्जी है, जो मां बगलामुखी की एनर्जी है, वो एक ऐसी एनर्जी है कि अगर उनकी एनर्जी का एक अंश भी हमारे साथ मिल जाए तो हम बिल्कुल अनबीटेबल हो जाएंगे।

मां बगलामुखी की जो पूजा कर ले या फिर जिससे प्रसन्न हो जाएं मां बगलामुखी, उसका कोई शत्रु नहीं रहता। बिल्कुल। और देखिए, आप बहुत युगों से इनकी पूजा चली आ रही है। रावण का जो बेटा था मेघनाद, उसने मां बगलामुखी को साधने का सोचा।

मां बगलामुखी  को  कैसे प्रसन्न करें ?

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मैं अपनी ऑडियंस के साथ एक उपाय आज शेयर करूंगा । जब हम बगलामुखी माता के मंदिर भी जाते हैं तो वहां पे गुप्त पूजा होती है। ये तो पॉसिबल नहीं है आज की दुनिया में कि लोगों के दुश्मन ना हों और ये भी पॉसिबल नहीं है कि वो दुश्मन आपका कुछ ना करे।

हम सतयुग में नहीं रह रहे। बिल्कुल। कि अगर एक दैविक शक्ति आपके साथ है तो आपका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता, वो है मां बगलामुखी की पावर। जिनके ऊपर कुछ कराया गया है, अगर वह मां बगलामुखी के टेम्पल में जाएं तो उनको बहुत फायदा होगा। बेस्ट टाइम कौन सा है,

कब मां बगलामुखी  साधना  की पूजा करना ?

 

 

 महाविद्याओं पर, उसमें आज जिस महाविद्या पर हम बात करेंगे वह है मां बगलामुखी। मां बगलामुखी को कहा जाता है शत्रुओं का नाश करने वाली, तंत्र मंत्र अगर आपके ऊपर किसी ने किया है तो उसका नाश करने वाली देवी।

यानी कि अगर आप किसी भी तरीके के संकट में हैं तो मां बगलामुखी की पूजा अगर आप करते हैं, उनको प्रसन्न आप कर लेते हैं तो सारी मुसीबत आपके ऊपर से खत्म हो जाती है।

यह मां जितनी सौम्य हैं, यह उतनी ही क्रोध में भी आ जाती हैं जब उनके भक्त पर कोई उंगली भी रख देता है।  हम एक सीरीज कर रहे हैं दश महाविद्याओं पर, उनके साथ आपको आज के पॉडकास्ट में बताएंगे मां बगलामुखी के बारे में।

तो चलिए,  आप तैयार हो जाइए और सीधे हम आपको मिलवाते जो सीरीज हम कर रहे हैं दश महाविद्या पर और वह और आगे बढ़ गई है और आगे बढ़ते हुए अब बगलामुखी की आज हम बात करेंगे। मां बगलामुखी का, के बारे में मैं कहूंगा कि शायद ही कोई ऐसा इंसान होगा जिसने या तो नाम ना सुना हो या मां बगलामुखी के बारे में थोड़ा बहुत ना जानता हो।

बट आज हम डीप डाइव करेंगे, मां बगलामुखी को बहुत करीब से मैं समझने की कोशिश करूंगा क्योंकि आपने तो समझा ही है और थोड़ा सा हम लोग भी समझ लें। सबसे पहले आप मां बगलामुखी के बारे में बताइए कि यह कैसी देवी हैं और इनका रूप कैसा है, इनको कैसे प्रसन्न कर सकते हैं,

कैसे आप बगलामुखी से कनेक्ट कर सकते हैं?

बगलामुखी एक बहुत ही शक्तिशाली एनर्जी है, 10 महाविद्या में से एक है और बहुत इम्पोर्टेंट डेइटी है। और मैं ये कहूंगी कि अगर एक वर्ड में उनको डिस्क्राइब करना हो तो मैं वो वर्ड यूज करूंगा , चमत्कार। ओके। इतने चमत्कार हुए हैं मां बगलामुखी के उसमें और बहुत मेरे क्लाइंट्स मुझे बताते हैं, मेरे साथ पर्सनली हुए हैं। मां बगलामुखी एक ऐसी एनर्जी है जिसकी शायद आज जो संसार को है, सबसे ज्यादा जरूरत है। 

वो कॉम्पिटिशन में आपको आगे करा सकती हैं, वह एनिमीज के ऊपर प्रिसाइड करती हैं, दुश्मनों का स्तंभन करती हैं और प्रोटेक्शन फ्रॉम इविल, प्रोटेक्शन फ्रॉम ब्लैक मैजिक, आपको तंत्र मंत्र से बचाती हैं अगर किसी गलत तरीके से उसका प्रभाव हो और बहुत ज्यादा आपको शक्ति प्रदान करने वाली हैं और इजीली अप्रोचेबल, अगर आप मानें।

पॉलिटिशियन, फिल्म स्टार्स, मूवी स्टार्स, यह मां बगलामुखी के टेम्पल पर बहुत रेगुलरली जाते हैं। बड़े-बड़े बिजनेसमैन, जितने भी लोग प्रिकॉशन से या किस मोटिव से? बहुत सारे तो अपने दुश्मनों को हराने के लिए जाते हैं, बहुत सारे बिजनेस में तरक्की के लिए जाते हैं।

नेगेटिव एनर्जी, देखिए जितना बड़ा आपका काम, उतनी ज्यादा आपके ऊपर नेगेटिव एनर्जी। बिल्कुल। लोग बिल्कुल नहीं छोड़ते प्रभाव करना, वशीकरण करना। वशीकरण को रिमूव करने के लिए बहुत सारे लोग जाते हैं, पूजा पाठ करवाने के लिए लोग जाते हैं। ऐसा कहते हैं कि गुप्त पूजाएं होती हैं।

जी। मां बगलामुखी के जो टेम्पल्स हैं वो दतिया में हैं, कांगड़ा में हैं और ये जो दो टेम्पल्स हैं ना, मां बगलामुखी के प्रमुख हैं। दतिया में भी बहुत लोग जाते हैं और कांगड़ा में भी बहुत लोग जाते हैं। सोशल मीडिया पर बहुत सारी रील्स आती हैं, शायद हिमाचल के कांगड़ा वाले जो बगलामुखी देवी का, ना बहुत लोग जाते भी हैं वहां पर। हां, मैं भी रेगुलरली जाती हूं।

हमारे, हमारे जो रुद्राक्ष हैं वो भी वहां पे पहले एनर्जाइज्ड होते हैं, उसके बाद ही हम क्लाइंट्स को देते हैं। तो वो एक ऐसी एनर्जी है कि अगर उनकी एनर्जी का एक अंश भी हमारे साथ मिल जाए तो हम बिल्कुल अनबीटेबल हो जाएंगे। और इसीलिए लोग वहां जाते हैं।

और उनको पीतांबरा भी कहते हैं। उनका कलर जो है वो येलो है और जो प्लैनेट को वो गवर्न करती है, वो प्लैनेट है मंगल या मार्स। आपको पता है कि अगर मंगल आपके चार्ट में खराब है तो आपको मां बगलामुखी के पास जाना है।

अगर मंगल की महादशा है, आपको प्रॉब्लम्स आ रही हैं, अगर आपका कॉम्पिटिशन बहुत बढ़ गया है, अगर आपको लगता है कि लोग आपको छोड़ ही नहीं रहे, हर तरफ से दुश्मन घेरे हुए हैं, ऐसे लोगों को मां बगलामुखी से बहुत इंस्टेंट रिलीफ मिलता है।

अच्छा। यानी कि बगलामुखी को लेकर एक बात तो आपने क्लियर कर दी है कि अगर आप किसी युद्ध की जगह पर हैं या आपकी लाइफ में किसी भी तरीके का आप एक वॉर ज़ोन सा फील कर रहे हैं या फिर आपके शत्रु बन रहे हैं, दुश्मन बन रहे हैं, एनिमी आपके बहुत ज्यादा हो गए हैं तो आपको मां बगलामुखी से कनेक्ट होना चाहिए। बगलामुखी मां आईं कहां से, इनका जो प्राकट्य हुआ वो कैसे हुआ, मां बगलामुखी ने क्यों अवतार लिया?

मां बगलामुखी ने क्यों अवतार लिया ?

कहते हैं कि एक बार धरती पर बहुत ही बड़ा संकट आ गया था, एक ऐसा तूफान आ गया था जो थम ही नहीं रहा था। अच्छा। और श्री हरि विष्णु को लगा कि शायद अब प्रकृति का जो भविष्य है, वो संकट में है। तो उन्होंने मां आदिशक्ति का आह्वान किया और जो पूजा उन्होंने की, जो तप उन्होंने किया, उससे जो शक्ति उत्पन्न हुई, वह मां बगलामुखी हैं। और उन्होंने श्री हरि विष्णु की तपस्या से प्रसन्न होकर संसार को भी बचाया और यह भी कहा कि मैं आगे भी अपने भक्तों की रक्षा करती रहूंगी।

तो मां का जो रूप है, इसको हम उग्र और सौम्य दोनों कह सकते हैं। उनके फेस पर एक स्लाइट सी स्माइल है, लेकिन यह हम बिल्कुल भी यह ना सोचें कि उनके अंदर वो शक्ति नहीं है। क्योंकि उनका जो फॉर्म 10 महाविद्या में दिखाया जाता है, उसमें उन्होंने शत्रु की जीभ या जिह्वा पकड़ी हुई है और एक हाथ से उनके हाथ में जो है वो शस्त्र है।

तो वो ये कहती हैं, स्तंभन की शक्ति रखती हैं और वो यह कहती हैं कि मैं शत्रुओं का विनाश एकदम कर सकती हूं। शी इज एक्सट्रीमली पावरफुल। और मैंने इतने चमत्कार होते हुए देखे हैं। मेरे एक क्लाइंट रिसेंटली गए थे और उनको कोई टेंडर में प्रॉब्लम आ रही थी, काफी बड़ा टेंडर था और उनके फेवर में नहीं जा रहा था, ऐसा उनको सूत्रों से पता चला।

और जब वह वहां पर गए और उनको एक ही लाइन में मां ने बोला कि इस डेट को तुम्हारे फेवर में जाएगा और जा, मैं तुझसे प्रसन्न हुई। और वो क्लाइंट आया, उसने मुझे यह बात बताई और वह डेट आई नहीं थी और सारी चीजें उसके विपरीत होने लग गईं और उसने, उसने बिल्कुल दिल छोड़ दिया और उसने कहा कि अब क्या फायदा, अब तो कुछ नहीं हो सकता।

मैंने उसको फिर भी यही गाइडेंस दिया कि आप ये साधना करते रहो, करते रहो, करते रहो। और जिस दिन उसको टेंडर मिला, जिस डेट पे उन्होंने कहा था, उसको मिला और उसने कहा कि ऐसा हो ही नहीं सकता था कि ऐसा हो।

पर चमत्कार, मैंने आपको शुरू में ही कहा था, चमत्कार की देवी है। जितने भी लोग ये पॉडकास्ट देख रहे हैं और उनको अपने जीवन में चमत्कार की उम्मीद है, बिल्कुल, वो बगलामुखी टेम्पल जरूर जाएं।

आप भी गए होंगे बगलामुखी मंदिर ?

मेरे को, एज ऑलवेज, सपनों में उन्होंने बुलाया और मैंने नहीं सुना था जब मैं पहली बार गई और हिमाचल में चार साल पहले। अच्छा। कैसे आया यह सपना और कैसे आपका पहुंचना हुआ वहां? मेरे को स्वप्न में कोई ना कोई फॉर्म मां का दिखता है।

आपको मैं बता ही चुकी हूं कि पहले मेरा जुड़ाव शिवजी के साथ था और फिर शिवजी ने मुझे बोला कि अब आपको मां की शक्ति के साथ जुड़ना है। मां काली के पॉडकास्ट में भी मैंने आपको कहा था कि जब तक हम शिवजी की साथ लेवल तक नहीं लेकर जाते, हम शक्ति तक अपने आप नहीं पहुंच पाते।

भैरव या शिवजी, भैरव के फॉर्म में शक्तियों को जो है, वो गार्ड करते हैं। और जो मां बगलामुखी के टेम्पल में जो कांगड़ा वाला है, उसमें भी बाहर भैरव का बहुत बड़ा स्वरूप है और बहुत पावरफुल एनर्जी। आप वहां पर पैर रखेंगे, आपके अंदर एक अलग सी वाइब्रेशन जागेगी। और वो वाइब्रेशन बिल्कुल सुला देने वाली, शांत वाइब्रेशन नहीं है।

उसको फील करके आपको लगेगा कुछ भी पॉसिबल है, एवरीथिंग इज पॉसिबल। इतनी पावर आती है उस टेम्पल में जाके। और वहां का अगर आप भोग खाएं, जो पीले चावल हैं वहां के, अगर आप वो खाएं, आपको लगेगा अब मैं इन्विंसिबल हूं। अब कुछ भी हो सकता है।

सो शी इज द गॉडेस ऑफ पॉसिबिलिटी। मतलब वहां पर जाकर आप बाकायदा फील करेंगे कि ये मंदिर की जो एनर्जी है, जो मां बगलामुखी की एनर्जी है, बिल्कुल, कहते हैं मां बगलामुखी की जो पूजा कर ले या फिर जिससे प्रसन्न हो जाएं मां बगलामुखी, उसका कोई शत्रु नहीं रहता, उससे कोई जीत नहीं सकता क्योंकि वो फिर अजय हो जाता है। बिल्कुल।

अब इसमें मैं स्पिरिचुअलिटी का एक कांसेप्ट एज ऑलवेज जोडूंगी, तुषार। दुश्मन होता कौन है? हमारी प्रत्यक्ष लाइफ में तो दुश्मन हमारे कॉम्पिटिटर्स हो सकते हैं और आजकल मैंने आपको बोला कि नजर लगाने की प्रवृत्ति और वशीकरण कराने की तो कॉमन ही हो गई है। बिल्कुल।

तो इसलिए हम सबको मां बगलामुखी को जरूर उनकी पूजा अर्चना करनी चाहिए। लेकिन हमारे इंटरनल दुश्मन कौन हैं? हमारा ग्रीड, हमारा एंगर, हमारा डिस्पेयर। तो डेस्प्रिंग भी अपने में एक षड्यंत्र कह सकते हैं जिसमें उम्मीद ही खत्म हो गई, आशा ही खत्म हो गई।

तो जब हम मां बगलामुखी को साधते हैं ना, हमें सिर्फ एक्सटर्नल दुश्मनों की तरफ नहीं देखना, हमें अपने मन के डार्कनेस की तरफ भी देखना है। और मैं हमेशा अपने स्टूडेंट्स को यही समझाती हूं जब हम 10 महाविद्या की वर्कशॉप करते हैं, हम इसको काफी समझते हैं कि इस साल हम कौन से दुश्मन को हराएंगे? क्या हम अपने क्रोध को हराएंगे, क्या हम अपनी निराशा को हराएंगे, क्या हम अपने डिसिप्लिन के प्रॉब्लम को हटाएंगे? किस चीज को हटाएंगे?

यानी खुद को स्ट्रॉन्ग कर लें हम इतना, इतना स्ट्रॉन्ग बना लें खुद को कि हम किसी दुश्मन से फाइट करके जीत सकें। ये भी एक दुश्मन को हराने वाली बात होगी। बिल्कुल, बिल्कुल। और देखिए आप, बहुत युगों से इनकी पूजा चली आ रही है।

रावण का जो बेटा था, उसने मां बगलामुखी को साधने का सोचा जब उसको पता चला कि श्री रामचंद्र और हनुमान जी और उनकी सारी सेना इस तरफ आ रही है। तो उन्होंने यह कहा था अपने सैनिकों को कि मेरा यज्ञ बिल्कुल भी भंग नहीं होना चाहिए।

और आपको पता है कि रावण कितना पंडित था और उसका बेटा भी काफी जानकार था। जब श्री राम को यह बात पता चली तो उनको लगा कि अगर माता इससे प्रसन्न हो गईं तो यह सारी सेना को मार देंगी और हम बिल्कुल भी ये युद्ध जीत नहीं पाएंगे।

तो उन्होंने हनुमान जी को यह आदेश दिया कि आप जाकर इस यज्ञ को तुरंत भंग कीजिए। और वह यज्ञ भंग हुआ। नहीं तो अगर मां प्रकट हो जातीं तो रामायण किस तरफ जाती, ये हमें पता है।

तो आप यह समझ लीजिए कि अगर वो मां बगलामुखी के सहारे ऐसे चल रहे थे तो अगर आज हम, आज हम उनको प्रसन्न कर पाएं… यानी कि युद्ध और महायुद्ध से पहले मां बगलामुखी की पूजा या उन्हें प्रसन्न करने की कोशिश देवताओं ने भी की या फिर उस स्तर के जो महायोद्धा रहे, उन्होंने भी की है। कृष्ण और अर्जुन ने भी की। अच्छा।

इसीलिए मैं आपको महाभारत बोल बैठी थी। तो कृष्ण और अर्जुन ने भी अपना युद्ध शुरू करने से पहले उन्हीं को साधा था। अच्छा। और वो प्रकट भी हुई थीं। यानी कि बड़े लेवल पर पूजा की गई और तभी शायद वजह है कि ये कहा जाता है कि मां बगलामुखी को अगर आपने प्रसन्न कर लिया तो आप अजय हो जाते हैं। कैसे प्रसन्न करें? कैसे प्रसन्न करें?

देखिए, मां काली के लिए मैंने आपको बोला था कि उनकी मंत्र साधना करें। अब हर महाविद्या के लिए मैं अपनी ऑडियंस के लिए थोड़ा आसान करना चाहूंगी क्योंकि हमारे काम भी हैं, ऑफिस भी है, बच्चे भी हैं, घर भी है और तरह-तरह की जिम्मेवारियां हैं।

मां बगलामुखी का बहुत ही, बहुत ही शक्तिशाली मंत्र है जो अभी मैं स्क्रीन पर दिखा रही हूं। यह मंत्र अगर हम दिन में एक बार भी कर लें, 108 बार कर लें तो आप समझ जाइए कि इससे बेटर कुछ हो ही नहीं सकता। लेकिन अगर एक बार भी कर लें और हम अपने बच्चों को याद करा दें तो ये हमारे अराउंड एक बहुत ही अच्छा प्रोटेक्टिव लेयर बना देता है।

लेकिन ये थोड़ा मुश्किल सा मुझे मंत्र लगता है क्योंकि आसान नहीं होगा किसी भी बच्चे के लिए, किसी भी बड़े के लिए कंठस्थ कर पाना। जी। तो क्योंकि ऐसा है, इसलिए मैं इनके लिए जो आपको बताने जा रही हूं, वो एक बड़ा यूनिक सा उपाय है।

बगलामुखी मां का एक यंत्र आता है। और यंत्र, देखिए यंत्र, तंत्र, मंत्र, ये तीनों चीजें साइड बाय साइड जाती हैं। जब हम मंत्र के प्रभाव को उतना नहीं बढ़ा पाते तो हम यंत्र से उसको बढ़ाते हैं। बगलामुखी मां का जो यंत्र है, हम उसकी बड़ी स्पेशल एनर्जाइजेशन और पूजा करते हैं।

मैं अपने बहुत सारे क्लाइंट्स को वो देती भी हूं ताकि उनकी लाइफ में जो मैंने क्लियर की है, उसके साथ-साथ ये यंत्र भी काम करता रहे। स्पेशली ऐसे लोग जो बहुत ज्यादा पाठ नहीं कर सकते या मंत्र सिद्धि नहीं कर सकते। तो ये जो यंत्र है, ये बहुत स्पेसिफिक यंत्र होता है।

मैं अपनी ऑडियंस के साथ एक उपाय आज शेयर करूंगा । और वो यह है कि अगर आप इस यंत्र को अपने ईस्ट कॉर्नर में लगा लें, अच्छा, ईस्ट की दीवार पर आप इसको लगा लें और यह बहुत ही शक्तिशाली होता है। और जो भी आपके दुश्मन हैं, उनकी फोटोज के छोटे-छोटे प्रिंट आउट लेके एंटी-क्लॉकवाइज डायरेक्शन में इस यंत्र के लगा दें।

जैसे पहला फोटो आपने यंत्र के ऊपर लगाया, ऊपर मतलब यंत्र से दीवार पे लगाया और फिर उसके बाद नेक्स्ट को लेफ्ट पे और फिर लेफ्ट पे। ऐसे एंटी लगाना है। ये आपने करना है अमावस्या वाले दिन और करना सुबह है अमावस्या वाले दिन। और जिस दिन आप ये करेंगे, उस दिन आप 108 बार जरूर मंत्र की चैटिंग करेंगे, चाहे आप उसके बाद ना करें।

और यह यंत्र जो है, इनकी शक्तियों के ऊपर काम करता रहेगा। 60 दिन के अंदर जब उसके थर्ड अमावस्या आएगी, आपको यह जितनी भी पिक्चर्स हैं, उनको जला देना है और अपने घर के बाहर फेंक देना है या बाहर जाकर वीराने में जला देना है। और यंत्र वहीं पर रहेगा।

तो यंत्र क्या करता है? यंत्र अपनी शक्ति का प्रभाव आपके पूरे एरिया में, आपके घर में, आपके बिजनेस में देता रहता है। ये उपाय आप अपनी फैक्ट्री या ऑफिस में भी कर सकते हैं। थोड़ा सा ऑड हो जाएगा अगर किसी ने देखा, तो आप उसको ढक सकते हैं पीले से छोटे से पर्दे के साथ ताकि डे-टू-डे दिखाई ना दे।

और ये आपके दुश्मनों का जो है, वो विनाश कर देगा। अब यहां मैं यह बताना चाहती हूं कि दुश्मनों के विनाश का क्या मतलब है। क्या वो शारीरिक रूप से उनको कोई तंगी आएगी? नहीं, ऐसा नहीं है। जो भी उनके साथ आपके नेगेटिव कॉर्ड हैं, जैसे जो आप पेहाम करने की कोशिश कर रहे हैं या आपको लगता है उनकी इंटेंशन है आपको करने, वो दूर हो जाएगी।

उनको कोई हम तांत्रिकों की तरह कोई ऐसा खत्म नहीं कर रहे। हां, नहीं, फिजिकली उन्हें नहीं कर रहे। तो ये एक जो उपाय है, वो बहुत पावरफुल है। जो यंत्र होता है, वो बहुत पावरफुल होता है। और जब हम देते हैं, हम एक स्पेशल तरीके से उसकी पूजा करके देते हैं।

जब हम बगलामुखी माता के मंदिर भी जाते हैं तो वहां पर गुप्त पूजाएं होती हैं जो आप पहले से बुक करा सकते हैं विद अ वेरी स्पेसिफिक इंटेंशन कि मुझे यह चाहिए। ओके। यह पूजा वो पंडित जी आपको बता देंगे कि आपको एक ही बार आना है या वहां पर आपको 11 दिन लगातार करानी है। ये आपकी प्रॉब्लम की इंटेंसिटी पर डिपेंड करता है।

अब आ गए कि हम डे-टू-डे मां की साधना कैसे करें। बगलामुखी मां की फोटो लगा के, लेकिन ईस्ट फेसिंग ही आपको बैठना है, ईस्ट में उनकी फोटो लगा के। उनको सॉलिड जो हल्दी की गांठें होती हैं, ठोस हल्दी की गांठों की माला बनाकर चढ़ाएं। और यह हर रोज नहीं चढ़ानी है, आपने एक बार चढ़ा दिया तो आप पूर्णिमा की पूर्णिमा उसको चेंज कर सकते हैं। जो उतारी हुई है, वो हम बहा सकते हैं, जल प्रवाह कर सकते हैं।

जल प्रवाह नहीं कर सकते तो हम किसी पीपल के पेड़ के नीचे उसको छोड़ के आ सकते हैं। जो आपने यह पूजा करी, घी के दिए से उनकी पूजा होती है और मीठे चावल, मीठा लड्डू, येलो कलर की कोई भी चीज करें।

जब भी आप मां बगलामुखी, जिनको पीतांबरा भी कहा जाता है, उनकी पूजा अर्चना कर रहे हैं, आपको बिल्कुल पीले वस्त्र पहनने हैं और पीले आसन पर ही बैठना है। और इनकी पूजा दिन में करें। जब भी हम चाहते हैं…

एक और बहुत अच्छा उपाय है मां का। जिनके बच्चे का फोकस एंड कंसंट्रेशन नहीं है, अगर वह बच्चा 13 साल से, मतलब टीनएजर नहीं है, 13 साल से कम है उसकी आयु, 12 वर्ष तक जो है बच्चे, उनके बेडरूम में आप ईस्ट फेसिंग वॉल पे,

वैसे तो आप अपना स्टडी टेबल भी ईस्ट फेसिंग कर लीजिए, बच्चा बैठे तो ईस्ट की तरफ देखे, वहां पर अगर आप मां बगलामुखी का जो यंत्र है, वह लगा देते हैं, वो यंत्र पूरे टाइम काम करेगा आपके बच्चे के फोकस के ऊपर। बच्चे आजकल देखिए, डिस्ट्रैक्ट हो जाते हैं आईपैड में, यू नो, टैबलेट्स में या खेलने जाते हैं तो बहुत आके टेक्नोलॉजी में लग जाते हैं या खेलने में, पढ़ना नहीं चाहते।

ऐसे में अगर आप मां का यंत्र वहां लगाते हैं और उस यंत्र की पूरी एनर्जी उस बेडरूम में जाती है तो इससे आपके बच्चे की कंसंट्रेशन बिल्कुल शार्प हो जाएगी। ओके, ओके। अगर आपका बच्चा 13 साल के ऊपर है तो बेडरूम में यंत्र लगाना सही नहीं होगा। ऐसे में आप मां का एक छोटा सा जो नाम है, उसको लिख के येलो पेपर पे उसके स्टडी टेबल के ऊपर ऐसे करके चिपका दीजिए, लैमिनेट करा लीजिए और चिपका दीजिए।

वो भी एक यंत्र का काम करेगा बिकॉज़ यंत्र एक सर्टेन एज तक ही हम ऐसा कर सकते हैं, उसके बाद हमें उसको मंदिर में रखना होगा। अगर वो भी नहीं, जब भी आपका बच्चा पाठ हो, आप कोशिश कीजिए कि आप मां के आगे रखी हुई हल्दी जिसका मंत्र उच्चारण से आपने जिसको एनर्जाइज्ड किया, अपने बच्चे के माथे पे, नाभी पे और गले पे लगा दीजिए। क्योंकि वाक् सिद्धि की भी मां हैं ये।

वाक् सिद्धि, प्रधान सिद्धि क्या है ?

कि जो हम बोलें वो सच हो और जो हम बोलें वो सबके हित में हो। और जैसे प्रेडिक्शन करते हैं लोग, तो प्रेडिक्शन जो है वो ट्रू हो जाना। जो मैं कह रही हूं, मेरे, मेरी जिह्वापे जो है, मां सरस्वती का वास हो। खासकर वो लोग जो यह चाहते हैं कि मैंने जो कहा, उसे दुनिया सुने या मैं जो कह रहा हूं, उससे लोग इंप्रेस हों, चाहे वो इंटरव्यूज में जाने वाले लोग हों, ग्रुप डिस्कशन में जो लोग रहते हैं, क्या ये जरूरी है कि वो लोग मां बगलामुखी की पूजा करेंगे तो उनकी जो बोलने की प्रभाव है, वो प्रभाव बढ़ेगा? वो प्रभाव बढ़ेगा।

मां बगलामुखी की पूजा करेंगे तो उनकी जो बोलने की प्रभाव है, वो प्रभाव बढ़ेगा ?

लेकिन जैसे बच्चे अब मंत्र नहीं कर सकते हैं तो यहां पर हम जो है, यंत्र का प्रयोग करेंगे। तो अगर आपकी ग्रुप डिस्कशन है, आप उस यंत्र को अपने सामने रखें, ईस्ट की तरफ फेस करें और आप अपनी पढ़ाई वहीं पर करें और फिर उस यंत्र को वापस जो है, मंदिर में प्लेस कर दें। आप उस यंत्र के साथ-साथ काम करें और आपका जो है, बहुत ही, बहुत ही अच्छे रिजल्ट्स आएंगे कॉम्पिटिटिव एग्जाम्स में, स्कूल्स में, ग्रुप डिस्कशन में, इंटरव्यूज में, पोस्ट  में।

बिल्कुल। अच्छा, अक्सर मैं आपसे ये पूछता हूं कि किसी भी देवी का जब आपकी लाइफ में उनकी एनर्जी का आना शुरू होता है तो क्या फील होता है? मां बगलामुखी जब आपकी लाइफ में आना शुरू होती हैं, उनकी कृपा आना शुरू होती है तो किस तरीके के इंडिकेशंस आपकी लाइफ में आना शुरू होते हैं?

मां बगलामुखी जब हमारी लाइफ में एंटर करती हैं, सबसे पहले हमारे में बहुत कॉन्फिडेंस आता है। ओके। आप याद कीजिए, मंगल ग्रह के क्या-क्या एट्रिब्यूट हैं? करेज, बहुत पावर, बहुत कॉन्फिडेंस। आपने पिछले पॉडकास्ट में मुझे बताया है कि ये पर्टिकुलर देवी जो है, वो किसी एक ग्रह से कनेक्टेड है। तो क्या मां बगलामुखी मंगल से हैं?

तो क्या मां बगलामुखी मंगल से हैं ?

जी, मंगल से कनेक्टेड हैं। और मंगल ग्रह कॉन्फिडेंस का ग्रह है, करेज का ग्रह है, हनुमान जी को याद कीजिए, बिल्कुल। है ना, और भक्ति का ग्रह है। तो जब आपके दिल में ये फीलिंग आने लग जाए, होप आने लग जाए, आपको लगे कि दुश्मन आपका कुछ नहीं बिगाड़ सकते हैं, मां मेरे साथ है, यह सारी जो फीलिंग होती है, वो इसकी होती है।

देखिए, यह तो पॉसिबल नहीं है आज की दुनिया में कि लोगों के दुश्मन ना हों और यह भी पॉसिबल नहीं है कि वो दुश्मन आपका कुछ ना करे। हम सतयुग में नहीं रह रहे, बिल्कुल। तब भी वैसे तो युद्ध होते ही थे। बिल्कुल, बिल्कुल।

लेकिन उनके होते हुए भी अगर आप में कॉन्फिडेंस है कि अगर एक दैविक शक्ति आपके साथ है तो आपका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता, वो है मां बगलामुखी की पावर। तो बहुत ही प्रभावशाली उपाय जो मैंने बताया है, मैंने खुद करके देखा है और बहुत क्लाइंट्स ने भी बताया है। अगर ऑडियंस में किसी के साथ चमत्कार हुए हैं तो कमेंट्स में जरूर बताएं क्योंकि यह एक चमत्कार की मां हैं।

आप गए… अच्छा नहीं, मैं बगलामुखी मंदिर नहीं गया। बट आपकी बात जब मैं सुन रहा था क्योंकि मेरे बहुत सारे फ्रेंड्स हैं जो कि कांगड़ा में जो बगलामुखी मंदिर है, वहां जाते हैं। एक मेरी फ्रेंड है जो सही में, उन्होंने मुझे बहुत सारी चीजें बताईं, उन्होंने मुझे बताया भी कि कई बड़े-बड़े पॉलिटिशियन वहां बगलामुखी के मंदिर में जाते थे और वहां पर पूजा पाठ करके अपने चुनाव जीते हैं वो लोग।

बड़े-बड़े, मैं किसी का नाम नहीं लूंगा लेकिन बहुत ज्यादा मेरे आसपास बहुत सारे ऐसे लोग हैं और आपने आज जो बातें कहीं, मुझे लग रहा है कि मुझे भी बुलाया जा रहा है कि आ जाओ भई, बहुत टाइम हो गया आपको इंडिकेशन देते हुए। तो मैं बहुत जल्द शायद पूरे परिवार के साथ वहां पर जाऊं।

वेल, दश महाविद्याओं में से एक हैं मां बगलामुखी, तो तंत्र से रेलेवेंस इनका होगा, इनका कोई ना कोई कनेक्ट तंत्र के साथ भी होगा।

क्या मां बगलामुखी की कनेक्टिविटी तंत्र के साथ है?

जो तांत्रिक हैं, वो कैसे कनेक्ट करते हैं? तांत्रिक मां बगलामुखी की सिद्धियों को साधते हैं, स्तंभन करते हैं, वशीकरण का भी प्रयोग करते हैं। लेकिन मैं यह सोचती हूं कि जिनके ऊपर कुछ कराया गया है, अगर वो मां बगलामुखी के टेम्पल में जाएं तो उनको बहुत फायदा होगा क्योंकि ये जितना भी करा-कराया होता है, वो मां बगलामुखी के टेम्पल पर उतर जाता है।

अच्छा। और अगर आप अपने पेशेंट को वहां नहीं ले जा पा रहे हैं तो आप उनके साइड पर बैठ के, चाहे मन ही मन इस मंत्र का जाप करते रहें। पॉसिबल ही नहीं है कि जिस जगह पर उनका यंत्र लगा हुआ है, अगर कोई बहुत बीमार है तो आप उसके बेड के ऊपर जो दीवार है, उसके ऊपर यह यंत्र लगा दीजिए।

यह यंत्र उस व्यक्ति को इतना, इतना होप फुल कर देगा कि उसकी बॉडी जो है, रिएक्ट करने लग जाएगी, इतना पॉजिटिवली। क्या ये मार्केट से यंत्र खरीदा और लगा दिया, इतना भर काफी है या इसकी एनर्जी बढ़ानी पड़ेगी?

यंत्र खरीदा और लगा दिया, इतना भर काफी है या इसकी एनर्जी बढ़ानी पड़ेगी?

जैसे आपने कहा कि आपके पास जितने यंत्र होते हैं, आप जो देते हैं लोगों को, वो आप एनर्जाइज्ड करके देते हैं, उसकी पूजा पाठ एक प्रोसेस है जो आपने बताया भी कि मंत्र के थ्रू करते हैं। क्या लाकर लगा देना काफी है या एनर्जाइज्ड करना पड़ेगा?

देखिए, अगर आप नॉर्मल पानी पी रहे हैं तो आप लाकर भी पी सकते हैं। अल्कलाइन वॉटर पीना है तो आपको उसको बना के पीना होगा जिसके और भी फायदे हैं। तो जब हम इसको एनर्जाइज्ड करते हैं मंत्रों के थ्रू, इसका बिल्कुल एक अलग इफेक्ट होता है।

पर मैं ये नहीं कहूंगी कि यंत्र में अपनी पावर में कोई कमी है। लेकिन डेफिनेटली अगर हम उसको और भी शार्प करें, लेजर बीम की तरह बना लें तो असर जो है, वो जल्दी होता है। अच्छा,

बगलामुखी की पूजा करना का बेस्ट टाइम कौन सा है ?

कब मां बगलामुखी की पूजा करना, किन डेज में पूजा करना आपको बहुत जल्दी फल दे सकती है? नवरात्रि आ रहे हैं, आप नवरात्रों में फर्स्ट नवरात्रि से शुरू कर दीजिए और यह सबसे बेस्ट टाइम होगा इनकी साधना शुरू करने के लिए।

और ट्यूसडे इनके लिए बहुत अच्छा माना जाता है और सैटरडे भी इनके लिए बहुत अच्छा माना जाता है। तो ये जो दो डेज हैं, इनमें भी आप शुरू कर सकते हैं। लेकिन अगर नवरात्रों में कर सकें तो नथिंग लाइक इट। कोई खास तरीके का, क्योंकि आपने पिछले पॉडकास्ट में बताया था कि एक पर्टिकुलर भैरव हैं जो हर दश महाविद्याओं के साथ अटैच हैं।

इन देवी के साथ, मां बगलामुखी के साथ अगर हम देखें तो एक भैरव होंगे जो कि अटैच होंगे। तो क्या मां बगलामुखी का जो… क्या जो मतलब आम आदमी जो एक गृहस्थ फैमिली मैन है, वो पूजा करता है तो क्या उनकी पूजा भैरव के साथ या उन देवता के साथ करना जरूरी है?

तो क्या उनकी पूजा भैरव के साथ या उन देवता के साथ करना जरूरी है ?

जैसे आपने शिव की बात की कि पहले शिव की पूजा करो, फिर आप दश महाविद्या से कनेक्ट होगे। तो क्या दश महाविद्याओं में मां बगलामुखी की पूजा करने से पहले भी आपको शिव की पूजा करनी चाहिए? जी। और इसीलिए जो वहां पे कांगड़ा में टेम्पल है, उसके बाहर ही भैरव जी स्थापित हैं। बताया कि हां, बड़ा भव्य, बहुत, बहुत भव्य हैं।

तो जैसे भी आप उनकी पूजा कर सकें, मदिरा से कर सकें, मंत्र से कर सकें, अगर आप वहां जा रहे हैं तो आपको पता चल जाएगा। लेकिन अगर आप घर पे कर रहे हैं तो आप गणेश जी की वंदना से शुरू करें और उसके बाद शिव जी का करें या भैरव जी का करें और उसके बाद ही मां की।

ये एक प्रोसेस आप फॉलो करें तभी आपको बेहतर तरीके से आपको फल मिल पाएगा। अच्छा, एक लास्ट क्वेश्चन मेरा आपसे ये रहेगा, मैंने बहुत जगहों पर सुना है कि मां बगलामुखी का हवन करिए, मां बगलामुखी… तो क्या हवन से खास कनेक्टिविटीमां बगलामुखी की है?

सभी महाविद्या की है। अच्छा। हवन एक अगेन, उग्र फॉर्म है किसी भी चीज को करने का। और हम उसमें आहुति देते हैं, अपनी ऑफरिंग्स देते हैं और प्रे करते हैं कि जो देवता हैं, वो उसको एक्सेप्ट करें, अग्नि देवता और बहुत सारे देवताओं का जब हम आह्वान करते हैं।

मैंने पर्टिकुलर नोटिस किया है कि हवन करके जब हम अपना शुरू करते हैं और जब हम उद्यापन करते हैं तो भी हवन करना… हवन इज अ वेरी पावरफुल प्रोसेस। मैं यह कहूंगी कि अगर आप मंत्र सिद्धि कर रहे हैं किसी भी महाविद्या की तो बहुत जरूरी है कि आप रोज हवन करें। वैसे भी अगर आप हवन करते हैं, आपके घर की ऊर्जा जो है, वो अलग ही लेवल की हो जाती है। किसी के घर में घुसते ही बता सकते हैं कि इनके घर में रोज हवन होता है।

स्पेशली पीपल जो औरा पढ़ सकते हैं, जो एनर्जीज को पढ़ सकते हैं, जी, वो एकदम घुसते ही आपको बता देंगे कि आप बहुत… एक जो स्पेस होती है ना , वो जागृत हो जाती है मंत्र से और हवन से और यंत्र से। बिल्कुल। चलिए, बहुत-बहुत अच्छा लगा मुझे।

आज आपने हवन वाली बात जो कही है, वो तो मेरा पर्सनल क्वेश्चन था आपसे क्योंकि हवन को लेकर बहुत समय से मेरे मन में था कि… क्योंकि मुझे बहुत अट्रैक्ट करता है कहीं पर भी अगर हवन हो रहा है या मैं अगर हवन में शामिल हूं तो बड़ा एक अच्छा सा फील होता है, एक एक्टिवेटेड सा फील होता है। सो दैट वाज माय पर्सनल क्वेश्चन।

 क्योंकि एक सीरीज हम कर रहे हैं, अगर आपने अभी तक पिछले पॉडकास्ट नहीं देखे हैं तो आप जरूर जाकर उनपोस्ट को पढ़े को देखिए क्योंकि हर एक देवी पर हमने कोई ना कोई अलग-अलग तरीके से डीप पोस्ट किया है।