बगलामुखी 36 अक्षरी मंत्र के लाभ baglamukhi 36 akshari mantra ke laabh

बगलामुखी 36 अक्षरी मंत्र के लाभ baglamukhi 36 akshari mantra ke laabh मैं जय माता दी, जय महाकाल। आप सभी का स्वागत करता हूं। आज मैं आप लोगों के लिए एक शक्तिशाली मंत्र लेकर आया हूं जो अद्भुत है और रहस्यमयी है, जो ब्रह्मांड में समस्त शक्तियों को संचालित करता है। यह साधना बहुत ही अद्भुत और रहस्यमयी है।
इस साधना को संपन्न कर लेने के बाद साधक की समस्त प्रकार की मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं, शत्रुओं का नाश हो जाता है। बहुत ही अद्भुत समय भी है, और किसी भी समय इस साधना को अगर संपन्न कर लिया जाए तो यह समझ लीजिए सोने पर सुहागा है।
तंत्र की सभी विद्याएं चाहे वह काली, तारा, षोडशी, भुवनेश्वरी, छिन्नमस्ता, त्रिपुरभैरवी, धुमावती, बगलामुखी हों, माँ बगलामुखी को दश महाविद्या माना गया है।
ऐसी मान्यता है कि माता बगलामुखी की शक्तियों के सामने समस्त ब्रह्मांड की कोई भी शक्ति टिक नहीं सकती।
इसलिए शत्रु पर विजय प्राप्त, शत्रु भय से मुक्ति तथा प्रभावशाली वाक् सिद्धि प्राप्ति के लिए मां बगलामुखी की साधना संपन्न करने पर यह साधना बहुत जल्दी सिद्ध हो जाती है।
इस साधना में एक खास संख्या में बगलामुखी मंत्र का अगर जाप कर लिया जाए तो सामान्य बाधा तो दूर हो ही जाती है और साधक की समस्त प्रकार की मनोकामनाएं भी पूर्ण हो जाती हैं।
लेकिन अगर कोई बहुत बड़ी शत्रु बाधा या शत्रुता आपके जीवन में जीवन-मरण का प्रश्न हो तो ऐसे में कम से कम आपको 36,000 मंत्र का जाप तो करना ही पड़ेगा।
इस मंत्र का जाप करने वाला कभी भी शत्रु से हारता नहीं है। ऐसे साधक को हर प्रकार के वाद-विवाद में विजय मिलती है, वह अपनी बातों को सही सिद्ध कर पाता है क्योंकि उसे वाक् सिद्धि मिल जाती है।
इस मंत्र को अचूक माना गया है इसलिए जो कोई इसकी जप संख्या में जप करके सिद्ध करता है, उसे सभी प्रकार की जीवन में जो भी परेशानियां हैं, वह समाप्त हो जाती हैं और उसको हार का सामना नहीं करना पड़ता। ऐसे व्यक्तियों के किए हुए प्रयत्न कभी निष्फल हो ही नहीं सकते, साथ ही उसकी हर मनोकामना भी पूर्ण होती है।
लेकिन सही मन से, समर्पण से, विश्वास से, श्रद्धा से। उस वक्त खुशी की बात है इस मंत्र का, जो मैं बताऊंगा, 11 माला मंत्र का जाप करके हवन कर लेना है। हवन कैसे करना है, मैं आपको बताऊंगा।
जब आप इस साधना को संपन्न करेंगे, इसमें पीला वस्त्र लगता है। पीला आसन, पीला वस्त्र पहनकर पीले आसन पर मां बगलामुखी की तस्वीर, यंत्र जो है, स्थापित कर दीजिए।
एक माला हरिद्रा गणपति का, एक माला भैरव का, एक माला गणपति का आपको करके, जाप करके हाथ में जल लेकर अपनी मनोकामनाओं का संकल्प लेकर इस मंत्र का जाप करना है। और मंत्र में कुछ विशेष चीजें हैं जो मैं आप लोगों को बताऊंगा कि आप कैसे करना है और किस चीज से हवन करना है।
अगर आप उससे हवन कर लेंगे, इसका फल जल्दी आपको मिल जाएगा। कुछ विशेष मनोकामना की पूर्ति भी इस हवन से आप कर सकते हैं। धन, प्रसिद्धि, ऐश्वर्य प्राप्ति के लिए दूध में भिगोए हुए तिल, चावल से हवन डालेंगे तो आपकी मनोकामना प्राप्त हो जाएगी।
कई प्रकार की चीजें हैं, मैं जो अधिक समय नहीं लेना चाहता हूं क्योंकि मां की जयंती है। कुछ चीजें ऐसी हैं, सावधानियां बरतनी पड़ती हैं।
तो आप उससे अगर कोई दिक्कत परेशानी हो तो संपर्क करके इसकी विधिवत जानकारी ले सकते हैं कि किस प्रकार से करना है।
इस मंत्र का जाप जो है आपको रात के मध्य करें तो ज्यादा अच्छा है, संभव हो तो 10 से 4 के बीच। इसके अलावा साधना के दौरान पीला वस्त्र धारण करना है, मैंने बता दिया है।
उस दिन ना बाल कटाएं, ब्रह्मचर्य का पालन करें और एक ही टाइम भोजन करना है, वो भी सात्विक। तो यह साधना बहुत सरल है।
इसमें कुछ मंत्र मैंने रावण संहिता और कुलार्णव तंत्र, मंत्र महोदधि से मैंने प्राप्त किया है, जो मैंने स्वयं अपने लिए भी प्रयोग किया है, लोगों को प्रयोग कराया है और आपको भी बताऊंगा कि इसमें प्रणव और बीज को कैसे लगाकर आप अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति एक दिन में ही जाप करके प्राप्त कर सकते हैं।
कोई दिक्कत हो, परेशानी हो तो हमसे संपर्क कर सकते हैं या फिर किसी योग्य गुरु से भी संपर्क कर सकते हैं। जय माता दी, जय महाकाल।