APSARA SADHNA KI NIYAM अप्सरा साधना के नियम – अप्सरा प्रत्यक्ष होगी कुछ दिनों में PH.85280 57364

APSARA SADHNA KI NIYAM अप्सरा साधना के नियम - अप्सरा प्रत्यक्ष होगी कुछ दिनों में PH.85280 57364
APSARA SADHNA KI NIYAM अप्सरा साधना के नियम – अप्सरा प्रत्यक्ष होगी कुछ दिनों में PH.85280 57364 

APSARA SADHNA KI NIYAM अप्सरा साधना के नियम – अप्सरा प्रत्यक्ष होगी कुछ दिनों में गुरु मंत्र साधना  में आप सबका फिर से स्वागत है। तो मैं आपको अप्सरा साधना के ऐसे नियम बताऊंगा जिससे अप्सरा आपके सामने प्रत्यक्ष हो जाएगी। तो सबसे पहला नियम यही है कि आप इसको प्रेमिका रूप में ही करें, माँ या बहन रूप में आप इसको नहीं कर सकते।

उसके पीछे का जो कारण है कि ये एक ऐसे वर्ग की साधना होती है, इसको प्रेमिका रूप में ही किया जाता है, ये जोड़े में नहीं होती है। बहुत सारी शक्तियाँ जोड़े के अंदर होती हैं, यक्ष के साथ यक्षिणी होती है, देवता के साथ देवी होती है। उसी तरीके से जो अप्सरा होती है बिल्कुल अकेली होती है। तो इसको आप देता हूं।

दूसरी चीज़ क्या है, अप्सरा स्वयं सिद्ध होना चाहती है और साधक को संकेत देती है। मैं आपको संकेत बताता हूँ। अगर आपको सपने के अंदर अप्सरा दिखाई देती है, बार-बार सपने के अंदर आती है, तो समझ लेना चाहिए कि अप्सरा आपको सिद्ध होना चाहती है।

 दूसरे नंबर के ऊपर क्या होता है, कभी-कभी दूर से घुंघरुओं की आवाज़ सुनाई देती है, तो भी आप अंदाज़ा लगा सकते हैं कि अप्सरा आपको सिद्ध होना चाहती है। 

तीसरे नंबर के ऊपर हल्की सी सुगंध आपको आती है, हल्की सी, तो आप समझ सकते हैं कि अप्सरा आपको सिद्ध हो चुकी है। केवल वह इसलिए प्रत्यक्ष नहीं हो पा रही है क्योंकि वहाँ का जो वातावरण है उसके लिए सूटेबल नहीं है, कुछ शक्तियाँ उसको रोक रही हैं। 

जहाँ आप रह रहे हो, हर एक क्षेत्र के अंदर बहुत सारी गुप्त शक्तियाँ होती हैं, कभी-कभी वो रोकती हैं, कभी-कभी कुल का पितर रोकता है, तो कभी-कभी क्षेत्रपाल रोकता है। तो इन्हीं कारण वो अप्सरा आती है लेकिन सामने रूप में आपको दिखाई नहीं देती। 

तो उसके लिए डिमांड यह होती है, उपयुक्त स्थान आपको ढूंढना पड़ेगा, वहाँ पर यह अप्सरा आएगी। संकेत आपको दे रही है, वह चाहती है कि आप उसको मतलब आप उसके साथ कांटेक्ट में आएं, पर दिक़्क़त यही आती है, कि आपका वातावरण अनुकूल नहीं है।

तीसरी चीज़ मैं आपको यह बताता हूँ कि इसके लिए गुरु की बहुत ज़रूरी है, ज़रूरत होती है। तीसरा नियम यह कहता है कि आपके पास अच्छा गुरु होना चाहिए। तो गुरु ही आपको बताएगा कि उपयुक्त स्थान कौन सा है, कहाँ आपके पास अप्सरा प्रत्यक्ष होगी। 

तो एक तो यह है। चौथा नियम इसमें यह है कि आप जब भी अप्सरा करें तो बीड़ी, सिगरेट, तंबाकू सब छोड़ दें। ज़ाहिर सी बात है कि कोई इंसान भी ऐसे लोगों के साथ कांटेक्ट में नहीं आना चाहेगा जिसके दाँत बीड़ी-सिगरेट के कारण ख़राब हो चुके हैं, सड़े हुए दाँत, दुर्गंध आती है, तो ऐसे लोगों से कौन बात करना चाहेगा? 

इसीलिए क्या है, इन चीज़ों को त्याग दें। बिल्कुल शुद्ध रहें। एक तो यह है और डेली बेसिस के ऊपर स्नान करें। स्नान में आप दूध से स्नान कर सकते हैं। सबसे मेन चीज़ है दूध, दूध से आप स्नान कर सकते हैं। तो अगर आप करोगे तो बेस्ट है, अगर नहीं करते हो तो पानी में आप थोड़ा सा कोई पवित्र जल डाल लें, उससे स्नान करें। तब भी चल जाएगा। तो एक नियम यह हो गए।

और कुछ मैं आपको नियम बताता हूँ। अप्सरा के कभी भी आप प्रत्यक्षीकरण के पीछे मत भागिए। बहुत सारे लोग बोलते हैं प्रत्यक्षीकरण करना है, मेरे को अप्सरा का प्रत्यक्षीकरण करना है। प्रत्यक्षीकरण के चक्कर में क्या होता है, बहुत ज़्यादा परीक्षा होती है। 

अब प्रत्यक्षीकरण के चक्कर में न पड़ें। उसको आप बोलें कि आप यहाँ मेरे पास आओ। आप उसको बुलाओ और वह अपनी उपस्थिति का एहसास कराएगी, इतना ही बहुत है। और केवल आपको काम करवाने से मतलब होना चाहिए कि आप उससे कोई काम करवाओ, अप्सरा से। वो काम अटके हुए वह करवाओ। तो इस तरीक़े से आप करिए।

 प्रत्यक्षीकरण के पीछे भागोगे ना तो बहुत ही ज़्यादा इसके लिए परीक्षा होती है। ब्रह्मचर्य की परीक्षा होती है। तो ब्रह्मचर्य की परीक्षा का भी मैं आपको बताता हूँ, इसके लिए कुछ जड़ी-बूटियाँ होती हैं, कुछ मंत्र होते हैं जिससे ब्रह्मचर्य बचा रहता है, वो केवल आपको गुरु बता सकता है, गुरु के निर्देश में ही करें।

जहाँ आप अप्सरा की साधना कर रहे हो, तो उस जगह को अच्छे तरीक़े से धो लें, अगर दूध और गंगाजल डाल के उस जगह को स्नान कराएं। मैं यह नहीं बोल रहा हूँ 50 लीटर आप दूध से उसको धोएं, थोड़ा सा दूध डालें, थोड़ा सा गंगाजल डालें, उससे पोछा लगा लें। पहले सर्फ़ से पोछा लगा लें फिर उसके बाद इसका पोछा लगा दें, तो यह भी बेस्ट हो गया काम। 

थोड़ा सा इत्र वग़ैरह ख़ूब छिड़काएं, उस कमरे को सुगंधित कर दें। और उस कमरे के अंदर कोई नहीं आना चाहिए, फ़ालतू सामान अगर उसमें पड़ा हुआ है तो वो निकाल दें।

बिल्कुल ख़ाली कमरा होना चाहिए, उसमें आपका आसन होना चाहिए, अप्सरा की फ़ोटो होनी चाहिए, अप्सरा का यंत्र होना चाहिए, बस इससे ज़्यादा कुछ नहीं। 

जहाँ आप सोते हैं तो साथ में ही एक स्थान अप्सरा को भी दें कि वह आपके साथ सोए, एक जगह कि वो आपके सोने के लिए। उसके लिए भी थोड़ा सा स्थान रखें। पत्नी रूप में कर रहे हैं तो तब स्थान रख सकते हैं, प्रेमिका रूप में ज़रूरत नहीं है। तो ये चीज़ हो गई अप्सरा के लिए।

और उसके अलावा क्या होता है, सुरक्षा कवच। सुरक्षा कवच की बात करते हैं, बेहद ज़रूरी है। सुरक्षा कवच अगर आप नहीं लगाते तो अप्सरा के साथ कोई दूसरी नेगेटिव शक्ति भी आएगी जो आपको डिस्टर्ब कर देगी, आपको भटका देगी आपके लक्ष्य से। इसीलिए क्या है सुरक्षा कवच अति इंपॉर्टेंट चीज़ है, वह लगा के, घेरा लगा के ही बैठें। यह भी एक नियम है।

उसके अलावा कुछ और मैं नियम आपको बताता हूँ। जब भी, एक नियम और है। यह नियम बहुत ही इंपॉर्टेंट नियम है। अगर आप इस नियम को फ़ॉलो करोगे तो भाई बहुत अच्छी बात है, आपकी सेफ़्टी रहेगी नहीं तो आप ख़तरे में आ सकते हैं। 

तो नियम यह कहता है कि अगर आप प्रेमिका रूप में उसके कारण सिद्ध हो, तो दूसरी प्रेमिका से आप संपर्क तोड़ दें। अगर आपकी प्रेमिका है तो उससे संपर्क तोड़ दें, अन्यथा आपको भी नुक़सान होगा, उस प्रेमिका को भी नुक़सान होगा। 

अप्सरा आपको भी नहीं छोड़ेगी और न उस प्रेमिका को छोड़ेगी। पहले ही यह चीज़ बता चुका हूँ, फिर से बता रहा हूँ कि आप अपनी प्रेमिका को जो है छोड़ दीजिए अगर अप्सरा को प्रेमिका रूप में आप कर रहे हैं। 

तो अप्सरा नहीं चाहेगी कि उसके अलावा आप दूसरे से प्रेम करें। तो यह नियम बहुत ही इंपॉर्टेंट है, कोई गुरु नहीं बताता है। तो यह नियम भी ज़रूरी है। ब्रह्मचर्य को सुरक्षित करने के लिए डाइट प्लान होता है, तो वो पूरा एक गुरु बताता है किस तरीक़े से आपको डाइट लेनी है, कौन सी लेनी है। 

मैं सार से आपको निचोड़ एक ही निकालता हूँ कि आपको गर्म चीज़ें निषिद्ध हैं। गर्म चीज़ें जितनी ज़्यादा खाओगे, अंदर कामुकता आएगी, कामुकता आएगी तो ब्रह्मचर्य टूटेगा। तो यह नियम भी आप ध्यान में रखिए। 

 मैं यह चाहता हूँ कि कम से कम टाइम में मैं ज़्यादा से ज़्यादा बातें बता सकूँ। मेरा एक ही लक्ष्य है।

तो आगे हम बढ़ते हैं। कुछ नियम और हैं। जो भी आप आसन इस्तेमाल करें, जो भी माला, जो भी कपड़ा आप इस्तेमाल करें अप्सरा के लिए, अप्सरा साधना में जो भी चीज़ें आप इस्तेमाल करो, या तो व्हाइट होनी चाहिए या तो गुलाबी होनी चाहिए। यह भी एक नियम है। 

इसको भी आप फ़ॉलो करिए, व्हाइट या गुलाबी। ये दो रंग ही अप्सरा को प्रिय होते हैं। बहुत ज़्यादा, अगर दीवार हो सके तो पूरी गुलाबी कर दीजिए, हल्का सा गुलाबीपन होना चाहिए। नहीं तो आप उसको व्हाइट कलर करवा सकते हैं, तब भी आपका चल जाएगा। 

एकदम अच्छे से व्हाइट कलर होना चाहिए। तो यह नियम हैं अप्सरा के। एक-आध नियम कोई छूट गए तो फिर आप मेरे को कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं। तो आज के लिए बस इतना ही, जय श्री महाकाल।

Previous articleapsara sadhana vs yakshini sadhana अप्सरा और यक्षिणी कौंन शक्तिशाली ph.85280-57364
Next articlethird eye sadhna इस्लामिक दिव्या दृष्टि साधना एक दिन में दिव्या दृष्टि हासिल करें ph. 85280 57364
Rodhar nath
मैं रुद्र नाथ हूँ — एक साधक, एक नाथ योगी। मैंने अपने जीवन को तंत्र साधना और योग को समर्पित किया है। मेरा ज्ञान न तो किताबी है, न ही केवल शाब्दिक यह वह ज्ञान है जिसे मैंने संतों, तांत्रिकों और अनुभवी साधकों के सान्निध्य में रहकर स्वयं सीखा है और अनुभव किया है।मैंने तंत्र विद्या पर गहन शोध किया है, पर यह शोध किसी पुस्तकालय में बैठकर नहीं, बल्कि साधना की अग्नि में तपकर, जीवन के प्रत्येक क्षण में उसे जीकर प्राप्त किया है। जो भी सीखा, वह आत्मा की गहराइयों में उतरकर, आंतरिक अनुभूतियों से प्राप्त किया।मेरा उद्देश्य केवल आत्मकल्याण नहीं, अपितु उस दिव्य ज्ञान को जन-जन तक पहुँचाना है, जिससे मनुष्य अपने जीवन के गूढ़ रहस्यों को समझ सके और आत्मशक्ति को जागृत कर सके।यह मंच उसी यात्रा का एक पड़ाव है — जहाँ आप और हम साथ चलें, अनुभव करें, और उस अनंत चेतना से जुड़ें, जो हमारे भीतर है ।Rodhar nathhttps://gurumantrasadhna.com/rudra-nath/