Krodh Bhairav Sadhana क्रोध भैरव मंत्र साधना विस्तार सहित

 

Krodh Bhairav Sadhana क्रोध भैरव मंत्र साधना विस्तार सहित
Krodh Bhairav Sadhana क्रोध भैरव मंत्र साधना विस्तार सहित

क्रोध भैरव मंत्र साधना क्या है? (What is Krodh Bhairav Mantra Sadhana?)

देखो, पाठक दोस्तों, आज हम जिस विषय पर बात करने वाले हैं, वो है क्रोध भैरव मंत्र साधना। अरे वाह भई, ये एक ऐसा टॉपिक है जिसमें बहुत से लोग इंटरेस्ट (रुचि) लेते हैं। अगर आप लाइफ (जीवन) में बहुत सारी प्रॉब्लम्स (समस्याओं) को फेस (सामना) कर रहे हो, और आपको ऐसा महसूस फील होता है कि कोई आप पर बुरा जादू या फिर ब्लैक मैजिक (काला जादू) कर रहा है, तो ये साधना आपके लिए एक बहुत ही पावरफुल (शक्तिशाली) सॉल्यूशन (समाधान) हो सकती है।

तो, भाई, ये साधना असल में भैरव बाबा का ही एक तरीका है जिनसे आप अपनी रक्षा कर सकते हो और अपने दुश्मन पर जीत हासिल कर सकते हो। ये साधना बहुत ही फास्ट (तेजी) से काम करती है, लेकिन इसके लिए कुछ रूल्स (नियमों) को फॉलो (पालन) करना बहुत ज़रूरी है। क्या कहते हो?

 

भगवान क्रोध भैरव की पहचान (Identification of Lord Krodh Bhairav)

 

अरे भाई, भैरव जी भगवान शिव के ही एक रौद्र (क्रूर) रूप हैं। आप देखो ना, उनके आठ मेन (मुख्य) फॉर्म्स (रूप) हैं, और उनमें से ही एक हैं भगवान क्रोध भैरव। उनका नाम ही उनकी पर्सनालिटी (व्यक्तित्व) के बारे में सब कुछ बता देता है – ‘क्रोध’। मतलब, वो बहुत जल्दी गुस्सा होते हैं, लेकिन उनका गुस्सा उन लोगों के लिए होता है जो बुरा काम करते हैं या दूसरों को परेशान करते हैं। सच बताऊँ, वो बुरी शक्तियों को तुरंत ख़त्म करने वाले हैं।

तुम सोचो, जब वो किसी पर क्रोधित होते हैं तो उस बुरी शक्ति का अंत हो ही जाता है। उनकी एक खास बात यह है कि वो अपने साधकों को बहुत ज़्यादा प्रोटेक्शन (सुरक्षा) देते हैं। उनकी पूजा करने से डर दूर हो जाता है और हिम्मत आ जाती है। तुम्हें अगर इस बारे में और जानना हो, तो तुम विकिपीडिया पर भी देख सकते हो, भाई, वहां भी बहुत जानकारी मिल जाएगी। सही है न?

 

क्रोध भैरव मंत्र साधना के फायदे (Benefits of Krodh Bhairav Mantra Sadhana)

 

अरे भाई, इस साधना के फायदे देखकर तुम खुद बोलोगे, “अरे वाह!” सच कहूँ, इस साधना के बहुत सारे बेनीफिट्स (लाभ) हैं।

  • सुरक्षा और कवच: तुम देखो, अगर तुम्हें लगता है कि कोई तुम्हारा बुरा चाहता है या तुम पर कोई नेगेटिव एनर्जी (नकारात्मक ऊर्जा) का अटैक (हमला) हो रहा है, तो ये मंत्र साधना एक शील्ड (ढाल) की तरह काम करेगी। ये तुम्हें हर तरह के ख़तरे से बचाएगी।
  • दुश्मन का विनाश: यह साधना आपके दुश्मनों को शांत करती है। कहो तो, अगर कोई आपको बार-बार परेशान कर रहा है, तो ये साधना उस इंसान को आपके रास्ते से हटा देगी या उसे नुकसान पहुँचाने से रोक देगी।
  • आत्मविश्वास में बढ़ोतरी: इस साधना से आपका कॉन्फिडेंस (आत्मविश्वास) और विल पावर (इच्छा शक्ति) बहुत ज़्यादा बढ़ जाता है। आपको किसी भी सिचुएशन (परिस्थिति) में डर नहीं फील होता।
  • रुके हुए काम पूरे होना: क्या बताऊँ, भाई, कई बार हमारे काम बनते-बनते रुक जाते हैं। ऐसा लगता है जैसे कोई बैरियर (बाधा) आ गया है। इस साधना को करने से वो सारे बैरियर्स हट जाते हैं और सारे काम स्मूथ (आसानी से) होने लगते हैं।
  • अचानक आने वाले खतरों से बचाव: मान लो, कोई एक्सीडेंट (दुर्घटना) या कोई अनहोनी होने वाली है, तो ये साधना आपको पहले ही अलर्ट (चेतावनी) दे देती है और आप उससे बच जाते हो।

तुम देखो ना, ये सिर्फ एक पूजा नहीं है, ये एक पावरफुल लाइफ चेंजिंग (जीवन बदलने वाला) एक्सपीरियंस (अनुभव) है, क्या ख़याल है?

 

क्रोध भैरव मंत्र और उसकी विधि (Krodh Bhairav Mantra and its Method)

 

देखो, भाई, क्रोध भैरव मंत्र साधना के लिए सबसे ज़रूरी है कि आप मंत्र और उसकी विधि को सही से समझो। वरना, इसका असर नहीं होगा।

 

क्रोध भैरव मंत्र (Krodh Bhairav Mantra):

 

मंत्र कुछ ऐसा है:

ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं क्रोध भैरवाय नमः।

 

क्रोध भैरव मंत्र साधना की विधि (Method of Krodh Bhairav Mantra Sadhana):

 

तो, क्या बताऊँ, इसकी विधि को स्टेप बाय स्टेप (कदम दर कदम) फॉलो करना बहुत ज़रूरी है।

  1. तैयारी:
    • सबसे पहले, आप एक शांत जगह ढूंढो जहां आपको कोई डिस्टर्ब (परेशान) न करे।
    • एक लाल रंग का कपड़ा बिछाओ।
    • भैरव जी की एक तस्वीर या मूर्ति रखो।
    • एक दिया (तेल का दीपक) जलाओ, जिसमें सरसों का तेल हो।
    • अगरबत्ती या धूपबत्ती जलाओ।
    • एक रुद्राक्ष की माला लो।
  2. पूजा शुरू करना:
    • आपको रात के समय, 10 बजे के बाद ही इस साधना को करना चाहिए।
    • साधना शुरू करने से पहले नहाकर साफ़ कपड़े पहनो।
    • पूर्व दिशा की तरफ मुंह करके बैठो।
    • मन में भैरव जी का ध्यान करो और उनसे परमिशन (अनुमति) लो कि आप उनकी साधना कर रहे हो।
  3. मंत्र जप:
    • अब, रुद्राक्ष की माला से इस मंत्र का 11, 21, 51, या 108 बार जप करो।
    • मंत्र का उच्चारण साफ़ और सही होना चाहिए।
    • जप करते समय अपनी सारी प्रॉब्लम्स (समस्याओं) और दुश्मनों को मन में लाओ, और बोलो कि आप उन्हें ख़त्म करना चाहते हो।
  4. समापन:
    • जब जप पूरा हो जाए, तो भैरव जी को प्रणाम करो और अपनी परेशानी दूर करने के लिए उनसे रिक्वेस्ट (अनुरोध) करो।
    • दिया बुझाओ मत, उसे अपने आप बुझने दो।

बस हो गया, भाई, ये है पूरा प्रोसेस (प्रक्रिया)। क्या समझे?

 

क्रोध भैरव मंत्र साधना के नियम (Rules for Krodh Bhairav Mantra Sadhana)

 

देख रहे हो ना, किसी भी साधना को करने के लिए रूल्स बहुत इम्पोर्टेन्ट (महत्वपूर्ण) होते हैं। क्रोध भैरव मंत्र साधना भी कोई अपवाद नहीं है।

  • पवित्रता: इस साधना को करने के लिए आपको फिजिकली (शारीरिक रूप से) और मेंटली (मानसिक रूप से) शुद्ध होना होगा।
  • खाने-पीने का ध्यान: इस साधना के दिनों में नॉन-वेज (मांसाहार), शराब, और तंबाकू जैसी चीजों से पूरी तरह दूर रहना होगा।
  • ब्रह्मचर्य: जब तक आप ये साधना कर रहे हो, आपको ब्रह्मचर्य का पालन करना पड़ेगा।
  • सही समय: भाई, ये साधना रात में ही की जाती है, क्योंकि भैरव जी को रात का समय ज़्यादा पसंद है।
  • गुरु का आशीर्वाद: सच कहूँ, किसी भी साधना को करने से पहले गुरु का मार्गदर्शन और उनका आशीर्वाद लेना बहुत ज़रूरी है। वो आपको सही रास्ता दिखा सकते हैं।

अगर आप इन नियमों को फॉलो नहीं करोगे, तो इस साधना का पॉजिटिव (सकारात्मक) रिजल्ट (परिणाम) नहीं मिलेगा, बल्कि नेगेटिव (नकारात्मक) भी हो सकता है। अरे मान लो न?

 

क्रोध भैरव मंत्र साधना के लिए सावधानियां और चेतावनी (Precautions and Warnings for Krodh Bhairav Mantra Sadhana)

 

अरे बाप रे! अब यह वाला पॉइंट (बिंदु) बहुत ज़रूरी है। क्रोध भैरव मंत्र साधना बहुत पावरफुल है और इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए।

  • गुरु का होना ज़रूरी: अगर आप नए हो, तो बिना किसी एक्सपर्ट (विशेषज्ञ) गुरु के इस साधना को मत करना। वे आपको सही गाइडेंस (मार्गदर्शन) देंगे और किसी भी ख़तरे से बचाएंगे।
  • सही इंटेंशन (इरादा): तुम सोचो न, इस साधना को कभी भी किसी का बुरा करने या उसे बेवजह परेशान करने के लिए नहीं करना चाहिए। अगर आपकी इंटेंशन गलत है, तो इसका बुरा असर आप पर ही होगा।
  • साधना का बीच में छोड़ना: एक बार शुरू कर दिया तो साधना को बीच में मत छोड़ना। इससे भैरव जी नाराज़ हो सकते हैं।
  • डरना नहीं: साधना करते समय अगर आपको कुछ अजीब महसूस हो तो डरना मत। वो भैरव जी की मौजूदगी हो सकती है।

क्या कहूँ, ये साधना बहुत स्ट्रांग (मजबूत) है, और इसे बहुत ध्यान से करना चाहिए। वरना, आपकी मुश्किलें कम होने की जगह बढ़ भी सकती हैं। अब बताओ, क्या सोचते हो?

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मैं रुद्र नाथ हूँ — एक साधक, एक नाथ योगी। मैंने अपने जीवन को तंत्र साधना और योग को समर्पित किया है। मेरा ज्ञान न तो किताबी है, न ही केवल शाब्दिक यह वह ज्ञान है जिसे मैंने संतों, तांत्रिकों और अनुभवी साधकों के सान्निध्य में रहकर स्वयं सीखा है और अनुभव किया है।मैंने तंत्र विद्या पर गहन शोध किया है, पर यह शोध किसी पुस्तकालय में बैठकर नहीं, बल्कि साधना की अग्नि में तपकर, जीवन के प्रत्येक क्षण में उसे जीकर प्राप्त किया है। जो भी सीखा, वह आत्मा की गहराइयों में उतरकर, आंतरिक अनुभूतियों से प्राप्त किया।मेरा उद्देश्य केवल आत्मकल्याण नहीं, अपितु उस दिव्य ज्ञान को जन-जन तक पहुँचाना है, जिससे मनुष्य अपने जीवन के गूढ़ रहस्यों को समझ सके और आत्मशक्ति को जागृत कर सके।यह मंच उसी यात्रा का एक पड़ाव है — जहाँ आप और हम साथ चलें, अनुभव करें, और उस अनंत चेतना से जुड़ें, जो हमारे भीतर है ।Rodhar nathhttps://gurumantrasadhna.com/rudra-nath/