मेनिका अप्सरा साधना अनुभव | menka Apsara Sadhna anubhav

मेनिका अप्सरा साधना अनुभव | menka Apsara Sadhna anubhav
मेनिका अप्सरा साधना अनुभव | menka Apsara Sadhna anubhav

परिचय: एक अप्रत्याशित लेख

मेनिका अप्सरा साधना अनुभव | menka Apsara Sadhna anubhav मैं यह लेख सीधे नहीं लिखना चाह रहा था क्योंकि यह पोस्ट पहले से ही तैयार थी, लेकिन किसी कारणवश वह उपलब्ध नहीं है, इसलिए मैं यह अनुभव आपको सीधे इस लेख के माध्यम से बता रहा हूँ।

एक साधक हैं जिन्होंने अप्सरा साधना करी थी और उनको क्या-क्या दिक्कतें आईं अप्सरा साधना में, क्या-क्या फेसिंग करना पड़ा, उसके रिलेटेड यह लेख है जिससे कि आप लोग भी सतर्क रहें और सहज रहें कि कोई दिक्कत अगर होती है तो क्या करना चाहिए आपको, कैसे क्या होना चाहिए और कहीं यह विधि सही है या गलत है, इन सब चीजों के रिलेटेड भी यह लेख बनाया जा रहा है।

 

 अप्सरा साधना की भ्रामक और सही विधियाँ

 

तो सबसे पहले पॉइंट ऑफ व्यू पर आते हैं कि अप्सरा साधना जो थी, इन्होंने जो किया, क्या वह सही था ? पहली बात, अप्सरा साधना की तांत्रिक विधि कि शीघ्र सिद्ध, जल्दी होने, कैसे अप्सरा को सिद्ध करें और क्या-क्या इसकी सही विधि है, इसके रिलेटेड आज मैं आपको इस पूरे लेख में बताऊंगा और अच्छे से समझना जिससे की कोई दिक्कत ना हो क्योंकि लोगों का कंफ्यूजन ही बढ़ता है और फिर होती है दिक्कत।

तो इस लेख का उद्देश्य यही है, तो पूरी तरीके से समझ लो। अप्सरा साधना चाहे वह साधारण हो या तांत्रिक हो, किसी भी माध्यम से साधना कर रहे हो आप लोग, यह साधना में कभी भी मांस और मदिरा का भोग नहीं देते हैं।

हाँ, जब आपके गुरु आपके साथ बैठे हों, शमशान में अगर तांत्रिक क्रिया द्वारा अप्सरा को बुलाया जा रहा है तब इसका उपयोग आप करेंगे मांस और मदिरा का, वैसे यह साधना कभी भी मांस और मदिरा के साथ नहीं करनी चाहिए।

एक साधक का चौंकाने वाला अनुभव

अब मैं आपको इसकी स्टोरी बताता हूँ कि लोगों के साथ क्या हो रहा है। कहाँ हूँ? काफी ठंड लग रही है आपको। अब कहाँ हूँ, क्या हूँ, वो सब छोड़ दो, ठंड लग रही है, कैसे लग रही है, वो सब बाद की बात है, है ना? पहाड़ों पर तो लगेगी।

अब यह समझ लो कि जो सिचुएशन है, उसका यही कंडीशन है कि आपको कैसे अप्सरा साधना करनी है, क्या करना है, उसके लिए आपको अप्सरा साधना में कभी भी ठंड, कभी भी ऐसा सिचुएशन आए कि आपसे बोला जाए मांस और मदिरा का भोग लगाओ तो समझ लेना यह विधि गलत है। ठीक है?

अब एक साधक, एक ऐसे ही आप लोगों जैसे साधक थे, ठीक है? उन्होंने साधना करी अप्सरा साधना किसी वेबसाइट से देखकर। किसी ने लिखा था कि अप्सरा बहुत जल्दी सिद्ध हो जाएगी मेरी विधि से और उन्होंने उस वेबसाइट के लेख-वेख देखे, अच्छे से उन्होंने साधना करी।

₹11,000 लिए गए उनसे, उनके बाद बोला गया कि संस्कारित माला और हवन और यंत्र भी दिया जाएगा। आप लोगों को अच्छे से पता है कि संस्कारित माला में आपको दो से ढाई घंटे का समय लगता है, ठीक है?

इससे पहले तो वह जागृत होगी नहीं, एक माला और यंत्र अलग। तो संस्कारित करके तो कोई देता नहीं है। अब आ जाते हैं कि जब माला और यंत्र संस्कारित नहीं है, तो एक मिनट रुक जाओ, अभी दिखा, बता रहा हूँ, बता रहा हूँ, ठीक है? आपका भी रिप्लाई दूंगा।

उसके बाद फिर यही कंडीशन आई कि संस्कारित माला और हवन का उनको बता दिया गया। उन्होंने की पहले दिन साधना अपना बढ़िया तरीके से, हाँ हाँ हूँ हूँ करके अपना मंत्र जाप। पहले दिन कुछ नहीं हुआ, दूसरे दिन कुछ नहीं हुआ, तीसरे दिन उनको लगा कि कोई आया।

इनको लगा, हाँ, साधना सही हो रही है। चौथे दिन भी इनको लगा हाँ, फिर कोई आया। पाँचवें दिन इनको हल्का सा डर लगा, थोड़ी सी आवाज, नेगेटिविटी आई, है ना?

तो उसमें थोड़ा सा दिक्कत भी हुआ उनको। उसके बाद छठवें दिन इनको कुछ ऐसा ही अनुभव हुआ, सातवें दिन इनको फिर ऐसा अनुभव हुआ कि कोई मेरे बगल में बैठ गया है, अप्सरा है। तो इन्होंने सोचा यार अप्सरा आ रही है। ऐसे करके इनको 11 दिन कंप्लीट हो चुके और कुछ नहीं हुआ उसके बाद तो।

हाँ, एक मिनट रुकिए। हाँ, तो जो कंडीशन थी कि जैसे कि मान लीजिए कि अप्सरा जो थी, ठीक है? तो अब इन्होंने 11 दिन के बाद इनसे बोला गया कि आपके ऊपर तंत्र का प्रयोग हो गया और तंत्र की वजह से यह दिक्कतें आने लगीं।

तो जब इनको लगा यार, यह तो गड़बड़ हो गया, तो इनसे बोला कि अब ₹31,000 शुल्क लगेगा और आपको जो विधान दिया गया है कि मांस के साथ-साथ मदिरा भी चढ़ानी है। इन्होंने कहा, ठीक है, कोई दिक्कत नहीं।

इन्होंने बोले, अब साधना कितने दिन की होगी? बोले 21 दिन की। इन्होंने 21 दिन साधना करी, बीच-बीच में थोड़े बहुत अनुभव हुए, फिर कुछ नहीं हुआ।

तो 21 दिन बाद उन्होंने बोला तो बोले कि अरे, आपके ऊपर तो तंत्र था, वह काट दिया है पर शक्ति नाराज हो गई है, उसे ढंग से भोग नहीं मिला है, इसलिए ₹51,000 लगेंगे। इन्होंने कहा, अप्सरा तो आ रही है तो चलो ₹51,000 भी देने में क्या दिक्कत है।

तो इन्होंने ₹51,000 दिए। ₹51,000 देने के बाद इन्होंने साधना करी, इनको बोला गया कि हवन में भोग जो है वह मदिरा का देना। इन्होंने साधना करी बैठ के आराम से बाकायदा और रात में इन्होंने मंत्र जाप किया अपना जो भी जैसे करते थे।

मंत्र जाप होने के बाद तीसरे दिन इनको लगा कि कोई इनके बिस्तर पर आकर बैठ गया। अब इनको लगा हाँ, अप्सरा आ रही है क्योंकि इनका भाव ही ऐसा था कि अप्सरा आएगी तो संभोग करेंगे, यह सब, वो सब।

तो इन्होंने, इनको तो लगा कि बहुत अच्छा चल रहा है मेरा तो, है ना? उसके बाद जब यह सब हो गया तो इन्होंने सोचा यार कैसे होगा, क्या होगा, करते रहे। फिर छठवें दिन इनको लगा कि कोई इनकी ओर बिस्तर पर लेट गया इनके साथ। इनको दिखाई नहीं दिया और कोई इनको टच कर रहा है।

अब ये जब सुबह उठे, 10, दो-चार मिनट का अनुभव होगा इनका, सुबह उठे तो इन्होंने देखा कि मेरे हाथ में स्क्रैचेज पड़े हुए हैं। तो उन्होंने उनसे पूछा तो बोले, अरे, वो कुछ नहीं, वो होता है। अब जब स्क्रैचेज आदमी के पड़ जाएँ, निशान नोचने जैसे, तो आदमी को डर तो लगता ही है। ऐसे ही करके इनको 15 दिन गुजर गए। 15 दिन बाद वह चीज रात में आती, इनके साथ उल्टा-सीधा काम करना शुरू कर दिया उसने।

कहीं यहाँ हाथ लगाना, कहीं वहाँ और सुबह देखते हैं तो खून फटा हुआ मिलता है, कहीं खून निकलता है, ऐसे करके होने लगा। उसके बाद फिर 15-20वें दिन, 21वें दिन के बाद इनके साथ गलत संबंध बनाने लगी वो जबरदस्ती और इनको खून जैसा भी आने लगा सुबह-सुबह। और सुबह ऐसे उठते थे तो यह लगता था कि ताकत ही खत्म हो गई है।

अब इन्होंने उनसे कांटेक्ट किया तो उन्होंने बोला कि क्या करूँ, आप जानो, कोई तो आया, मेरी रिस्पांसिबिलिटी खत्म। अब यह समझ लो। और सामने वाले ने उसको डिनाई करके ब्लॉक कर दिया।

₹51,000 भी लिए, ₹31,000 भी लिए, ₹11,000 भी लिए, ब्लॉक भी मार दिया। अब यह यहाँ-वहाँ घूमे, वही रोज का कंडीशन होने लगा इनके साथ।

वो रोज रात को आती थी, उल्टा-सीधा काम करती थी और कहीं-कहीं खून निकल जाता था, कहीं कुछ होता था। अब यह आवारा भटकने लगे। कोई बोला तुम्हारे ऊपर तंत्र हो गया है, इसका पैसा दो, इसका पैसा दो। ऐसे करके इनका पूरा बर्बाद हो गया।

 

 समाधान और मुक्ति का मार्ग

अब यह लौटते-फिरते, पढ़ते-पढ़ते जाने कहाँ से किसी ने मेरी वेबसाइट गुरु मंत्र साधना डॉटकॉम का सुझाव दिया, उन्होंने कहा, आप इनसे बात करिए, यही सॉल्यूशन करेंगे।

तो मैंने कहा, ठीक है भाई, देखते हैं। मैंने बात करी, मैंने समझा उसको, फिर मैंने बोला, देखो आपने जो साधना करी है, उसमें भूतनी आई है, अप्सरा नहीं आई है क्योंकि अप्सरा साधना की प्रॉपर विधि में यह विधान ही नहीं है। तो इन्होंने बोला, अच्छा, क्या करना चाहिए? तो उसके हिसाब से फिर मैंने इनको प्रोसेस को समझाया।

जैसे कि मैं आप लोगों को प्रोसेस समझाता हूँ, कोई भी, अब जैसे बटुक भैरव साधना है, जिसमें पाँच रजिस्ट्रेशन होने थे, शिवरात्रि में मैं दे रहा हूँ, तो जिसमें से तीन की जगह चार लोग फुल हो गए, सिर्फ एक सीट बची है, 15 तारीख तक मुझे लगता है, वो भी फुल हो जाएगी।

तो जो मैं पाँच आदमियों को सिखा रहा हूँ, उनको प्रॉपर सिखाऊंगा, प्रॉपर बताऊंगा व्हाट्सएप पर, ऐसे-ऐसे करो। कोई दिक्कत होगी तो कॉल पर भी समझा देता हूँ। तो प्रॉपर विधि के साथ ही साधना करनी चाहिए, यही मैंने उनको समझाया।

अब जैसे मान लो किसी को बटुक भैरव साधना करनी है, तो वह क्या करेगा? वो मेरे से व्हाट्सएप पर कांटेक्ट करेगा, नंबर मेरी वेबसाइट गुरु मंत्र साधना डॉटकॉम पर दिया हुआ है, वहाँ से कांटेक्ट करके मुझसे पूछेगा कि भैया सीट बची है?

हाँ, तो बस जो प्रोसेस बता के वो ज्वाइन हो जाएगा। पाँच लोग ऐसे ही तो करते हैं हम लोग। उनका क्या है कि वह तो जितने आ जाओ, सब कम हैं, पैसे देते जाओ, काम करते जाओ, हमें क्या मतलब। ऐसे लोग थे वो। अब बाद में जब वह फंस गए तो अब मेरे पास, तो मैंने कहा, देखो भैया, ऐसे कुछ नहीं कर सकता मैं।

पहले गुरु मंत्र, रक्षा मंत्र करो। वो बोले, ब्रह्मचर्य नहीं रुकता है तो मैं क्या करूँ? तो मैंने कहा, कोई दिक्कत नहीं, ब्रह्मचर्य रुकता हो ना रुकता हो, आप गुरु मंत्र तो शुरू करो। गुरु मंत्र शुरू किया, पहले दिन, दूसरे दिन, तीसरे दिन के बाद चौथे दिन से इन्हें आराम मिलने लगा।

अब वो दूर खड़ी होने लगी, पास में नहीं आने लगी, दूर-दूर से बात करती है।

उसके बाद जब इन्होंने 21 दिन गुरु मंत्र का पूरा कर लिया, वह दूर से कह रही है, आओ, आओ, मुझे बुलाओ, मेरा मंत्र जाप करो, मैं अप्सरा ही हूँ। उसके बाद फिर रक्षा मंत्र किया तो वह कमरे के बाहर से बुला रही है। अब इतना होने के बाद कुछ गुप्त क्रियाएँ भी मैंने उनको दी थीं जिससे वह आपके शरीर को टच ना कर पाए, वह गुप्त क्रिया सिर्फ उन्हीं को बताई थी मैंने।

यह सब होने के बाद फिर क्या हुआ? जब उन्होंने यह सब किया तो उनको फायदा मिला, रिलीफ मिला, आराम आया थोड़ा सा।

अब इसके बाद बोले कि मुझे फिर अप्सरा साधना करनी है। मैंने कहा, अभी एक से भुगत निकल नहीं पाए, तुम्हें फिर अप्सरा साधना करनी है। बोले, करनी है, मैं इनकी कही की है। तो फिर मैंने क्या किया कि फिर मैंने उनको एक विसर्जन प्रक्रिया बताई, शक्ति को विसर्जन करने की एक प्रक्रिया होती है, वो गुप्त तरीके से कराई जाती है।

नारियल और, सूखा नारियल, गीला नारियल और कच्चा नारियल, तीनों तरीके के नारियल होते हैं। फिर उसके बाद उसमें सिंदूर लगाया जाता है, मतलब पूरा एक दो-चार घंटे का लेंथी प्रोसेस है। उसके बाद कोई भी शक्ति हो, वो विसर्जित हो जाएगी आपकी।

आप चाहो तो एक बार में अपनी सारी शक्तियाँ विसर्जित कर सकते हो, यह समझ लो। ऐसे करके उनकी शक्तियों को फिर आखिरी में, ऑल ऑफ सडन, मेरे को ही जाना पड़ा, मैं तुम्हारे बस की नहीं, मैं ही आता हूँ, जो खर्चा लगे देखना। फिर मैंने जाकर उनका पूरा विसर्जन का प्रोसेस अपनाया, विसर्जन कराई शक्ति।

अप्सरा साधना की प्रामाणिक तांत्रिक विधि

फिर मैंने उनको बताया कि ऐसे-ऐसे यह अप्सरा साधना होती है। जैसे मेनका अप्सरा उनको बोला था, तो मेनका का जो तांत्रिक विधान है, उसमें आपको करना क्या होता है, मैं समझा देता हूँ जिससे कि कंफ्यूजन ना हो।

रात्रि के 12:00 बजे आपको नहा-धो के, स्नान हो के, बढ़िया बैठ जाना है। वाइट कलर के कपड़े होने चाहिए, एकदम श्वेत, एकदम वाइट, साफ कपड़े, साफ आसन, बाहर सामने एक चौकी।

उसके बाद इत्र लगा होना चाहिए, इत्र रुई में आता है, बढ़िया से लेना, बहुत बढ़िया खुशबू, कान में लगा लो इत्र और इधर भी लगा लो, बढ़िया एकदम हाथों, पूरे शरीर में लगा लो।

गुलाब के फूल-वूल बिखेर, उस चौकी पर रख के अप्सरा का यंत्र रखो, नेट से कोई भी पेंटिंग अप्सरा को मान के उसकी फोटो रख लो।

उसके बाद मानसिक रक्षा, पहले रक्षा मंत्र लगा लो, मानसिक पूजन करो गुरु का, गणेश का और फिर अप्सरा का आवाहन करो, फिर उनका पूजन करो। यह सब करने के बाद फिर आपको मंत्र जाप करना होता है, तांत्रिक विधि से।

जैसे कि अप्सरा का हिसाब है तो उसके लिए शं, उसके बाद थोड़ा सा मंत्र और है, उसके बाद नं का और फिर आगे लास्ट में स्वाहा, ऐसे करके वह पूरा मंत्र है।

उस मंत्र की 21 माला करनी होती है और कितने दिन? 41 दिन तक। 21 माला के बाद अगर आपकी पॉसिबिलिटी है तो हवन करो।

41 दिन में अप्सरा गारंटी है, वह आपके सामने खड़ी ही हो जाएगी, यह मेरा चैलेंज है। लेकिन करना मन से है, यह मत देखो टाइम कितना हो रहा है। भोग में मिठाई का भोग लें, मांस-मदिरा का कभी कुछ मत करो, बहुत जल्दी सिद्ध होती है मेनका इस विधान से।

सामान्य भ्रांतियाँ और महत्वपूर्ण सावधानियाँ

हालांकि अभी आप लोग इतने कैपेबल नहीं हुए, एक मंत्र ऐसा है जिसमें 108 अप्सरा सिद्ध होती हैं, वह बिल्कुल तांत्रिक है, वह शमशान में बैठ के किया जाता है, जो मैंने ट्राई किया था, ठीक है?

तो वह चीज अलग है, उसमें विधान ही अलग है, उसमें अप्सरा सौम्य रूप में नहीं आती, उसमें तो कटार ले के खिंची चली आती एकदम, कौन बुला रहा है यार, तो काट ही डालेंगे, यह पावर होता है फिर उस समय तो क्योंकि तुम खींच रहे हो, बुला नहीं रहे हो, खींच रहे हो उनको।

और यह जो तरीके हैं, यह सौम्य हैं, इसमें अप्सरा आएगी, दिखेगी भी, बात भी करेगी, नहीं होगी तो ध्यान प्रणाली में आँख बंद करके जब तुम सोने जाओगे तब तुम्हारे सपने जैसा लगेगा तुम्हें, पर वह अनुभव होंगे, वो आएगी, बात करेगी, चाहिए क्या, क्या कर रहे हो, ऐसे करके होता है। तो मेनका अप्सरा की जो विधि है, वो ऐसे ही करते हैं।

अब इसमें कभी-कभी कोई कहता है कि अप्सरा साधना में नग्न होकर साधना करनी पड़ती है, चाहे पुरुष हो या स्त्री। नहीं, नग्न अगर साधना करोगे तो तो भूतनी ही आएगी, अप्सरा नहीं आएगी। रक्षा मंत्र क्यों लगाना पड़ता है?

क्योंकि रात के 12, 1, 2 बजे, 3 बजे, तुम साधना रात के 12:00 बजे शुरू करोगे, दो-तीन तो बज ही जाएँगे और तुम इत्र लगाए हो, फूल लगाए हो, चौकी को कवर करते, इसीलिए यह रक्षा मंत्र लगाया जाता है, पूरा घेरा क्योंकि तुम्हें प्रोटेक्शन अपनी लेनी है। तो जब तुम वह करते हो, तब तुम्हारे पास वह आती है।

अप्सरा साधना में कोई ज्यादा बड़ा लेंदी नहीं है, ना कोई बवाल है पर यह है कि करना ढंग से होता है। लोगों के बहकावे में कि मैं अंगूठी में अप्सरा दे रहा हूँ, ताबीज में दे रहा हूँ, यंत्र में दे रहा हूँ, माला में दे रहा हूँ, वो सब पागल बना रहे हैं, सब लूट रहे हैं।

अगर आपको अप्सरा साधना करनी है, सिद्धि करनी है, जल्दी से जल्दी पाना है, तो खुद करना पड़ेगा, याद रख लो। गुप्त क्रिया, हवन आदि क्रियाएँ वो अपने जो योग्य गुरु हैं, उससे करवाओ, मंत्र उससे लो। जब मैं कहता हूँ ना कि अप्सरा किसी भी शक्ति का ट्रांसफर दे रहा हूँ, तो क्या करता हूँ मैं?

मैं खुद हवन आदि क्रिया, गुप्त क्रिया करके आपको मंत्र कौन सा देता हूँ? तांत्रिक मंत्र, जिसका मंत्र मैंने जाप करके ऊर्जा बना के आपको दे दिया, सिद्ध करके कि अब इसको तुम करो, अब आएगी।

और सादा साधना में क्या होता है, उसमें आपको एक शाबर मंत्र दिया जाता है, तांत्रिक मंत्र नहीं दिया जाता है, उसमें आपको ऊर्जा बनानी होती है, गुप्त क्रियाएँ, हवन होगा लेकिन ऊर्जा बनानी होती है दोबारा से और फिर बुलाना होता है, बस इतना अंतर आता है।

यह सब बात आपको समझ में ही नहीं आती। सिंपल सी बात है कि ट्रांसफर अंगूठी और लॉकेट, इसमें नहीं होता, वो ऊर्जा है, बहती रहती है। उस ऊर्जा को कंट्रोल करके सामने वाले साधक को दी जाती है।

 

H2: प्रश्नोत्तर और आगामी साधना की जानकारी

 

अब यह तो हो गया अप्सरा साधना, मेनका अप्सरा साधना के विषय में। अगर आपको यह तांत्रिक विधि चाहिए तो भी मेरे व्हाट्सएप पर कांटेक्ट कर लेना, अगर आप दमदार हैं तो मैं आपको दे दूंगा, ठीक है? व्हाट्सएप नंबर हमारी वेबसाइट गुरु मंत्र साधना डॉटकॉम पर दिया है।

 बटुक भैरव साधना की घोषणा

बाकी का जो बचा आपका और शिवरात्रि को आपको जो साधना करनी है, बटुक भैरव साधना, उसका यंत्र क्या है? यंत्र मेरे से ले लेना, मतलब व्हाट्सएप पर मैं यंत्र दे दूंगा, उसमें से अगर चेंजमेंट करना होगा तो पूछ लेना, नहीं तो एज इट इज कॉपी बना लेना पेपर पे, चाहे भोजपत्र पे, रेड स्केच से या अष्टगंध से, जैसे भी सूटेबल लगे, उसी को रखना है, ठीक है?

और वही यंत्र बाद में काम आएगा तुम्हारे, याद रखो। उसी का पूजन-वजन करके मंत्र को सिद्ध करके वह यंत्र आपको रखना है, फिर मैं बताऊंगा कैसे रखना है।

तो बटुक भैरव साधना में पाँच लोगों की जरूरत थी, चार लोग फिल हो चुके, एक लोग चाहिए, जिसको करना है वही आए, फालतू के लोगों की भीड़ नहीं चाहिए, फालतू लोगों की जरूरत नहीं है मेरे को अपनी वेबसाइट पे। सिंपल कहना, मेहनत करोगे तो सिद्धियाँ मिलेंगी।

भले ही मैं अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर दूँ, गुप्त क्रिया, हवन करके आपको ट्रांसफर दे के, सब दे दूँ, फिर भी अगर आप मेहनत नहीं करोगे, आपको कुछ हासिल नहीं होगा। इसलिए मेहनत करना है अगर, तो आना वरना मत आना। सिंपल सी बात है।

एक लोग बचा है। देखो, 500 साधक हैं मेरे पास इस समय, सब अपनी-अपनी धुन में मगन हैं, अपने-अपने हिसाब से कर रहे हैं। अगर आपको भी साधक बनना है, कुछ शक्तियाँ महसूस करनी हैं और शक्तियों को पाना है, तो जुड़ो।

यह मत करो, कुछ लोग मेरे में ऐसे भी हैं, मैं तो पूजा करता हूँ, मैं वह अपनी पूजा नहीं छोड़ सकता, आपकी की बंद कर सकता हूँ, ठीक है?

तो यह काम मत करो कि मैं अपनी तरफ से 100% कर रहा हूँ, एक बार की जगह दो बार नहीं, तीन बार आपका हवन कर रहा हूँ, मैं आपसे बोल रहा हूँ कि ऐसे नहीं, ऐसे करो, ऐसे नहीं, ऐसे करो। आपने तो कह दिया, तुक्का मार दिया, यह कर दिया, आप तो कुछ कर नहीं रहे हो और यह है, वह है। तो ऐसे साधकों की भाई जरूरत नहीं मेरे को।

 गुरु का महत्व और पाठकों के प्रश्न

भाई अगर गुरु कुछ बता रहा है तो सीखना पड़ेगा। जब सब, मैंने भी तंत्र लाइन में जब जुड़ा था, तो मैंने भी बहुत चीजें सीख चुका था पहले पर मेरे गुरु ने कहा, अगर तुमको सीखना है तो यह सब चीजें भूल जाओ, जिस-जिस तरीके से मैं सिखाऊंगा, उस-उस तरीके से चलना, अपना कोई दिमाग नहीं लगाना, तब मैं सिखाऊं।

भाई, हर गुरु की नॉलेज और एक्सपीरियंस और ज्ञान अलग है, वह अपने लेवल से सिखाएगा। अगर आपको उसके लेवल पर जुड़ना है तो जुड़ो, उसकी चीजें अच्छी लग रही हैं, उसकी बातें अच्छी लग रही हैं, उसकी, उसके करने का तरीका, उसका विधान सही लग रहा है तो जुड़ो, वरना मत जुड़ो।

अगर तुम्हें अपने ही रूल के हिसाब से चलना है तो चलो, जैसे इनके साथ हुआ, यह भी अपने रूल के हिसाब से चल रहे थे और मान लो कि अगर यह मेरे पे कांटेक्ट में नहीं आते तो क्या होता इनका?

इनका तो राम नाम सत्य था ना। इसलिए एक गुरु होना जरूरी है, जो भी आप चुनें, चाहे किसी को, मैं नहीं कहता मेरे को चुनो, किसी को चुनो, उसी के साथ रहो, उसी से सीखो, चाहे भले ही वो आपके फोन से कांटेक्ट में हो, चाहे सामने से कांटेक्ट में हो, उसी से सब कुछ करो, तब अच्छा रहता है।

खुद से करोगे, बचाने वाला कोई नहीं होगा। आदमी बोलता है, मैंने शिव को गुरु बना लिया। भाई, शिव तो सबके गुरु हैं, किस-किस को देखेंगे वो? और दूसरी बात, अगर कोई दिक्कत हो जाएगी तो शिव-शिव से तुम एकदम बात-बात कर लोगे मैसेज पे या फोन पे ?

शिव जी, हाँ शिव जी, यह दिक्कत हो गई, भूत आ गया, अब मैं बताऊँ कैसे भगाऊँ? नहीं ना। इसलिए जीवित गुरु का जरूरी है, कुछ सवालों के समाधान जीवित गुरु ही देता है, भौतिक सुख अगर तुम्हें संसार में रहना है तो। तो यह सब बातें आपको समझ में आ गई।

अब मैं कुछ टिप्पणियों (कमेंट्स) का जवाब देता हूँ।

काफी ठंड लग रही है आपको? हाँ, ठीक है भाई।
मुझे भी बुलाया पर आज तक कोई नहीं आया। क्या आप बता सकते हो भूतनी कहाँ है ? भूतनी कहाँ है? अब तो भाई विसर्जन हो गया उसका।

Kindly reply, when I see, can I see the bhootni? हाँ, भूतनी, अब देखो चैलेंज की बात मत करो मालिक। बहुत से ऐसे तरीके होते हैं जिसमें अगर मैं आपको बता दूँ कि कर लो, ठीक है? तो फिर वह छोड़ेगा नहीं आपको।

आदमी बोलता है ना बबूल के पेड़ की सिद्धि, एक काम करना, बबूल के पेड़ में जाना, ठीक है? डंडा लेना, उसको मारना, उसके बाद उस पर बाथरूम कर देना, पुराने से पुराना और बोल देना, मैं तुम्हारे जैसों से नहीं डरता, जो उखाड़ना है, उखाड़ लो।

पता चल जाएगा क्या होता है। वह चीज हफ्ते भर में ना हॉस्पिटल पहुँच जाओ तो नाम बदल देना। लेकिन उसके बाद क्या होगा, मैं बता रहा हूँ। उसके बाद कम से कम नहीं तो तुम्हें बचाने के लिए दो गुरुओं की जरूरत पड़ेगी ढंग के।

फिर तुम्हें मंत्र-तंत्र से बाँधा जाएगा, फिर तुम्हारे हवन आदि क्रिया बिठा के कराए जाएँगे, तब वो छूटेगा। समझ गए? चैलेंज मत करो, मैं सीधा सिंपल बता देता हूँ।

एप्रिसिएशन जी, राधे राधे सर जी, फ्री हो तो… मैं फ्री हो तो बता तो दिया।

और किसी का कोई सवाल हो तो पूछ लो। आप लोगों का बहुत सवाल था, मेनका अप्सरा कैसे सिद्ध करी जाती है, तो वह भी बता दिया तांत्रिक विधि से।

अब आ जाते हैं कृत्या, तो कृत्या अगला स्टेप बता दूंगा, नहीं तो अगर आपको लग रहा है कि मेनका के बारे में एक विस्तृत पोस्ट आनी चाहिए तो एक विस्तृत पोस्ट भी आ जाएगी। और अगर किसी का कोई सवाल हो तो पूछ लो।

कृत्या साधना का अनुभव कब बताओगे? कृत्या साधना का अनुभव तो मैं तभी बताऊंगा जब मैं कृत्या साधना के विषय में बताऊंगा। यह समझ लो, क्या नाम है, शशि जी, कृत्या वह शक्ति है जो आपके शरीर के अंदर है, एक आत्मा।

अब उसे सब पता है आपके बारे में, तो जब वह उसी को सिद्ध करोगे तो क्या-क्या अनुभव करेगी, वह आप ही सोच लो। मैं अपना बताऊंगा तो मजा ही आ जाएगा, ठीक है? राधे राधे सर जी। जी राधे राधे राहुल तिवारी जी।

भूतनी सिद्धि… भूतनी सिद्धि अभी आएगी महाराज, जब तंत्र, जब कालिक यंत्र उसमें घुसेंगे ना कापालिक, अभी तो आपकी राजसिक विधि चल रही है, इसके बाद टोने-टोटके आएँगे, वह तो शॉर्ट्स में, छोटे-छोटे लेख बनाकर निपटा दूंगा, वो सब टोने-टोटके, छोटे-छोटे झाड़ा-फूँकी के मंत्र, बिच्छू भगाने के मंत्र और यह सब, वो छोटे लेखों में ही निपटा दूंगा।

उसके बाद फिर आएँगे दूसरे, उसके बाद उल्लू तंत्र आएगा, फिर कौवा तंत्र आएगा, उसके बाद पशु तंत्र आएगा, उसके बाद आएगा शमशानिक कापालिक, तब आएगा, तब कुछ हो पाएगा, आप लोग यह समझो।

अब दूसरा सवाल आपका क्या है, मैं पढ़ लेता हूँ।

क्या अप्सरा साधना करना सही है? हाँ, सही है अगर कर सकते हो, कोई दिक्कत नहीं।
सर रिसर्च फील्ड में जाने के लिए कौन सी साधना करें ?

रिसर्च फील्ड में तारा साधना क्योंकि ज्ञान प्रकृति की वही हैं। और अगर आपको और कुछ जानना है, अपनी मृत्यु, भूत, वर्तमान और यह सब पुराना सब पंचांग-वंचांग, तो मातंगी या पंचांगुली साधना करो।

आपको प्रणाम करता हूँ, अगर आपके पास सिद्धि है तो बताइए मेरे बारे में कि निरंजन कुमार है, मेरे ऊपर कौन सा तंत्र लगा हुआ है? रंजन, निरंजन और रंजन भैया, पहले तो अपना ना, यह सब चीजें व्हाट्सएप पर पूछी जाती हैं, ठीक है?

और आपके ऊपर कोई तंत्र नहीं लगा हुआ है, आप जो फैंटम बने घूम रहे हो ना, वो मत घूमो, ठीक है? कि आपके ऊपर कोई तंत्र लगा हुआ है। जब-जब बृहस्पतिवार को मांस-मदिरा का सेवन करोगे तो कहाँ से बच पाओगे, माया तो रुकेगी ही नहीं, पैसे के पीछे भागोगे, पैसा रुकेगा ही नहीं।

क्या अप्सरा साधना सही है और सिद्धि करना सही है? गलत-सही है महाराज।
आप कहाँ से हो? यूपी से।
सर मैं शमशान में जाकर देखता हूँ, नहीं मिला। हाँ तो मैंने तरीका बता दिया, फैंटम बन रहे हो तो आप भी कर लो।

श्री गणेश जी की साधना दीजिए। गणेश जी की साधना आएगी, अभी आएगी। गणेश जी की इसमें है, गुरु वाली बुक में जो मंत्र हैं, उसमें गणेश साधना भी है, उच्छिष्ट गणपति भी है और हमारे वाले गणपति हैं, पर वो दूंगा नहीं और दो-तीन गणपति की साधना है, ठीक है?

आपको प्रणाम करता हूँ, अगर आपके पास… बता दिया भाई।
जी सर, आपका नंबर तो दीजिए। नंबर मेरी वेबसाइट गुरु मंत्र साधना डॉटकॉम पर उपलब्ध है, ठीक है?

सर मैं चैलेंज नहीं कर रहा था। ठीक है, अगर आपको करना हो तो कर लो, कोई दिक्कत नहीं है, मैंने तरीका बता दिया।

आपको प्रणाम करता हूँ, अगर आपके पास सिद्धि… फिर वही बात।

राधे, एक बार बता दीजिए, मैं सुन नहीं पाया। इस लेख को दोबारा ऊपर से पढ़ लेना।
सर जी, आपका नंबर सेंड कर दीजिए। मेरा नंबर वेबसाइट गुरु मंत्र साधना डॉटकॉम पर है, लास्ट में 902 है।

मेरा मतलब साइंटिफिक रीजन, साइंटिफिक रिसर्च। हाँ, वही उसके लिए सबसे बढ़िया है।
बारिश को रोकने के लिए साधना दीजिए। देखिए, यह सब चीजें तो आजकल आम बात हो गई यार, बारिश बरसाना, बारिश को रोकना, यह सब चीजें आम बात हो गई।

यह जब साइंस करने लगा है तो फिर मंत्रों की साधना की जरूरत क्या है?

अब आप बोलोगे मुझे हवा में उड़ना है, उसके लिए आप 20 साल बर्बाद करोगे क्या आकाश सिद्धि पाने के लिए? इससे अच्छा 10,000 दो, फ्लाइट में कहीं भी चले जाओ। टाइम ज्यादा इंपॉर्टेंट है या पैसा? क्या बात करते हो यार तुम लोग भी।

महाराज कृपा करके मेरा मार्गदर्शन करिए। आप व्हाट्सएप पर मैसेज कर दीजिए, बता दूंगा आपको क्या दिक्कत आ रही है।

भैया प्रणाम भैया, ‘अल मनियत की दुनिया’… नहीं, मेरी सिर्फ एक ही वेबसाइट है गुरु मंत्र साधना डॉटकॉम।

एक और संबंधित ब्लॉग है, साधना सिद्धि ज्ञान, जिस पर बहुत ही कभी-कभार पोस्ट आती है। लेकिन मुख्य वेबसाइट गुरु मंत्र साधना डॉटकॉम ही है।

इसके अलावा अगर आपको मेरे नाम या फोटो से कोई और कुछ चला रहा है, तो वह फ्रॉड है, समझ लो।

गुरु जी, तांत्रिक बनने के लिए कौन सी सिद्धि की जरूरत होती है?

सबसे पहले गुरु मंत्र, रक्षा मंत्र, उसके बाद 5000 सिद्धियाँ।

गुरु जी, अपने अनुसार आज के समय के जातक के जीवन में किस साधना का करना योग्य रहता है ?

सबसे पहले गुरु मंत्र करो, रक्षा मंत्र करो, उसके बाद कोई भी एक सिद्धि, वो बड़ी, पहले छोटी करो, जब वह सिद्ध हो जाए धीरे-धीरे तब एक बड़ी कर लो कोई भी, 10 महाविद्या से या कोई भी, उसे लाइफ टाइम करते रहो, बस हो गया तुम्हारा जीवन पार, सब कुछ, सब बेस्ट रहेगा हमेशा।

गुरु जी, तारा या मातंगी साधना साइंस रिसर्च करने के लिए ?

हाँ।तांत्रिक दुनिया में से सबसे ज्यादा, तांत्रिक दुनिया में किस शक्ति का सबसे ज्यादा चलता है? अभी नहीं बता सकता, आदेश नहीं है, ठीक है?

बस इतना बता सकता हूँ कि रावण जो था, लंकापति लंकेश, उसने यह साधना करी थी, उसके बाद उसको बहुत सारी सिद्धियाँ मिली थीं, पर वह काली नहीं थीं, उनका कुछ और नाम है, ठीक है ?

लास्ट में जरूर काली आता है, ठीक है ? वो काली नहीं हैं, वो पूरे समस्त संसार की सबसे बड़ी शक्ति है, उसका बोलबाला है। अब उन्होंने मना कर दिया अपने आपको बताने से तो मैं मना कर रहा हूँ, ठीक है?

‘अनायत की दुनिया ऑफिशियल चैनल’ किसका है फिर? पता नहीं, कोई होगा, मुझे नहीं पता, मेरा नहीं है पर।

आप कहाँ से सिद्धि किया हुआ है? भैया, हमारे तो इस समय छह गुरु हैं तो मैं किसका-किसका बता दूँ ?

धन्यवाद आपका, किंतु महाविद्या के लिए काम रुक जाना होता है? नहीं ना, काम रोक, ना शमशान, कहीं नहीं। आप घर पर भी बैठकर साधना कर सकते हैं, कोई ऐसा जरूरी नहीं है कि काम रुक ही जाना पड़ेगा।

आप घर पर बैठ के साधना भी कर सकते हैं किसी भी सिद्धि की, कोई मना नहीं करता कि नहीं, मेरा यहाँ मत करो, वहाँ मत करो। कुछ चीजें ऐसी होती हैं जिसको घर के बाहर करना चाहिए, बस।

रक्षा मंत्र बता सकते हैं क्या? वो अपने गुरु से पूछिए भाई, जिस साधना के हिसाब से आपको किस साधना की विधि दे रहा है, किस हिसाब से, तो रक्षा मंत्र, गुरु मंत्र उसी हिसाब से चलता है।

अशोक मिश्रा, प्रतापगढ़ से हूँ, मेरे ऊपर किस-किस की कृपा है? आपके नहीं है क्या? किस-किस की कृपा है? आपके गुरु भी तो होंगे, आप उनसे पूछ लीजिए। मंत्र अगर आप करते हैं तो

आपके गुरु भी होंगे, उनसे कंफर्म कर लो महाराज । पूर्व जन्म की सिद्धि के बारे में बताइए कृपा करके। पूर्व जन्म की सिद्धि के लिए जब आप तंत्र साधना में घुसते हो तो धीरे-धीरे आपको सब याद आने लगता है कि पुराने जन्म में आपने क्या-क्या किया था।

कुलदेवी, पितृ मनवाने होंगे ना साधना के लिए? नहीं, उसमें आवाहन करोगे, अपने आप आ जाएँगे सब हवन में।

गुरु जी, मिले 10 साल से माता रानी की सेवा करता हूँ। तो भाई, गुरु मिले 10 साल से तो माता रानी की सेवा करते हो, फिर भी मुझसे पूछ रहे हो कि मेरे ऊपर किसकी कृपा है?

अगर इतना ही आप लोगों को जानने का शौक है अपने बारे में या तंत्रों की सिद्धियों को मजे में लेने के लिए तो मुझसे बोला करो कि मुझे, मुझे तंत्रों की दुनिया में मजा लेना है, जो भी होगा, मैं जिम्मेदार हूँ उसका, तो मैं दूंगा ऐसे-ऐसे मंत्र आपको जिसमें आपको भी पता चल जाएगा कि होता क्या है तंत्र। बस।माता का रोग पाठ करने पर माता जो गड्डियाँ देखने लग जाती हैं। पता नहीं, ठीक है।

 

अंतिम शब्द और संपर्क जानकारी

 

अब और कोई सवाल हो तो पूछ लो। अगर नहीं सवाल है तो मैं इजाज़त चाहता हूँ और आपको जो भी पूछना है तो मेरा नंबर वेबसाइट पर है, लास्ट में 902 है, उससे पूछ लो। मेरी मुख्य वेबसाइट गुरु मंत्र साधना डॉटकॉम है और एक सम्बंधित ब्लॉग साधना सिद्धि ज्ञान है।

वही सब जेन्युइन हैं। उसके अलावा आप ग्रुप के अंदर भी अगर आप और किसी को पैसा देते हो, किसी से कुछ करवाते हो तो उसके जिम्मेदार आप होंगे, मैं या मेरी वेबसाइट नहीं क्योंकि आजकल बहुत होशियार आदमी बैठ के ग्रुप में घुस-घुस के मैसेज करते हैं।

आप अगर हम पर कृपा कर देंगे तो हमें गुरु मंत्र ले सकते हैं? हमारे गुरु बन के गुरु दत्त का मंत्र धारण कर, का जाप कर सकता हूँ क्या ?

मेरे गुरु बन, कृपा करके मार्गदर्शन… अब गुरु बनना ना बनना, मैंने बता दिया, आप मेरी वेबसाइट गुरु मंत्र साधना डॉटकॉम पर कुछ और लेख देखो, समझ में आए आपको कि मैं अच्छा लगता हूँ, मेरी बातें सही लग रही हैं तो आप मेरे से कांटेक्ट करोगे, हाँ भाई, मैं आपको गुरु बनाना चाहता हूँ, क्या प्रोसेस है, ठीक है? अगर नहीं समझ में आ रहा तो आप किसी और को ढूंढो।

तो यही था। अब मेरे को इजाज़त दो। अगले लेख में आपको मेनका के बारे में जानना हो, मेनका अप्सरा के बारे में, तो विधान बता दूंगा, नहीं तो अगर आपको कृत्या के बारे में जानना हो तो भी बता दूंगा।

और अभी जो है, वह आपका चल रहा है शिवरात्रि पे स्पेशल है जो, क्योंकि हर शिवरात्रि कुछ ना कुछ आता है, इस बार बटुक भैरव साधना है, जिसको करना है, वह एक ही लोग बचा, कर सकता है, पाँच लोगों की सीट में एक सीट बची है, चार फुल हो चुकी हैं। 15 तारीख से पहले मेरे…

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Rodhar nath
मैं रुद्र नाथ हूँ — एक साधक, एक नाथ योगी। मैंने अपने जीवन को तंत्र साधना और योग को समर्पित किया है। मेरा ज्ञान न तो किताबी है, न ही केवल शाब्दिक यह वह ज्ञान है जिसे मैंने संतों, तांत्रिकों और अनुभवी साधकों के सान्निध्य में रहकर स्वयं सीखा है और अनुभव किया है।मैंने तंत्र विद्या पर गहन शोध किया है, पर यह शोध किसी पुस्तकालय में बैठकर नहीं, बल्कि साधना की अग्नि में तपकर, जीवन के प्रत्येक क्षण में उसे जीकर प्राप्त किया है। जो भी सीखा, वह आत्मा की गहराइयों में उतरकर, आंतरिक अनुभूतियों से प्राप्त किया।मेरा उद्देश्य केवल आत्मकल्याण नहीं, अपितु उस दिव्य ज्ञान को जन-जन तक पहुँचाना है, जिससे मनुष्य अपने जीवन के गूढ़ रहस्यों को समझ सके और आत्मशक्ति को जागृत कर सके।यह मंच उसी यात्रा का एक पड़ाव है — जहाँ आप और हम साथ चलें, अनुभव करें, और उस अनंत चेतना से जुड़ें, जो हमारे भीतर है ।Rodhar nathhttps://gurumantrasadhna.com/rudra-nath/